आजमगढ़ में बोले सांसद धर्मेंद्र यादव-बेड़ियों की जकड़न और अमेरिका से दोस्ती
महाकुंभ में भीड़ का आंकड़ा है पर मृतकों और लापता लोगों का नहीं
काला धन तो नहीं आया और न ही बेरोजगारों को मिली नौकरी, उपचुनाव में वोटो पर भी पड़ गया डाका
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले मे पहुंचे सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने शनिवार को अपने आवास पर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने वक्फ संपत्तियों को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे कानून संशोधन को लेकर सवाल खड़े किए गए। वहीं महाकुंभ में भगदड़ के दौरान सरकार द्वारा मृतकों का आंकड़ा जारी न करने को लेकर आरोप लगाए गए।
उन्होंने कहा कि वक्फ की जो जमीनें है जिसे ऊपर वाले के नाम पर लोग दान करते हैं उस पर भाजपा के नेताओं की निगाह है। कानून को संशोधित कर अधिकारियों का प्रयोग कर और कुछ गैर जरूरी लोगों को वक्फ कमेटी डालकर जमीनों पर कब्जा करना चाहते हैं।
यह सब बातें बाद की हैं पहले बताओ बेरोजगारों को रोजगार कब मिलेगा, किसानों की आमदनी कब बढ़ेगी। स्विश बैंक से 100 दिन के अंदर काला धन आना था वह क्यों नहीं आया? आजादी के 75 साल में पहली बार एक डालर की कीमत 88 रुपये हो गई है। ऐसा पहली बार हुआ। इसका जवाब कब दोगे।
प्रयागराज में कुंभ के दौरान कितने लोग मरे इसका स्पष्ट आंकड़ा कोई मीडिया का साथी नहीं दे पा रहा है। वह बताते क्यों नहीं कि कितने लोग भगदड़ में मरे हैं। जब महाकुंभ में स्नान करने वाले की गिनती हो सकती है तो मरने वालों की गिनती क्यों नहीं। सरकार लापता लोगों की गिनती नहीं कर पा रही है।
मुझे इस बात की आशंका है कि वह इस दुनिया में नहीं है क्योंकि यह सभी लोग मिल नहीं पा रहे हैं। इस आवाज को हमारी पार्टी ने संसद में भी उठाया है। आजादी के 75 साल में ऐसा देश के लोगों का इतना अपमान कभी नहीं हुआ। जब रोजी रोटी की तलाश में गए लोग बेड़ियों में जकड़े हुए वापस भेजे जा रहे हैं।
कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में दोस्ती निभा रहे हैं। उपचुनाव में हार पर सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि इन लोगों के द्वारा वोटों की डकैती की गई है। चुनाव आयोग से 500 लिखित शिकायतें की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।