Wednesday, 4 December 2024

आजमगढ़ सिधारी अवैध असलहा फैैक्ट्री का भण्डा फोड़ हिस्ट्रीशीटर सहित 5 गिरफ्तार, भारी मात्रा में असलहा, कारतूस व निर्माण सामग्री बरामद लाइसेंसधारी शस्त्र धारकों को भी करते थे कारतूस की सप्लाई, जांच कर होगी कार्रवाई-हेमराज मीना, एसपी


 आजमगढ़ सिधारी अवैध असलहा फैैक्ट्री का भण्डा फोड़



हिस्ट्रीशीटर सहित 5 गिरफ्तार, भारी मात्रा में असलहा, कारतूस व निर्माण सामग्री बरामद


लाइसेंसधारी शस्त्र धारकों को भी करते थे कारतूस की सप्लाई, जांच कर होगी कार्रवाई-हेमराज मीना, एसपी


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद की सिधारी थाना व स्वाट टीम प्रथम की संयुक्त कार्रवाई में जनपद में अवैध असलहा का निर्माण करने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए भारी मात्रा में अवैध असलहा, कारतूस व असलहा व कारतूस बनाने के औजार बरामद किया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई में एक हिस्ट्रीशीटर सहित पांच अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि लाइसेंस धारी शस्त्र धारक भी इन लोगों से शस्त्र की खरीद करते थे ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।


पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ हेमराज मीना ने बताया कि बुधवार को सिधारी पुलिस व स्वाट टीम प्रथम की संयुक्त टीम द्वारा सूचना के आधार पर भदुली के मौनी बाबा कुटिया के पास से बसवारी में छापा मारकर रात्रि को लगभग 2:30 बजे अवैध शस्त्र फैक्ट्री के भण्डाफोड़ करते हुए एक हिस्ट्रीशीटर सहित पाँच को हिरासत में लिया गया। अभियुक्तों के पास से चोरी की लाइसेंसी बन्दूक के साथ पांच तमंचा, 68 जिन्दा कारतूस, 69 खोखा कारतूस, एक मैगजीन लोहे का .32 बोर, 1 अर्ध निर्मित तमंचा .315 बोर, 2 अदद मोटर साइकिल तथा अवैध तमंचा व कारतूस बनाने में लगने वाले कुल 73 सामान/औजार बरामद किया है।


 गिरफ्तार अभियुक्तों में रविकान्त उर्फ बड़क पुत्र स्व0 अशोक यादव सा0 सर्फुद्दीनपुर सिधारी थाने का हिस्ट्रीशीटर है तथा उसके ऊपर लगभग नौ मुकदमें दर्ज हैं। वहीं संजय विश्वकर्मा पुत्र सोहित विश्वकर्मा सा0 आजमबाध थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़ पर भी सिधारी थाने में पूर्व में मुकदमें दर्ज हैं। रामविलास चौहान पुत्र स्व0 मोहित चौहान ग्राम बेनपुर अमदही थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़, पंकज निषाद पुत्र बीरबल निषाद निवासी हरबंशपुर थाना सिधारी जनपद आजमगढ़, मुंशी राम पुत्र बैरागी निवासी कोलारी थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़ को हिरासत में लेकर न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया। वहीं इस मामले में वांछित अभियुक्त रामधारी राजभर पुत्र बनारसी राजभर निवासी बसही लहुआ कला थाना देवगांव जनपद आजमगढ़ पर आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर में आधा दर्जन मुकदमें दर्ज हैं।


गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग अलग अलग सुनसान जगहों पर लगभग दो-ढ़ाई साल से कबाड़ी की दुकान से अपने काम लायक लोहे की पाइप एवं अन्य सामान चुनकर खरीद लेते हैं इसके अलावा असलहा तैयार करने में जो सामान लगता है तथा कारतूस हम लोग रामधारी राजभर पुत्र बनारसी राजभर निवासी बसही लहुआ कला थाना देवगांव जनपद आजमगढ़ जो इसी वर्ष गाजीपुर पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है और इस समय गाजीपुर जेल में बन्द है व मुंशी राम पुत्र बैरागी निवासी कोलारी थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़ से लेते हैं और असलहा तैयार करते हैं। हम लोग मिलकर यहां सुनसान जगह देखकर अपना काम करते थे, असलहा व कारतूस तैयार होने पर पंकज निषाद व रविकान्त उर्फ बड़क तथा मुंशी द्वारा बाइक से जगह जगह जाकर तैयार शस्त्र, कारतूस को अच्छे दामों पर आजमगढ़ व गाजीपुर व अगल बगल के जिलों में बेचा जाता था।

