Saturday, 8 February 2025

बरेली तेज धमाका 20 फुट दूर तक फैले लाशों के टुकड़े, बटोरने पड़े अंग 3 कि0मी0 दूर तक सुनी गई धमाके की आवाज


 बरेली तेज धमाका 20 फुट दूर तक फैले लाशों के टुकड़े, बटोरने पड़े अंग



3 कि0मी0 दूर तक सुनी गई धमाके की आवाज


उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में शुक्रवार को हुए दर्दनाक हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। किला थाना इलाके के मोहल्ला बाकरगंज में शुक्रवार सुबह मांझा बनाने की अवैध फैक्टरी में हुए धमाके में फैक्टरी मालिक और दो कारीगरों के चीथड़े उड़ गए। पतंगबाजी के लिए मजबूत मांझा बनाने के लिए गंधक, पोटाश, कांच और लोहे के बुरादे का मिश्रण तैयार करने के दौरान यह हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार, अतीक का घर तीन मंजिला बना हुआ है। घर के बाहर गली में निगरानी के लिए भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। प्रथम तल पर अतीक एक कमरे में मांझा और कच्चे माल का स्टॉक रखता था। प्लॉट में मांझा बनाया जाता था। मांझा बनाने से पहले बरामदे में कच्चा माल तैयार किया जाता था। जिस स्थान पर धमाका हुआ, अतीक और फैजान के शव के चीथड़े उसके 15 से 20 फुट दूर तक फैले मिले। पोस्टमॉर्टम के लिए उनको एकत्र करना पड़ा।


 धमाके में सरताज के शरीर के नीचे का हिस्सा और एक हाथ अलग हो गया था। अतीक के घर की कांच की खिड़कियां भी चटक गईं। बरामदे के पास ही एक कमरे में अतीक ने ऑफिस भी बना रखा था। यहीं सीसी कैमरों के मॉनीटर भी लगे थे। एक कमरे में मांझा और कच्चे माल का स्टॉक रखा था। इसे पुलिस ने सीज कर दिया है। अब पुलिस सीज किए गए स्टॉक की जांच करेगी।


 मांझा बनाने वाले कारीगरों ने बताया कि मिश्रण में गंधक और पोटाश की मात्रा ज्यादा होने के कारण ही इतना जबरदस्त धमाका हो सकता है। शुक्रवार देर रात तक मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी थी। पुलिस ने सीसी कैमरों के डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। इनकी जांच के बाद मामले की रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।



स्थानीय लोगों के मुताबिक, धमाके की गूंज लगभग तीन किलोमीटर दूर तक सुनी गई। फॉरेंसिक टीम ने मौके से नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद धमाके का राज सामने आएगा। बाकरगंज निवासी अतीक रजा खां (51) मांझा बनाने की अवैध फैक्टरी चलाते थे।