Sunday, 23 June 2024

आजमगढ़ गंभीरपुर मामूली विवाद में 2 पक्षों के बीच जमकर हुई मारपीट घायल युवक ने अस्पताल में तोड़ा दम


 आजमगढ़ गंभीरपुर मामूली विवाद में 2 पक्षों के बीच जमकर हुई मारपीट


घायल युवक ने अस्पताल में तोड़ा दम



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गंभीरपुर थाना क्षेत्र के महंगूपुर गांव में शनिवार की रात शौच करने को लेकर दो पक्ष में मारपीट हो गई। जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई।


 शनिवार की रात महंगूपुर गांव निवासी वीरेंद्र उर्फ रामवृक्ष अपने घर के बगल में पेशाब कर रहा था। तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। विवाद होने पर वीरेंद्र उर्फ रामवृक्ष को चंद्रशेखर व उनके लोगों ने लाठी, डंडे व धारदार हथियारों से हमला बोल दिया।


 मारपीट की घटना में प्रद्युम्न कुमार (24) पुत्र रामवृक्ष, विरेंद्र उर्फ रामवृक्ष (55) पुत्र तेरस, दीपक (18) पुत्र रामवृक्ष, राजेंद्र (60) पुत्र तेरस को मारपीट कर घायल कर दिया। आनन फानन सभी घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्रद्युम्न की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। रविवार की सुबह इलाज के दौरान प्रद्युम्न की मौत हो गई।


 लोगों की मानें तो दोनों परिवारों में काफी दिनों से विवाद चल रहा था। इस मामले में मृतक के बड़े पिता सुरेंद्र ने अपने ही पटीदार मनोज, राजू, चंद्रशेखर, मोहित, सोहित तथा चंदन के खिलाफ गंभीरपुर थाने में नामजद तहरीर दिया है।

आजमगढ़ मुबारकपुर ट्रैक्टर से टकराई मोटर साइकिल, 2 की हुई मौत , एक गंभीर रूप से घायल मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बम्हौर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के सर्विस रोड पर घटी घटना


 आजमगढ़ मुबारकपुर ट्रैक्टर से टकराई मोटर साइकिल, 2 की हुई मौत , एक गंभीर रूप से घायल 



मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बम्हौर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के सर्विस रोड पर घटी घटना




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बम्हौर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के नीचे बने सर्विस रोड पर शनिवार को रात लगभग 8.30 बजे ट्रैक्टर ट्राली और बाइक की आमने सामने टक्कर हो जाने के कारण बाइक सवार दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल को उपचार हेतु जिला अस्पताल सदर में भर्ती कराया गया।


 कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम मोजरापुर निवासी दीपक 20 वर्ष पुत्र जयप्रकाश, विजय कुमार 21 वर्ष पुत्र सुबेदार एक मोटर साइकिल से और शुभम 22 वर्ष पुत्र जयराम दूसरी मोटर साइकिल पर अकेले था तीनों साथ घर से सठियांव जा रहे थे। सठियांव पहुंचने से पहले बम्हौर गांव के पास सामने से आ रहे ट्रैक्टर ट्राली से टक्कर हो गई, जिससे एक मोटर साइकिल पर सवार दीपक व विजय कुमार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरी मोटर साइकिल सवार अकेला शुभम घायल हो गया।


 घटना की सूचना पाकर मौके पर एसपी सीटी शैलेन्द्र लाल के साथ ही थाना प्रभारी निरीक्षक निहार नंदन कुमार भी पुलिस दल बल के साथ पहुंचे, घायल को उपचार हेतु जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। मौके पर सड़क हादसे में जान गंवा बैठे दीपक और विजय कुमार के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। सड़क दुर्घटना के बाद पुलिस ट्रैक्टर ट्राली को लेकर मुबारकपुर थाना ले आई।

कानपुर यूपी पुलिस का डिप्टी एसपी बना सिपाही होटल के कमरे में पकड़े गए थे महिला कांस्टेबल के साथ


