Tuesday, 25 February 2025

आजमगढ़ जीयनपुर रोडवेज बस में निजी बस ने मारी टक्कर, दर्जन भर यात्री घायल चालक ने दर्ज कराया मुकदमा, दूसरी बस से भेजे गए अन्य यात्री


 आजमगढ़ जीयनपुर रोडवेज बस में निजी बस ने मारी टक्कर, दर्जन भर यात्री घायल




चालक ने दर्ज कराया मुकदमा, दूसरी बस से भेजे गए अन्य यात्री



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के आजमगढ़ गोरखपुर मुख्य मार्ग पर जमसर गांव के सामने दोहरीघाट डिपो महाकुंभ मेल सरकारी बस में बारातियों से भरी निजी बस ने धक्का मार दिया, इस दुर्घटना में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। सरकारी बस चालक ने निजी बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।


जानकारी के अनुसार मंगलवार को दिन में करीब 11 बजे आजमगढ़ गोरखपुर मुख्य मार्ग पर जमसर गांव के सामने रायल ढाबा के समीप आजमगढ़ से आ रही दोहरीघाट डिपो महाकुंभ मेल सवारी उतार रही थी, इस दौरान बारातियों से भरी अनियंत्रित निजी बस ने पीछे से धक्का मार दिया। निजी बस कुशीनगर से बारात लेकर वापस आ रही थी। इस दुर्घटना में दोनों बसों में सवार कुल एक दर्जन यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में स्थानीय लोगों के द्वारा लाटघाट पुलिस चौकी को सूचना दी गई। मौके पर लाटघाट चौकी इंचार्ज जफर खान, जीयनपुर कोतवाल जितेंद्र बहादुर सिंह व 112 नंबर पुलिस की गाड़ी ने पहुंच कर एंबुलेंस से व ऑटो से यथाशीघ्र घायलों को इलाज के लिए लाटघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, वहीं गंभीर रूप से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर कर लाटघाट में स्थित निजी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। 


घायलों में मुख्य रूप से बिना पत्नी विनय कुमार उम्र 32 वर्ष निवासी भरपटिया कुशीनगर, प्रभु नाथ ओझा पुत्र मुरली ओझा उम्र 39 वर्ष अत्रय नगर बभनौली कुशीनगर, कुलदीप सिंह पुत्र शेर सिंह उम्र 14 वर्ष शंकर पट्टी कुशीनगर, साधना सिंह पुत्री परमहंस सिंह उम्र 20 वर्ष बरखा पट्टी कुशीनगर, चईना देवी पत्नी अशोक सिंह उम्र 55 वर्ष शंकर पट्टी कुशीनगर, प्रतिक पटेल पुत्र मनोज पटेल उम्र 8 वर्ष अभवा दिकर कुशीनगर, प्राइवेट बस चालक राजनाथ यादव पुत्र पंचानन यादव उम्र 32 वर्ष निवासी हटा धुरियां कुशीनगर को गंभीर रूप से चोट आई। वहीं दोहरीघाट डिपो महाकुंभ मेल में यात्री गायत्री देवी पत्नी स्वामी नाथ उम्र 55 वर्ष निवासी पहाड़पुर बिहार, करन पुत्र ननकू उम्र 40 वर्ष निवासी पिचरी थाना मुबारकपुर जनपद आजमगढ़, रीता देवी पत्नी गणेश उम्र 35 वर्ष निवासी अमीलो मुबारकपुर जनपद आजमगढ़, परी पुत्री करन उम्र 4 वर्ष निवासी पिचरी मुबारकपुर गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका लाटघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज चल रहा है। 


जीयनपुर कोतवाल जितेंद्र बहादुर सिंह ने यात्रियों को दूसरी सरकारी बस में बैठकर गोरखपुर के लिए रवाना किया। दोनों बसों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। सरकारी बस चालक अशोक यादव निवासी जमालपुर थाना सिधारी जनपद आजमगढ़ की तहरीर पर निजी बस चालक पर मुकदमा पंजीकृत कर जीयनपुर पुलिस विधिक कार्रवाई में जुट गई है।

जौनपुर हिजाब उतारने को कहा तो छात्राओं ने छोड़ी दसवीं की परीक्षा बिना पेपर दिए ही लौट, कहां हिजाब नहीं उतारेंगे भले न दें परीक्षा


 जौनपुर हिजाब उतारने को कहा तो छात्राओं ने छोड़ी दसवीं की परीक्षा




बिना पेपर दिए ही लौट, कहां हिजाब नहीं उतारेंगे भले न दें परीक्षा



उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में हिजाब (बुर्का) के लिए दसवीं की छात्राओं ने पूरे साल की मेहनत ही दांव पर लगा दी है। दसवीं की बोर्ड परीक्षा देने पहुंची छात्राओं को जब हिजाब उतारने को बोला गया तो साफ इनकार कर दिया। हिजाब पहनकर प्रवेश नहीं मिला तो चार छात्राएं बिना परीक्षा दिए ही घर लौट गईं। मामला खुदौली के सर्वोदय इंटर कॉलेज का है। घटना की जानकारी के बाद से सोशल मीडिया पर इसे लेकर मामला गरमाया हुआ है। चारों में से एक छात्रा के पिता ने अपनी बेटी के कदम का समर्थन भी किया है। कहा कि आगे भी हिजाब में ही प्रवेश नहीं मिला तो बेटी परीक्षा नहीं देगी। सभी छात्राएं खेतासराय स्थित मॉडर्न कॉन्वेंट स्कूल की हैं।


देश की सबसे बड़ी परीक्षा मानी जाने वाली यूपी बोर्ड की दसवीं और 12वीं की परीक्षा सोमवार से ही शुरू हुई है। प्रयागराज को छोड़कर यूपी के सभी जिलों में सोमवार को परीक्षा आयोजित हुई। सुबह की पाली में दसवीं की हिंदी का पेपर आयोजित किया गया था। सर्वोदय इंटर कॉलेज खुदौली परीक्षा केंद्र पर पहुंची चार छात्राओं को जब हिजाब उतारकर अंदर जाने के लिए बोला गया तो इनकार कर दिया। चारों ने हिजाब उतारने से मना कर दिया। जब हिजाब उतारे बिना स्कूल में नहीं जाने दिया गया तो चारों वापस घर चली गईं।


इनकी भनक कुछ देर में ही इलाके में फैल गई। मामला सोशल मीडिया पर भी तैरने लगा। इस पर केंद्र व्यवस्थापक दिनेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान परीक्षा कक्ष में जाने से पहले नियमों का पालन कराया जा रहा था। चारों छात्राओं ने नियमों का पालन करने से इंकार कर दिया और वापस चली गईं।


एक छात्रा के पिता अहमदुल्लाह का कहना है कि हमने चेकिंग के बाद हिजाब में ही परीक्षा देने की बात कही थी लेकिन स्कूल वाले नहीं मानें। उन्होंने कहा कि बच्चियों के साथ वह खुद गए थे। गेट पर ही छात्राओं को रोक दिया गया। हिजाब उतारकर अंदर जाने के लिए कहा गया। वहां खड़े एक टीचर से कहा गया कि किसी लेडीज टीचर से बच्चियों की चेकिंग करा लीजिए फिर हिजाब में ही जाने दीजिए, लेकिन वह नहीं माने। पिता ने भी साफ कहा कि बच्चियों को हिजाब में पेपर देने देंगे तभी बच्चियां परीक्षा देने जाएंगी। स्कूल ने भले ही चार छात्राओं के वापस जाने की बात कही है लेकिन अहमदुल्लाह ने दस छात्राओं के परीक्षा छोड़ने की बात कही है।