Saturday, 7 December 2024

आजमगढ़ इन मामलों को लेकर एसपी हेमराज मीना ने कही बड़ी बात बोले- 24 घंटे में होना चाहिए एक्शन


 आजमगढ़ इन मामलों को लेकर एसपी हेमराज मीना ने कही बड़ी बात



बोले- 24 घंटे में होना चाहिए एक्शन



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के एसपी हेमराज मीना ने रिजर्व पुलिस लाइन में अपराध की समीक्षा बैठक की। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। मीटिंग में जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारियों और शाखा प्रभारियों ने भाग लिया। एसपी ने चोरी और नकबजनी की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए पिकेट गस्त और प्रभावित क्षेत्रों में सीसी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए। गंभीर घटना होने पर 24 घंटे में राजपत्रित अधिकारी घटना स्थल का निरीक्षण करें। दो संप्रदायों के बीच घटित छोटी से छोटी घटना का तत्काल संज्ञान लेकर समाधान करें।


महिलाओं की समस्याओं को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए शीघ्र निस्तारण कराने के लिए निर्देश दिए। थाना परिसर में खड़े वाहनों का अविलंब निस्तारण करने के लिए निर्देश दिए। माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई की जाए। गैंगस्टर एक्ट के अपराध से अर्जित संपत्तियों का नियमानुसार पता लगाकर जब्ती करण की कार्रवाई की जाए। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जीआरपी व आरपीएफ से समन्वय स्थापित कर प्रभावी गश्त करें। बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेंद्र लाल, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन, अपर पुलिस अधीक्षक यातायात विवेक त्रिपाठी, सहायक पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्रशेखर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

आजमगढ़ जहानागंज फंदे पर लटका मिला युवती का शव 11वीं की छात्रा थी मृतक, मां ने गांव के युवक पर लगाया आरोप


 आजमगढ़ जहानागंज फंदे पर लटका मिला युवती का शव



11वीं की छात्रा थी मृतक, मां ने गांव के युवक पर लगाया आरोप




उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद मे जहानागंज थाना क्षेत्र के सिही गांव में शुक्रवार की शाम घर में युवती का फंदे से लटकता शव देख सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई, सूचना पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज विधिक कार्रवाई में जुट गई। 


जहानागंज के सिही गांव निवासी 19 वर्षीय खुशबू चौधरी क्षेत्र के एक विद्यालय में 11वीं की छात्रा थी, पिता कुशहर चौधरी मुुंबई में अपने बड़े पुत्र गोविंदा के साथ कपड़ा प्रेस करने का काम करते है। घर पर खुशबू अपनी मां शशिकला और छोटे भाई के साथ रहती थी। घर पर कपड़ा धुलाई का कार्य होने के कारण दोपहर को मां ग्राहक को कपड़ा देने के लिए और छोटा भाई स्कूल गया था। शाम को मां घर लौटी तो देखा कि खुशबू घर में दुपट्टे के सहारे चुल्ले से लटक रही है। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग आए और उसे फंदे से नीचे उतारा। स्वजन आनन-फानन उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। 


मोर्चरी हाऊस पहुंची मां ने गांव के एक युवक पर पुरानी रंजिश को लेकर आरोप लगया कि युवक जेल से छुटकर घर आया है। एक दिन रास्ते में जब खुशबू स्कूल जा रही थी कि उसे बीच रास्ते में रोकर मुकदमें में सुलह-समझौते के लिए धमकी दिया था। मृतिका दो भाईयों में बड़ी थी।

आजमगढ़ निजामाबाद फरिहा दुकान से गेहूं और चावल चोरी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई चोरी की घटना


 आजमगढ़ निजामाबाद फरिहा दुकान से गेहूं और चावल चोरी



सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई चोरी की घटना



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा चौकी अंतर्गत फरिहा गांव निवासी संदीप गुप्ता पुत्र कृष्ण मोहन गुप्ता जिनकी दुकान फरिहा बाजार में टावर के समीप है बीती रात अज्ञात चोरों ने दुकान का ताला तोड़कर 7 बोरा गेहूं और 5 बोरा चावल आटो में लाद कर चोर चोरी कर ले गए है।


