Sunday, 2 March 2025

आजमगढ़ शहर कोतवाली दहेज लोभियों ने दुल्हन को चौराहे पर लाकर छोड़ा बुलेट गाड़ी और 5 लाख रुपए कैश की मांग पूरी न होने पर की शर्मनाक हरकत रुला देगी पीड़िता ज्योति सिंह की कहानी, 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज


 आजमगढ़ शहर कोतवाली दहेज लोभियों ने दुल्हन को चौराहे पर लाकर छोड़ा


बुलेट गाड़ी और 5 लाख रुपए कैश की मांग पूरी न होने पर की शर्मनाक हरकत


रुला देगी पीड़िता ज्योति सिंह की कहानी, 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद की शहर कोतवाली में तहरीर देते हुए पीड़िता ने आरोप लगाया कि मनमाफिक दहेज ने मिलने पर ससुराल वालों द्वारा पहले प्रताड़ित किया गया, जब मायके वालों द्वारा दहेज देने में असमर्थता जताई तो ससुराल वालों द्वारा दुल्हन को शादी के छ: महीने बाद शहर के अग्रसेन चौराहे पर लाकर छोड़ दिया गया। शहर कोतवाली पुलिस ने पति सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 99/2025 अंतर्गत धारा 323,504,498A,3,4 भा0द0स0 दर्ज कर लिया है।


शहर कोतवाली के मातवरगंज निवासी ज्योति सिंह पुत्री स्व० चन्द्रपाल सिंह की शादी 25 अप्रैल 2024 को विजय सिंह पुत्र स्व० महेन्द्रनाथ सिंह निवासी राजपूतनगर नगर कालोनी भिटी (गोरखपुर रोड निकट बालाजी कार वाली गली श्रृंगार पैलेस) थाना कोतवाली, जनपद-मऊ के साथ सम्पन्न हुई थी, दहेज में पांच लाख रूपये, विभिन्न जेवरात सहित अपनी शक्ति के हिसाब से दहेज भी दिया गया।


 सिन्दूरदान के दौरान पति विजय सिंह उर्फ बड़े, ननद अजेता पत्नी अनूप सिंह, विजेता सिंह पत्नी कामेश सिंह, श्वेता पत्नी शालीन सिंह व शादी में आये ननदे के पति अनूप सिंह, कामेश सिंह, शालीन सिंह, मेरे पति का छोटा भाई अजय सिंह व उसकी पत्नी विजेता उर्फ अंशू दहेज में बुलेट गाड़ी और 5 लाख रुपए कैश की मांग करने लगे। किसी तरह मान मनौव्वल के बाद शादी सम्पन्न हुई। ससुराल जाने के बाद ससुरालियों द्वारा पुन: उस दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। जब मेरे द्वारा इस बात को अपने मायके वालों से बताया गया तो उन्होंने असमर्थता जताते हुए काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन ससुराल वाले नहीं माने और 18 अक्टूबर 2024 को मेरे सारे गहने वगैरह मुझसे लेकर कार में जबरिया बिठाकर मुझे लाकर अग्रसेन चौराहे पर छोड़ दिया। ज्योति सिंह की तहरीर पर शहर कोतवाली पुलिस ने पति विजय सिंह सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा जब तक मैं जिंदा हूं... आकाश आनंद को सभी पदों से हटाया, उत्तराधिकारी को लेकर कही यह बात


 लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा जब तक मैं जिंदा हूं...



आकाश आनंद को सभी पदों से हटाया, उत्तराधिकारी को लेकर कही यह बात



लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कभी राज करने वाली बसपा में आज घमासान चल रहा है। रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा फैसला सुनाया। उन्होंने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ के निष्कासन के बाद उनका यह दूसरा बड़ा फैसला है। वहीं आकाश के भाई आनंद कुमार और रामजी गौतम को बड़ी जिम्मेदारी दी। दोनों को नेशनल कोआर्डिनेटर बनाया गया है। इस मौके पर मायावती ने कहा कि अब मेरे जिंदा रहने तक कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। पार्टी और मूवमेंट के हित में रिश्ते नातों का कोई महत्व नहीं है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अब मैंने खुद भी यह फैसला लिया है कि मेरे जीते जी व मेरी आखिरी सांस तक भी अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। जिस फैसले का पार्टी के लोगों ने दिल से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए पार्टी व मूवमेन्ट पहले है। भाई-बहन व उनके बच्चे तथा अन्य रिश्ते नाते आदि सभी बाद में हैं। मायावती ने कहा कि आनन्द कुमार के बारे में मैं यह भी अवगत कराना चाहती हूं कि वर्तमान में बदले हुए हालात में, पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब इन्होंने अपने बच्चो का रिश्ता भी गैर-राजनैतिक परिवार के साथ ही जोड़ने का फैसला लिया है ताकि अशोक सिद्धार्थ की तरह अब आगे कभी भी अपनी पार्टी को किसी भी प्रकार से कोई नुकसान आदि ना हो सके।


