Sunday, 24 November 2024

आजमगढ़ सिधारी सिलेंडर फटने से आग का गोला बनी दुकान सड़क पर बिखरी चिंगारियों के बीच गुजरती रही गाड़ियां घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर स्थित पेट्रोल है पंप, बड़ी घटना टली


 आजमगढ़ सिधारी सिलेंडर फटने से आग का गोला बनी दुकान



सड़क पर बिखरी चिंगारियों के बीच गुजरती रही गाड़ियां


घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर स्थित पेट्रोल है पंप, बड़ी घटना टली


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के सिधारी थाना क्षेत्र के ग्राम बेलनाडीह के आजमगढ़-गाजीपुर सड़क के किनारे स्थित अंडे की दुकान में बीती रात अराजकतत्वों ने आग लगा दी। इस दौरान दुकान में रखे गैस सिलेंडर में आग ने पकड़ लिया। कुछ ही देर बाद तेज विस्फोट के साथ सिलेंडर फट गया। विस्फोट के बाद उठी आग की चिंगारी सड़क सहित अगल-बगल बिखर गई। 


इस दौरान तमाम गाड़ियां सड़क से गुजर रही थी। घटना स्थल से करीब 100 मीटर दूर पेट्रोल पंप स्थित है। संयोग अच्छा था कि कोई अनहोनी नहीं हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार अगर घटना कुछ देर पहले हुई होती तो बड़ी जनहानि की घटना घटित हो जाती है।

शाहजहांपुर भाई की साली के लिए जान देने पर उतारू हुआ युवक जहर पीकर पहुंचा पुलिस चौकी, हालत गंभीर

शाहजहांपुर भाई की साली के लिए जान देने पर उतारू हुआ युवक



जहर पीकर पहुंचा पुलिस चौकी, हालत गंभीर




 उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के खुटार थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 25 वर्षीय युवक शाम को करीब साढ़े चार बजे पुवायां की बड़ागांव पुलिस चौकी पर पहुंचा। युवक ने बताया कि उसके रिश्ते के एक भाई की ससुराल पुवायां क्षेत्र में है। शुक्रवार को वह भाई की ससुराल गया था, जहां उसे कोल्ड ड्रिंक पिला दी गई। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और वह किसी तरह चौकी पर पहुंचा है। कुछ देर बाद युवक खुद ही कोल्ड ड्रिंक खरीदकर उसमें जहरीला पदार्थ मिलाकर पीने की बात कहने लगा। पुलिस युवक को पुवायां सीएचसी लाई, हालत गंभीर होने के कारण उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। 


थाना प्रभारी हरपाल सिंह बालियान ने बताया कि जांच में पता चला है कि युवक का अपनी रिश्ते की साली से प्रेम प्रसंग चल रहा है। परिजनों ने युवती की शादी तय कर दी है। इस कारण युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। बड़ागांव चौकी पर युवक के पहुंचने के 15 मिनट बाद ही पुलिस ने उसे पुवायां सीएचसी लाकर भर्ती करा दिया था। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने युवक को राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, लेकिन पुलिस उसे शाहजहांपुर नहीं ले गई और परिजनों का इंतजार करती रही।


 एक घंटे बाद शाम छह बजे परिजन सीएचसी पहुंचे, तब 108 सेवा की एंबुलेंस से युवक को राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। परिजनों का कहना है कि पुलिस को उनका इंतजार किए बिना युवक को इलाज के लिए ले जाना चाहिए था। ऐसे में युवक की जान को खतरा होता है तो कौन जिम्मेदार होता? सीओ पुवायां निष्ठा उपाध्याय ने बताया कि परिजनों को मौके पर बुलाना आवश्यक होता है। डॉक्टर की देखरेख में मरीज सीएचसी पर रुका होगा। अगर अनावश्यक रोका गया है और शिकायत मिली तो जांच की जाएगी।