Saturday, 6 August 2022

लखनऊ पूर्व मंत्री के बेटे को लगी गोली, आईसीयू में भर्ती


 लखनऊ पूर्व मंत्री के बेटे को लगी गोली, आईसीयू में भर्ती


उत्तर प्रदेश लखनऊ सपा सरकार में मंत्री रहे शंख लाल मांझी के बेटे आकाश को शनिवार शाम गोली लग गई। गोली चलते ही घर में हड़कंप मच गया। घर में मौजूद लोगों ने घायल अवस्था में उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि उसकी हालत गंभीर है। पुलिस का कहना है कि आकाश मांझी को आईसीयू में भर्ती किया गया है। 


परिजनों की तरफ से अभी तक इस मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं की गई है। पूर्व मंत्री शंख लाल मांझी बाहर गए हुए थे। आज एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले थे और आकाश उनको लेने  जाने वाला था।



जानकारी के मुताबिक गोमतीनगर विस्तार के वरदान खंड स्थित घर में आकाश के हाथ से रिवॉल्वर जमीन पर गिरी और फायर होने से गोली सीने में लग गई। आनन-फानन बहन महिमा उसे लोहिया अस्पताल लेकर गई। आकाश की हालत गंभीर है। गोमतीनगर विस्तार के वरदान खंड की घटना है।

उत्तर प्रदेश वाराणसी का ऐसा थाना जहां अपनी कुर्सी पर नहीं बैठते कोतवाल-जाने क्यो।


 उत्तर प्रदेश वाराणसी का ऐसा थाना जहां अपनी कुर्सी पर नहीं बैठते कोतवाल-जाने क्यो।



उत्तर प्रदेश वाराणसी में एक पुलिस स्टेशन ऐसा भी है कि जहां थानेदार की कुर्सी पर आज तक किसी अधिकारी ने बैठने की हिम्मत नहीं जुटाई. जी हां, वाराणसी के एक थाने में थानेदार की कुर्सी पर बाबा काल भैरव अपना आसन पिछले कई सालों से जमाए हुए हैं. अफसर बगल में कुर्सी लगाकर बैठते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि सालों से इस स्टेशन के आईएएस व आईपीएस नहीं आया।



दरअसल, वाराणसी के विश्वेश्वरगंज स्थित कोतवाली पुलिस स्टेशन के प्रभारी का कहना है कि ये परंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है. यहां कोई भी थानेदार जब तैनाती में आया तो वो अपनी कुर्सी पर नहीं बैठा. कोतवाल की कुर्सी पर हमेशा काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव विराजते हैं. लोगों का मानना है कि आने-जाने वालों पर बाबा खुद नजर बनाए रखने के कारण भैरव बाबा को वहां का कोतवाल भी कहा जाता है. बाबा की इतनी मान्यता है कि पुलिस भी बाबा की पूजा करने से पहले कोई काम शुरु नही करती।



माना जाता है कि बाबा विश्वनाथ ने पूरी काशी नगरी का लेखा-जोखा का जिम्मा काल भैरव बाबा को सौंप रखा है. यहां तक कि बाबा की इजाजत के बिना कोई भी व्यक्ति शहर में प्रवेश नहीं कर सकता है. पिछले 18 सालों से तैनात एक कॉन्स्टेबल का कहना है कि मैंने अभी तक किसी भी थानेदार को अपनी कुर्सी पर बैठते नहीं देखा. बगल में कुर्सी लगाकर ही प्रभारी निरीक्षक बैठता है. हालांकि, इस परंपरा की शुरुआत कब और किसने की, ये कोई नहीं जानता. लोगों का ऐसा मानना है कि यह परंपरा कई सालों पुरानी ही है.

माना जाता है कि साल 1715 में बाजीराव पेशवा ने काल भैरव मंदिर बनवाया था. यहां आने वाला हर बड़ा प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सबसे पहले बाबा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेता है।



 बता दें कि काल भैरव मंदिर में हर दिन 4 बार आरती होती है. जिसमें रात के समय होने वाली आरती सबसे प्रमुख होती हैं. आरती से पहले बाबा को स्नान कराकर उनका श्रृंगार किया जाता है. खास बात यह है कि आरती के समय पुजारी के अलावा मंदिर के अंदर किसी को जाने की इजाजत नहीं होती. बाबा को सरसों का तेल चढ़ता है. साथ ही एक अखंड दीप बाबा के पास हमेशा जलता रहता है.