मायावती ने कहा कि आनन्द कुमार के बारे में मैं यह भी अवगत कराना चाहती हूं कि वर्तमान में बदले हुए हालात में, पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब इन्होंने अपने बच्चो का रिश्ता भी गैर-राजनैतिक परिवार के साथ ही जोड़ने का फैसला लिया है ताकि अशोक सिद्धार्थ की तरह अब आगे कभी भी अपनी पार्टी को किसी भी प्रकार से कोई नुकसान आदि ना हो सके।


मायावती ने कहा कि अशोक सिद्धार्थ को, जो आकाश आनन्द के ससुर भी है, उसे अब पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी से निकाल कर बाहर किया है जिसने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पार्टी को दो गुटों में बांटकर इसे कमजोर करने का घिनौना कार्य किया है, जो कतई बर्दाश्त करने लायक नहीं है। यह सब उनकी लड़के की शादी में भी देखने के लिए मिला है। जहां तक इस मामले में आकाश आनन्द का सवाल है तो आपको यह मालूम है कि अशोक सिद्धार्थ की लड़की के साथ इनकी शादी हुई है। अब अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकालने के बाद उस लड़की पर अपने पिता का कितना प्रभाव पड़ता है तथा आकाश पर भी उसकी लड़की का कितना प्रभाव पड़ता है तो यह सब भी अब हमें काफी गम्भीरता से देखना होगा जो अभी तक कतई भी पॉजिटिव नहीं लग रहा है। ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में आकाश आनन्द को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से अलग कर दिया गया है। जिसके लिए पार्टी नहीं बल्कि पूर्ण रूप से इसका ससुर अशोक सिद्धार्थ ही जिम्मेदार है, जिसने पार्टी को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ आकाश आनन्द के पोलिटिकल कैरियर को भी खराब कर दिया है।


इसी परिपेक्ष्य में उन्होंने पार्टी के लोगों को यह भी विश्वास दिलाया है कि जब तक मैं जिन्दा रहूंगी तो तब तक मैं अपनी आखिरी सांस तक भी अपनी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से पार्टी को आगे बढ़ाने का हर सम्भव पूरा-पूरा प्रयास करती रहूंगी। उन्होंने समीक्षा के दौरान कमियों को दूर करके आगे के पार्टी कार्यक्रमों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।


बसपा सुप्रीमो ने मिल्कीपुर विधान सभा उपचुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बावजूद समाजवादी पार्टी की हार का उल्लेख करते हुए कहा कि अब इसके लिए सपा किसको ज़िम्मेदार ठहराएगी क्योंकि पिछले उपचनुाव में पार्टी की हार के लिए सपा ने बसपा को जिम्मेदार ठहराने का मिथ्या प्रचार किया था। जबकि कुल मिलाकर, सपा और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और भाजपा व अन्य जातिवादी पार्टियों को केवल अम्बेडकरवादी नीति व सिद्धान्त वाली बसपा ही पराजित कर सकती है, यह बात पूरे देश के सर्वसमाज के लोगों को जरूर समझना चाहिए। किसको ज़िम्मेदार ठहराएगी क्योंकि पिछले उपचनुाव में पार्टी की हार के लिए सपा ने बसपा को जिम्मेदार ठहराने का मिथ्या प्रचार किया था। जबकि कुल मिलाकर, सपा और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और भाजपा व अन्य जातिवादी पार्टियों को केवल अम्बेडकरवादी नीति व सिद्धान्त वाली बसपा ही पराजित कर सकती है, यह बात पूरे देश के सर्वसमाज के लोगों को जरूर समझना चाहिए।

आजमगढ़ बरदह हाई टेंशन तार की चपेट में आई बारात, 2 की हुई मौत, दूल्हा बेहोश


 आजमगढ़ बरदह हाई टेंशन तार की चपेट में आई बारात, 2 की हुई मौत, दूल्हा बेहोश



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के बरदह थाना क्षेत्र के भैसकुर गांव मे शनिवार की रात्रि लगभग 9:00 बजे हाई टेंशन तार की चपेट में आने से रोड लाइट रथ का गमला उठाये दो मजदूरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, और दूल्हा बेहोश हो गया। इस घटना से पूरी शादी में भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंची बरदह पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया।


 मिली जानकारी के अनुसार मेहनगर थाना क्षेत्र के कुसमीलिया से बारात बरदह थाना क्षेत्र के भैसकुर गांव मे लालचंद सरोज के घर आई थी। तय समय पर बारात पहुंची बारातियों के नाश्ता पानी करने के बाद दूल्हा रथ पर बैठा और बारात लालचंद सरोज के दरवाजे के लिए निकल गई। रोड लाइट रथ का गमला मजदूर अपने सर पर उठाए थे बारात अभी कुछ ही दूर पहुंची थी कि गमला रोड से गुजरे 11000 वोल्ट के हाई टेंशन तार की चपेट में आ गया जिससे गमले सहित पूरे रथ में करंट उतर गया जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक बुरी तरीके से झुलस गए। 


जवाहर नगर वार्ड मेहनगर निवासी गमला उठाये मजदूर गोलू 17 वर्ष पुत्र बालकिशन व मंगरु 25 वर्ष पुत्र राजाराम की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई और पूरे बारात में भगदड़ मच गई। चारों तरफ चीख पुकार होने लगी। सूचना पर पहुंची बरदह पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे मे लेकर पीएम के लिए भेज दिया।