Friday, 7 February 2025

कानपुर 3 दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मी किये गए जबरन रिटायर इन मामलों को लेकर विभाग हुआ सख्त, महकमे में मचा हड़कंप


 कानपुर 3 दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मी किये गए जबरन रिटायर



इन मामलों को लेकर विभाग हुआ सख्त, महकमे में मचा हड़कंप


उत्तर प्रदेश के कानपुर में ड्यूटी में लापरवाही, भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता करने वाले पुलिस कर्मियों को लेकर विभाग सख्त है। ऐसे पुलिस कर्मियों की छंटाई कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस आयुक्त ने तीन दरोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को जबरन सेवानिवृत्त कर पुलिस विभाग से बाहर कर दिया। यह पुलिस कर्मी 10 वर्षों की नौकरी के दौरान 18 से 30 बार तक विभाग से दंडित हो चुके हैं। जांच के लिए बनी समिति के सामने सफाई रखने पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने यह कार्रवाई की है। पुलिस विभाग में तैनात दरोगा अनिल कुमार श्रीवास्तव (लेखा), दरोगा संजय सक्सेना, दरोगा अरविंद बहादुर सिंह व हेड कांस्टेबल शिव मंगल सिंह को गुरुवार को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया।


 अपर पुलिस आयुक्त विपिन मिश्रा ने बताया कि पूर्व में मिले विभागीय दंड के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। दरोगा अनिल कुमार को पूर्व में 30 बार दंडित किया जा चुका है जबकि दरोगा संजय सक्सेना को 28, दरोगा अरविंद बहादुर को 25 और हेड कांस्टेबल शिव मंगल सिंह को 18 बार विभाग से दंडित किया जा चुका है। इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ काम में लापरवाही, गलत आचरण, भ्रष्टाचार समेत अन्य गंभीर आरोप लगे थे। पुलिस कर्मियों को मिले दंड की अपील करने के लिए विभाग की ओर से एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने भी पुलिस कर्मियों की दलील और तर्कों को खारिज कर दिया था। अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि भ्रष्टाचार, कदाचार और दागी पुलिस कर्मियों को छंटनी करके उन्हें भी जबरन सेवानिवृत्त दी जाएगी। विभागीय सूत्र बताते हैं कि इन पुलिस कर्मियों ने पिछले 10 वर्षों में ही अनुशासनहीनता और कदाचार की सारी हदें पार कर दी थीं। इनमें से सभी की नौकरी को 10 से 15 वर्ष ही हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह सभी पुलिस कर्मी 53 वर्ष से कम आयु के हैं।

आजमगढ़ बरदह 50 हजार रुपये का इनामी मुठभेड़ में हुआ घायल हुंडई कार, एक देशी तमंचा, एक खोखा, 2 जिंदा कारतूस और 1200 रुपये नकद बरामद


 आजमगढ़ बरदह 50 हजार रुपये का इनामी मुठभेड़ में हुआ घायल



हुंडई कार, एक देशी तमंचा, एक खोखा, 2 जिंदा कारतूस और 1200 रुपये नकद बरामद


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद की बरदह पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान 50 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त आशीष उर्फ छोटू को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त आशीष उर्फ छोटू पुत्र स्व0 मदन राम उर्फ राम जी राउत बिहार प्रांत के रोहतास जिले के विक्रमगंज थाना क्षेत्र के धनगाई का रहने वाला है।


 जानकारी के अनुसार, गत 8 फरवरी 2024 को चन्देलाल यादव द्वारा थाना बरदह में तहरीर दी गई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बड़े पिता के लड़के रणविजय यादव की हत्या की गई है। इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ हत्या, साजिश और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि आशीष ने हत्या में शूटर के रूप में काम किया था और वह फरार चल रहा था।


 पुलिस ने आशीष के खिलाफ 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। एसपी आजमगढ़ हेमराज मीना के निर्देश और अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल के नेतृत्व में थाना बरदह की पुलिस ने शुक्रवार की भोर में लगभग 4:28 बजे कोदहरा चौराहे के पास आशीष को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। मुठभेड़ में अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लगी है। गिरफ्तार अभियुक्त के पास से एक हुंडई कार, एक देशी तमंचा .315 बोर, एक खोखा, दो जिंदा कारतूस और 1200 रुपये नकद बरामद किए गए। गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।