बाहुबली पूर्व सांसद उमाकान्त यादव पर हत्या का आरोप सिद्ध 1995 में जीआरपी के सिपाही की हुई थी हत्या, 8 अगस्त को सजा पर होगी सुनवाई


 बाहुबली पूर्व सांसद उमाकान्त यादव पर हत्या का आरोप सिद्ध


1995 में जीआरपी के सिपाही की हुई थी हत्या, 8 अगस्त को सजा पर होगी सुनवाई



उत्तर प्रदेश जौनपुर बाहुबली पूर्व सांसद उमाकांत यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल, 4 फरवरी 1995 जीआरपी सिपाही हत्याकांड मामले में कोर्ट ने उमाकांत यादव को दोषी करार दिया है। कोर्ट सजा को लेकर सोमवार यानी 8 अगस्त को अपना फैसला सुनाएगा।



बता दें कि इस मामले में सात आरोपियों पर पुलिस हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें से पूर्व सांसद उमाकांत यादव को भी कोर्ट ने हत्या का आरोपी माना है। गौरतलब है कि उमाकांत यादव 1991 में बीएसपी से खुटहन विधानसभा से विधायक बने। इसके बाद 1993 में वे सपा बसपा गठबंधन से दूसरी बार इसी सीट से विधायक चुने गए।- 1996 के चुनाव में सपा बसपा गठबंधन टूटने के बाद उमाकांत यादव बीएसपी छोड़ समाजवादी पार्टी से विधायक बने। 2002 के विधान सभा चुनाव में उमाकांत यादव ने बीजेपी-जदयू गठबंधन से खुटहन से चुनाव लड़ा, लेकिन बसपा प्रत्याशी शैलेंद्र यादव ललई से हार गये। 



2004 लोकसभा चुनाव में उमाकांत यादव जेल बंद रहते हुए एक बार फिर से मछलीशहर से बीएसपी के टिकट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी को हराकर सांसद बने थे।

आजमगढ़ चार अधिकारी मिले अनुपस्थित, स्पष्टीकरण तलब, कठोर कार्रवाई की चेतावनी मण्डलायुक्त एवं डीआईजी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस का तहसील सदर में किया औचक निरीक्षण, 17 मामले निस्तारित


 आजमगढ़ चार अधिकारी मिले अनुपस्थित, स्पष्टीकरण तलब, कठोर कार्रवाई की चेतावनी


मण्डलायुक्त एवं डीआईजी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस का तहसील सदर में किया औचक निरीक्षण, 17 मामले निस्तारित



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मण्डलायुक्त मनीष चौहान तथा डीआईजी अखिलेश कुमार ने शनिवार को तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने वहॉं उपस्थित फरियादियों से उनकी समस्याओं को पूरी गंभीरता के साथ सुना तथा उसे समयबद्ध रूप से गुणवत्तायुक्त निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को हस्तान्तरित किया। 


मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि जन समस्याओं का निस्तारण शासन की प्राथमिकता से सम्बन्धित कार्यक्रम है, इसलिए इसके प्रति पूरी संजीदगी बरती जाय, किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मण्डलायुक्त के समक्ष अपना शिकायती प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करते हुए कतिपय फरियादियों द्वारा पूर्व में किये गये निस्तारण से असहमति व्यक्त किये जाने पर उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में जो भी शिकायतें आमजन से प्राप्त होती हैं उसका ठोस एवं गुणवत्तायुक्त निस्तारण किया जाय ताकि पुनः उसी प्रकरण को लेकर आने की आवश्यकता न पड़े। 


उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अविवादित वरासत, धारा 24 के वाद, दाखिल खारिज के वाद को समयबद्ध रूप से निस्तारित किया जाये, किसी भी दशा में अकारण लम्बित नहीं मिलना चाहिए। इस दौरान अधिकारियों के समक्ष कुल 149 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किये गये, जिसमें राजस्व के 105, विकास के 8, पुलिस के 26, शिक्षा के 3 मामले तथा अन्य विभागों से सम्बन्धित 7 मामले  थे। मौके पर अधिकारियों द्वारा 17 शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया गया। 


सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर कुल चार अधिकारी अनुपस्थित थे, जिसमें सहायक विकास अधिकारी, सहकारी समितियॉं, सहायक वन संरक्षक, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई, एवं सहायक अभियन्ता विद्युत सम्मिलित हैं।


 मण्डलायुक्त श्री चौहान ने इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया कि इन अधिकारियों से उनकी अनुपस्थिति के सम्बन्ध में स्पष्टीकरण प्राप्त कर उपलब्ध करायें तथा इस आशय की चेतावनी भी निर्गत की जाय कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति पाये जाने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। डीआईजी अखिलेश कुमार ने गत सम्पूर्ण समाधान दिवसों में प्राप्त पुलिस विभाग से सम्बन्धित मामलों में की गयी निस्तारण कार्यवाही की थानावार समीक्षा किया तथा पुलिस विभाग से सम्बन्धित मामलों की सुनवाई भी की। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को आगामी त्योहारों के दृष्टिगत शांति व्यवस्था, कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने हेतु निर्देशित किया। 



इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर जेआर चौधरी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, नायब तहसीलदार सदर सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश 12 आईएएस अफसरों का हुआ तबादला


 उत्तर प्रदेश 12 आईएएस अफसरों का हुआ तबादला




लखनऊ उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के मकसद से योगी आदित्यनाथ सरकार ताबड़तोड़ तबादले जारी रखे हुए है। इसी क्रम में शनिवार को 12 आईएएस अफसरों को इधर से उधर किया गया है। 



सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के विशेष सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह अब कानपुर नगर के अपर श्रमायुक्त बनाए गए हैं। प्रतीक्षारत आशुतोष निरंजन, नियोजन विभाग के विशेष सचिव होंगे। प्रतीक्षारत राकेश कुमार मिश्रा विशेष सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग होंगे। प्रतीक्षारत वैभव श्रीवास्तव, गृह तथा कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के विशेष सचिव होंगे। नियोजन विभाग तथा कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग के विशेष सचिव राम नारायन सिंह यादव कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा के विशेष सचिव होंगे। 


नियोजन विभाग के विशेष सचिव विवेक गृह तथा कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के विशेष सचिव होंगे। प्रतीक्षारत अमृत त्रिपाठी नियोजन विभाग के विशेष सचिव होंगे। खाद्य एवं रसद विभाग के विशेष सचिव ओम प्रकाश वर्मा वाणिज्य कर विभाग के अपर आयुक्त होंगे। गृह तथा कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के विशेष सचिव अटल कुमार राय कानपुर में उद्योग विभाग के अपर आयुक्त होंगे। गृह विभाग के विशेष सचिव रविन्द्र पाल सिंह माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव होंगे।

कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा के विशेष सचिव संदीप कौर महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के विशेष सचिव होंगे। 


आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के विशेष सचिव डा. अरविंद कुमार चौरसिया, कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा के विशेष सचिव होंगे।

आजमगढ़ एसटीएफ ने 2 वांछितों को घर से किया गिरफ्तार मुम्बई में हुई हत्या में थे शामिल


 आजमगढ़ एसटीएफ ने 2  वांछितों को घर से किया गिरफ्तार 


मुम्बई में हुई हत्या में थे शामिल



आजमगढ़ मुम्बई में हुई एक हत्या में वांछित दो अभियुक्तों को  यूपी एसटीएफ व महराष्ट्र पुलिस की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को जिले के पवई थाना क्षेत्र से उठाया। 



गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों को पवई थाने में दखिल कराने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर लेने की तैयारी में जुटी हुई है। महाराष्ट्र प्रांत के रायगढ़ के थाना नवीन पनवेल क्षेत्र स्थित जंगल में 28 जुलाई 2022 को एक शव बरामद हुआ था। जो बुरी तरह से जला हुआ था। शव की पहचान प्रवीण शांताराम सेलार निवासी उषावली थाना नवीन पनवेल जनपद रायगढ़ महाराष्ट्र के रुप में हुई थी।



