आजमगढ़ फूलपुर आईआईटी के शोध छात्र ने फांसी लगाकर दी जान
सुसाइड नोट में लिखा है मैं क्विट कर रहा हूं, इसमें कोई....
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के फूलपुर कोतवाली के उफरी गांव निवासी अंकित यादव पुत्र रामसूरत यादव आईआईटी से केमिस्ट्री में पीएचडी कर रहे थे। सोमवार को अंकित ने कैंपस स्थित हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया था। आत्महत्या की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। मिली जानकारी के मुताबिक परिजन आईआईटी के कमेस्ट्री विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे हैं। वैसे अबतक आईआईटी कानपुर के 7 छात्र आत्महत्या कर दुनिया छोड़ चुके हैं। कानपुर आईआईटी से पीएचडी कर रहे छात्र अंकित यादव के आत्महत्या का मामला उलझ गया है। अभी तक अंकित की आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालांकि मंगलवार को नोएडा से पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे मृतक के परिजनों ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ एस पार्था सारथी पर सवाल उठा रहे हैं। अभी तक परिजनों के द्वारा पुलिस को लिखित रूप से कोई शिकायत नहीं की है। ऐसे में पुलिस भी फिलहाल जांच को आगे बढ़ाने पर विचार नहीं कर रही।
करीब डेढ़ दशक से रामसूरत यादव नोएडा में एक फार्म कंपनी में सीनियर साइंटिस्ट के तौर पर नौकरी कर रहे हैं। यहां वह पत्नी सुनीता, बेटे अंकित और छोटे बेटे संचित के साथ रहते हैं। मृतक अंकित पीएचडी कर रहे थे, जबकि संचित बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव को लेकर शहर से रवाना हो गए। पिता रामसूरत यादव का कहना है कि बेटा अंकित मेधावी और होनहार होने के साथ ही हर मामले में योग्य था। एक बार जिस चीज को देख लेता था, उसे याद कर लेता था। कोई भी परीक्षा उसके लिए मुश्किल नहीं थी। उसकी शुरूआती पढ़ाई नोएडा और दिल्ली से हुई है।
अंकित के पिता राम सूरत यादव का आरोप है कि असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ एस पार्था सारथी की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उनके द्वारा हमारे बेटे अंकित को प्रताड़ित किया जाता था।
असिस्टेंट प्रोफेसर के व्यवहार से 10 से 12 बच्चे कोर्स ड्रॉप कर चुके हैं। यह भी जांच का विषय है। कहा कि अंकित की आत्महत्या आईआईटी की विफलता है। आईआईटी के छात्रों में यह छठी या सातवीं मौत है। दुष्कर्म के कई मामले हो चुके हैं। होनहारों के साथ यह सब ठीक नहीं है। छात्र अंकित ने सुसाइड नोट में किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
अंकित छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा है मैं क्विट कर रहा हूं, इसमें कोई इनवाल्व नहीं है, यह मेरा अपना निर्णय है। तीन लाइन का सुसाइड नोट लिखकर आईआईटी के पीएचडी छात्र ने सोमवार को हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।