 कानपुर यूपी पुलिस का डिप्टी एसपी बना सिपाही



होटल के कमरे में पकड़े गए थे महिला कांस्टेबल के साथ



उत्तर प्रदेश कानपुर के एक होटल में महिला सिपाही के साथ पहले पकड़े गए सीओ कृपाशंकर कन्नौजिया को जांच में दोषी पाए जाने पर पदावनत कर फिर सिपाही बना दिया गया। 


सिपाही से प्रमोशन पाकर ही उन्होंने सीओ तक का सफर तय किया था। जांच के दौरान ही सीओ कन्नौजिया को 26वीं वाहिनी पीएसी गोरखपुर ट्रांसफर किया गया था। उन्हें उनके मूल पद (आरक्षी) पर कर तैनात किए जाने की पुष्टि पीएसी कमांडेंट ने की है। कृपाशंकर मूलरूप से देवरिया के निवासी हैं। घटना जुलाई 2021 की है। उन्नाव जिले की बीघापुर सर्किल में डीएसपी के पद पर तैनात कृपाशंकर कन्नौजिया कानपुर में एक महिला सिपाही के साथ होटल में पकड़े गए थे। इस घटना से पुलिस की छवि गिरी थी लिहाजा प्रदेश शासन ने मामले का संज्ञान लिया था। उनकी चार्ज वापस ले लिया गया था और पुलिस कार्यालय से संबद्ध किया गया था। पुलिस महानिदेशक ने निलंबित करने की संस्तुति की थी। 


प्रकरण की जांच के बाद अब उन्हें शासन ने मूल पद आरक्षी पर पदावनत कर दिया। 26वीं वाहिनी के एक दल में नियुक्त किया गया है। संभवतः यह पहला मामला है जब किसी पुलिस उपाधीक्षक (डिप्टी एसपी) को पदावनत कर सिपाही बना दिया गया हो। तीन साल पहले बीघापुर सर्किल के सीओ रहे कृपाशंकर कनौजिया को महिला सिपाही से आशिकी ले डूबी। उन्होंने विभाग ही नहीं पत्नी को भी धोखा दिया था और पत्नी को दिए धोखे की वजह से ही वह फंस गए। दरअसल 6 जुलाई 2021 को उन्होंने इलाज के लिए घर गोरखुपर जाने के लिए छुट्टी ली थी। पत्नी को बता भी दिया कि घर आ रहा हूं। लेकिन घर जाने की जगह वह एक महिला सिपाही को लेकर कानपुर में मालरोड स्थित होटल आ गए। अपने नाम से ही कमरा बुक किया और सिपाही के साथ ठहर गए। उन्होंने अपना सीयूजी और पर्सनल दोनों फोन बंद कर लिए।


 पत्नी ने कॉल की तो फोन बंद मिलते रहे। वह घबरा गईं और उन्होंने तत्कालीन एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी को कॉल कर चिंता जताई। कहा कि मेरे पति ने अपराधियों पर बड़ी कार्रवाइयां की हैं। वह अक्सर अपनी हत्या की आशंका जताते हैं। उनके फोन बंद होने से मुझे डर लग रहा है। इस पर एसपी ने सर्विलांस सेल को लगाया। उनकी आखिरी लोकेशन माल रोड, कानपुर के एक होटल में मिली। उन्नाव और कानपुर पुलिस की संयुक्त टीम होटल पहुंची तो पता चला कि शाम पांच बजे से सीओ एक महिला के साथ कमरे में हैं। रूम बुकिंग में आईडी लगी थी। वह सीसीटीवी कैमरे में भी महिला सिपाही के साथ दिखे। तस्दीक के बाद कमरा नंबर 201 खटखटाया गया तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। होटल मैनेजर शिव कुमार को खुद जाना पड़ा। उन्होंने कमरा खुलवाया और सीओ को बताया कि नीचे पुलिस टीम मौजूद है। तब सीओ नीचे पहुंचे। उनसे कहा गया कि आपकी पत्नी बात करना चाहती हैं। इस भंडाफोड़ के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। इस मामले की जांच होने लगी।