 विवेचना के दौरान इस हत्याकांड में नरेश के अलावा आजमगढ़ जिले के पवई थाना अंतर्गत खेमीपुर गांव निवासी अमन सिंह व दिलीप शुक्ला का नाम प्रकाश में आया था। इस पर महाराष्ट्र पुलिस ने यूपी एसटीएफ से मदद मांगी। शुक्रवार को यूपी एसटीएफ वाराणसी के उपनिरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह व शहजाद खां के नेतृत्व में महाराष्ट्र पुलिस की टीम पवई थाना के खेमीपुर गांव पहुंची। जहां से अमन सिंह व दिलीप शुक्ला को टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उक्त घटना में शामिल नरेश को महराष्ट्र पुलिस ने तीन अगस्त को ही गिरफ्तार कर लिया है। 



पवई से गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को थाने में दाखिल कराने के बाद एसटीएफ व महाराष्ट्र पुलिस ट्रांजिट रिमांड की तैयारी में जुटी है।

आगरा व्हाट्स एप पर चलता है सेक्स रैकेट फोन पर होती है बुकिंग, 16 हजार में आई युवती ने खोले कई राज, 8 गिरफ्तार


 आगरा व्हाट्स एप पर चलता है सेक्स रैकेट


फोन पर होती है बुकिंग, 16 हजार में आई युवती ने खोले कई राज, 8 गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश आगरा जिस्मफरोशी कराने वाली गैंगस्टर रोशनी नागवानी शुक्रवार को एक बार फिर जेल गई। न्यू आगरा पुलिस ने मुगल रोड पर एक युवती और चार युवकों को कार में पकड़ा था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि युवती 16 हजार रुपये में बुकिंग पर आई है। रोशनी ने उसे भेजा है। वह खुद एमजी रोड स्थित होली डे इन होटल में दो युवतियों के साथ ठहरी है। 


पुलिस ने दबिश देकर उन्हें भी पकड़ लिया। सभी आठ आरोपियों को देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत जेल भेजा है।



सीओ हरीपर्वत एएसपी सत्य नारायण ने बताया कि मुगल रोड पर डीईआई के ब्वॉयज हॉस्टल के पास एक संदिग्ध गाड़ी खड़ी होने की सूचना पुलिस को मिली थी। एसओजी और न्यू आगरा पुलिस मौके पर पहुंची। लाल रंग की आईटेन कार में चार युवक और एक युवती मिले। वे आपत्तिजनक स्थिति में थे। पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया।


पूछताछ में युवती ने बताया कि वह दिल्ली से बुकिंग पर आई है। रोशनी नागवानी जिस्मफरोशी का धंधा कराती है। दो दिन पहले उसके साथ दिल्ली से दो और युवतियां आई हैं। होटल से रोशनी और उसके साथ दो और युवतियों को पकड़ा गया। होटल में दो कमरे बुक कराए थे। कमरे उन दोनों युवतियों की आईडी पर लिए थे। रोशनी उनके साथ होटल में मौजूद मिली। रोशनी से ही युवकों ने संपर्क किया था। 16 हजार रुपये लेकर युवती को भेजा था



रोशनी नागवानी ने पुलिस को बताया कि वह वर्तमान में गाजियाबाद में रहती है। जिस्मफरोशी का अवैध धंधा कराती है। बुकिंग पर युवतियों को लेकर आती है। होटलों में रुकती है। लोगों को व्हाट्स एप पर युवतियों के फोटो भेजती है। बुकिंग के बाद युवतियों को ग्राहकों के साथ भेजती है। रोशनी के साथ पकड़ी गई युवतियों ने अपने नाम बुशरा, तन्नू व दुर्वेश बताए। युवकों ने अपने नाम अवधपुरी कालोनी जगदीशपुरा निवासी अनुवृत्त आर्या, जतिन सिंधी, निखिल देवनानी (सेक्टर चार, आवास विकास) व जनार्दन शर्मा (राजस्थान) बताए।


गिरफ्तारी में एसओजी प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप दीक्षित, इंस्पेक्टर न्यू आगरा विजय विक्रम सिंह, एसआई गौरव माल्य, एसआई मोहित सिंह की भूमिका रही। आरोपियों के पास से एक कार, 11 मोबाइल, 43850 रुपये और जेवरात बरामद हुए। जेवरात युवतियों के थे।