 प्राप्त जानकारी के मुताबिक घटना कि जानकारी पीड़ित को आज शनिवार को सुबह लगभग सात बजे दुकान खोलने के समय हुई है वही पीड़ित व्यक्ति ने परेशान होकर बगल का सीसीटीवी कैमरा खंगाला तब पता चला कि आटो में लाद कर अज्ञात चोरों द्वारा ले जाया गया है तो पीड़ित ने इस घटना कि जानकारी फरिहा चौकी पर लिखित तहरीर अज्ञात चोरों के खिलाफ दिया है और चौकी इंचार्ज फरिहा अनिल कुमार ने बताया कि घटना कि जानकारी मिली है पुलिस मामले कि छानबीन कर रही है। जल्द से जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।

लखनऊ दरोगा की सिर कटी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली 24 घंटे के बाद हुई पहचान, पत्नी भी हैं सिपाही


 लखनऊ दरोगा की सिर कटी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली



24 घंटे के बाद हुई पहचान, पत्नी भी हैं सिपाही



उत्तर प्रदेश लखनऊ पुलिस मुख्यालय सुरक्षा में तैनात दरोगा ध्यान सिंह की सिर कटी लाश बुधवार दोपहर सुशांत गोल्फ सिटी के बक्कास रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर पड़ी मिली। पुलिस का दावा है कि दरोगा ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या की है। 24 घंटे बाद बृहस्पतिवार को शव की पहचान हुई। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर गृह जनपद चले गए। परिजनों ने फिलहाल कोई आरोप नहीं लगाया है। 


कौशांबी के सैनी बरेठ बाग निवासी ध्यान सिंह (39) यूपी पुलिस में 2015 बैच के दरोगा थे। वर्तमान में वह पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग की सुरक्षा में तैनात थे और अर्जुनगंज इलाके में पत्नी प्रियंका के साथ किराए पर रहते थे। कुछ दिन पहले मुख्यालय से जालौन स्थानांतरण हो गया था। बृहस्पतिवार को रवानगी भी होनी थी। पत्नी प्रियंका भी 2019 बैच की सिपाही हैं और पुलिस मुख्यालय में ही तैनात हैं।


 बुधवार सुबह करीब 11 बजे ध्यान सिंह पत्नी से शेविंग कराने की बात कहकर घर से निकले थे। ध्यान सिंह कटरा बक्कास इलाके में मकान बनवा रहे थे। घर से निकलकर वह निर्माणाधीन मकान में पहुंचे और लेबरों को रुपये दिए। यहां उनकी मोबाइल फोन पर किसी से बहस हुई और फिर वह घर नहीं पहुंचे। दोपहर करीब दो बजे आउटर रिंग रोड के नीचे रेलवे लाइन पर उनका सिर कटा शव मिला। पुलिस ने लोगों की मदद से शव की पहचान का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस ने लावारिस में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


ध्यान सिंह का मोबाइल फोन बुधवार दोपहर से बंद हो गया। पत्नी प्रियंका ने इस बारे में ससुराल वालों को बताया। इस पर बृहस्पतिवार को परिजन कौशांबी से लखनऊ पहुंचे और तलाश की। तभी उन्हें रेलवे लाइन पर मिली सिर कटी लाश के बारे में पता चला। उन्होंने सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस से संपर्क किया और फिर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां परिजनों ने शव की पहचान दरोगा ध्यान सिंह के रूप में की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह एंटीमार्टम इंजरी व शाक्ड हेमरेज आया है।


दरोगा ध्यान सिंह की मौत हत्या, हादसा या आत्महत्या है। इस बारे में परिजनों ने कुछ भी नहीं कहा। पुलिस का दावा जरूर है कि दरोगा ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दी है। इसकी पुष्टि पुलिस ने ट्रेन के लोको पायलट से बात करके की है। लोको पायलट ने दरोगा को ट्रेन के आगे कूदते देखा था। अब सवाल उठता है कि दरोगा ने अगर आत्महत्या की तो उसके पीछे वजह क्या है। इस बारे में पुलिस को कुछ नहीं पता। डीसीपी साउथ केशव कुमार ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाए हैं।


दरोगा ध्यान सिंह की मौत को अगर आत्महत्या मान लिए जाए तो सवाल है कि मोबाइल फोन व अन्य सामान कहां गायब हो गया। क्या दरोगा ने सारा सामान आत्महत्या से पहले कहीं छुपा दिया या फिर शिनाख्त न हो सके इसके लिए किसी ने उनका सारा सामान गायब कर दिया। ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब फिलहाल पुलिस के पास भी नहीं है। डीसीपी का कहना है कि मोबाइल फोन व अन्य सामान के बारे में पता लगाया जा रहा है। दरोगा ध्यान सिंह की आखिरी बार फोन पर किसी से बात हुई थी सर्विलांस की मदद से इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।