आजमगढ़ सगड़ी ग्रामीणों के विरोध के बाद लौटे अतिक्रमण हटाने गए नायब तहसीलदार
24 घंटे के अंदर अवैध कब्जा हटा लेने का दिया निर्देश
गांव के 35 मकानों पर मंगलवार को तहसील प्रशासन ने किया था बेदखली का नोटिस चस्पा
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सगड़ी तहसील के चांदपट्टी मेहरा गांव में शुक्रवार की शाम अतिक्रमण हटाने गए नायब तहसीलदार मयंक मिश्रा को ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। यह देख वह 24 घंटे के अंदर अवैध कब्जा हटा लेने का निर्देश देते हुए वापस लौट गए।
जानकारी के अनुसार गांव के 35 मकानों पर मंगलवार को तहसील प्रशासन ने बेदखली का नोटिस चस्पा किया था।
वर्ष 2018 में गांव के ही मोहम्मद अली ने सरकारी भूमि पर कब्जे की शिकायत की। शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट के निर्देश पर 2018 में अतिक्रमण किए लोगों के खिलाफ तहसीलदार न्यायालय में 15 सी का मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमे में 35 लोगों के खिलाफ बेदखली का आदेश हुआ। मंगलवार को इन घरों पर तीन दिन के अंदर कब्जा हटाने का नोटिस चस्पा हुआ था। समय सीमा बीत जाने के बाद शुक्रवार को नायब तहसीलदार कर्मियों के साथ अतिक्रमण हटाने गए तो ग्रामीणों के विरोध के कारण लौटना पड़ा।
गांव के जौवाद खान, अबू सहमा, अब्दुल रब, संतू आदि ने कहा कि जमाने से हम लोग मकान बनाकर रहते हैं, तो अब कहां जाएंगे।