आगरा अय्याशी में डूबी मां ने कलेजे के टुकड़े का करवाया कत्ल देवर संग आपत्तिजनक हालत में देख लिया था बेटा


 आगरा अय्याशी में डूबी मां ने कलेजे के टुकड़े का करवाया कत्ल


देवर संग आपत्तिजनक हालत में देख लिया था बेटा



उत्तर प्रदेश के आगरा में मां और चाचा के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया है। पिनाहट के नया पुरा मोहल्ले में आठ वर्षीय बालक रौनक की हत्या उसके चाचा ने की थी। मिली जानकारी के मुताबिक बालक की मां के साथ अवैध संबंधों के खुलासे के डर से रौनक को चाचा ने मोगरी से सिर पर प्रहार करके मारा। मंगलवार को पुलिस ने रौनक की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने मृतक रौनक के चाचा व उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद चाचा ने रौनक के शव को छत पर रखी करब में छिपा दिया था।


नयापुरा मोहल्ले से 29 नवंबर 2024 की शाम को करन सिंह का आठ वर्षीय बेटा रौनक घर के सामने से लापता हो गया था। सोमवार सुबह रौनक का शव करन सिंह के घर के पीछे गली में बोरे में मिला था। छानबीन के दौरान पुलिस को रौनक के चाचा भानु सिंह की छत पर खून के निशान मिले थे। भानु के घर में सीढ़ी पर खून के निशान से पुलिस को उस पर शक था। भानु सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।


चाचा भानु ने बताया कि बड़े भाई सूरत में कारखाने में काम करते हैं। यहां पर भाभी यशोदा दोनों बेटों के साथ रहती हैं। उसके भाभी यशोदा के साथ चार वर्ष से अवैध संबंध थे। भाई 18 नवंबर 2024 से गांव में हैं। वह शुक्रवार शाम बाजार गए हुए थे। रौनक ने उसे और मां यशोदा को एक साथ देख लिया। दोनों को लगा कि रौनक पिता को बता देगा। जिससे उन्हें रौनक की हत्या करनी पड़ी।


यशोदा ने बेटे को टाफी खरीदने के लिए बाहर भेज दिया। वह रौनक को बहाने से अपने कमरे पर लेकर गया। वहां उसके सिर पर मोगरी से प्रहार करके हत्या कर दी। शव को सीढ़ियों पर रखे ड्रम के ऊपर रखकर बोरा डाल दिया। सीढ़ी पर बहे खून को साफ कर दिया। इस दौरान यशोदा दरवाजे पर खड़ी होकर नजर रखे रही कि कोई बाहर से अंदर न आए। भानु ने शव को अंधेरा होने पर बोरे में बंद करके मंझले भाई रवि के घर की छत पर रखी करब के पीछे छिपा दिया था। इसके आधे घंटे बाद यशोदा ने गांव में बेटे के अपहरण का हल्ला मचा दिया।


मुकदमा दर्ज कराने के बाद चाचा भानु रौनक को तलाशने का नाटक करता रहा। शव कई दिन पुराना होने के चलते उसमें दुर्गध आनी शुरू हो जाती। इसलिए उसे ठिकाने लगाने के लिए यशोदा सोमवार सुबह मोबाइल को चार्जिंग में लगाने के बहाने कमरे से निकल आयी। दोनों ने शव को करब से निकालकर बोरे को रस्सी से बांधा। वह गली में चला गया, यशोदा ने छत से रस्सी की मदद से बोरे को गली में नीचे उतारा था। डीसीपी पूर्वी जोन अतुल शर्मा ने बताया कि बालक रौनक की हत्या अवैध संबंधों का राज खुलने के चलते हुई थी। हत्यारोपी यशोदा देवी और भानु सिंह को गिरफ्तार किया गया है।