Monday, 25 November 2024

गोरखपुर दारोगा-सिपाही को भीड़ ने बंधक बनाकर पीटा, चौकी इंचार्ज की हालत गंभीर 25 हमलावरों की तलाश शुरू, मुकदमा दर्ज


 गोरखपुर दारोगा-सिपाही को भीड़ ने बंधक बनाकर पीटा, चौकी इंचार्ज की हालत गंभीर



25 हमलावरों की तलाश शुरू, मुकदमा दर्ज




 उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक बेहद हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां रविवार की शाम दो पक्षों के विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम पर आरोपियों ने हमला कर दिया। भीड़ ने चौकी इंचार्ज (दारोगा) और सिपाही को बंधक बनाकर पीटा। पिटाई से चौकी इंचार्ज बेहोश हो गए।मौके पर पहुंची थाने की पुलिस ने उन्हें भीड़ के चंगुल से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है।


 सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कनहौली गांव में रविवार की सुबह दो पट्टीदारों के बीच गाड़ी आगे-पीछे करने को लेकर विवाद हो गया। मामला गाली-गलौज तक पहुंचा तो एक पटीदार श्रवण यादव ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस बुला ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दोनो पक्षों को समझा बुझाकर शांत करा दिया। हालांकि शाम होते होते विवाद बढ़ गया और दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने इकट्ठे हो गए। दोनों तरफ से जम कर ईंट-पत्थर चलने लगे तो श्रवण यादव ने इसकी सूचना पुलिस चौकी पर दी। 


आरोप है कि चौकी इंचार्ज (दारोगा) अपने हमराही के साथ जैसे ही उक्त स्थल पर पहुंचे, श्रवण पक्ष के लोगों ने पुलिस पर लेट पहुंचने और लापरवाही का आरोप लगाते हुए विवाद शुरू कर दिया। भीड़ ने चौकी इंचार्ज सहित कांस्टेबल को जमकर पीट दिया। भीड़ उन्हें एक कमरे में ले गई और बंधक बना लिया। किसी ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने बमुश्किल दोनों पुलिसकर्मियों को हमलावरों के चंगुल से बाहर निकाला। इस दौरान चौकी इंचार्ज राकेश कुमार की हालत बेहद गंभीर थी, उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। सिपाही विनीत कुमार को भी चोटें आई हैं। एसपी साउथ जितेंद्र कुमार का कहना है कि 15 नामजद आरोपियों सहित 25 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश जारी है। लगातार दबिश दी जा रही है। आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा। फिलहाल गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

मऊ पत्नी की लाश को ठेले से लेकर घर पहुंचा पति तय किया 50 कि0मी0 का रास्ता, मदद के लिए मांगता रहा भीख


 मऊ पत्नी की लाश को ठेले से लेकर घर पहुंचा पति


तय किया 50 कि0मी0 का रास्ता, मदद के लिए मांगता रहा भीख



उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी कोतवाली क्षेत्र के दादनपुर निवासी अधेड़ महिला का बलिया जिले के नगरा में इलाज के दौरान मौत हो गई। उधर, गरीबी में पत्नी की मौत के बाद पति ने मदद की उम्मीद को लेकर लोगों से अपील की, लेकिन कोई सहायता न मिलने पर वह अपनी पत्नी के शव को ठेले पर लादकर लगभग 50 कि0मी0 दूर अपने पैतृक गांव के करीब पहुंचा था। इस बीच, इसकी सूचना मिलने पर घोसी पुलिस ने शव को शववाहिका से भिजवाने के साथ अंतिम संस्कार कराने का पूरा खर्च उठाया।


 बताया जा रहा है कि घोसी कोतवाली क्षेत्र के दादनपुर अहिरौली निवासी गुलाबचंद्र मजदूरी कर अपनी बीमार पत्नी चंद्रमी का उपचार करा रहे थे। बेहतर उपचार की आस में शनिवार को वह अपनी पत्नी के साथ बलिया जिले के नगरा में पहुंचा था,जहां वह डाॅक्टर के बजाए झांड़-फूक के चक्कर में पड़ गया, जहां देर शाम उसकी बीमार पत्नी की मौत हो गई।


 पत्नी की मौत के बाद उसने कोशिश की कि वह अपनी पत्नी के शव को किसी वाहन से घोसी ले जा सके, लेकिन उसके पास रुपये न होने पर उसने पहले मदद की मांग की, लेकिन नाउम्मीद होने पर वह ठेले से शनिवार की रात 12 बजे अपनी पत्नी के शव को घोसी के लिए निकल गया। रविवार की सुबह वह 11 बजे जब घोसी कोतवाली क्षेत्र के रघौली के करीब पहुंचा था घोसी पुलिस को इसकी सूचना मिली। जिस पर पहुंची पुलिस ने जब वृद्ध गुलाबचंद्र से जानकारी ली तो उन्हें वाकया पता चला। जिसके बाद शव को ठेले से हटवाकर शव वाहिका से उसके पैतृक गांव भेजवाने के साथ अंतिम संस्कार के लिए मदद की। अपनी पत्नी को खो चुके गुलाबचंद्र ने बताया कि उनकी चार संतान है, लेकिन वह इस बुढ़ापे में हमसे अलग रहते हैं। वह ही मजदूरी करके अपना और अपनी पत्नी का भरण पोषण करते हुए बीमार पत्नी का उपचार करा रहा था। चिकित्सकों से इलाज कराने के दौरान उसे एक झाड़ फृूक से बीमार पत्नी के ठीक होने के बात सुनकर वह एक आस में बलिया जिले के नगरा पहुंचा था। लेकिन किस्मत ने उसके साथ धोखा दे दिया।