जब तक सूरज चांद रहेगा, विवेक तेरा नाम रहेगा
तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा शहीद विवेक तिवारी का पार्थिव शरीर
आजमगढ़ बिलरियागंज स्थानीय थाना क्षेत्र के शेरपुर महवी गाँव के निवासी बीएसएफ जवान विवेक तिवारी पुत्र हरि नारायण तिवारी की रविवार की रात देश के सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हो गये। शहीद विवेक तिवारी सीमा सुरक्षा बल में पश्चिम बंगाल के बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात थे और वह रविवार की रात एक सर्च ऑपरेशन के दौरान तस्करों से मुठभेड़ में एक झील में डूबने से शहीद हो गये।
जब तक सूरज चांद रहेगा, विवेक तेरा नाम रहेगा
बीएसएफ की 159 वीं बटालियन के जवान इंस्पेक्टर महेश कुमार के नेतृत्व में 6 जवानों ने शहीद का पार्थिव शरीर अपने बीएसएफ मुख्यालय से लेकर सोमवार को सेना के ट्रक द्वारा सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल से चलकर मंगलवार को लगभग 2 बजे शहीद के गांव पहुंचे और शहीद के साथ आजमगढ़ से बिलरियागंज सीमा पर पहुंचते ही क्षेत्र के सैकड़ों युवाओं ने भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा, विवेक तेरा नाम रहेगा का नारा लगाते हुए पैदल मार्ग से ट्रक के पीछे पीछे भीमबर बाजार, इटौरा मोड़ से होते हुए शहीद के गांव शेरपुर में हुई पहुंचे। जहां लगभग 5000 से अधिक संख्या में भीड़ एकत्रित रही। वही बीच-बीच में सड़क मार्ग पर लोग अपने गांव से निकलकर महिला और पुरुष ने शहीद को विनम्र श्रद्धांजलि देते रहे । वही घर पर शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पत्नी मनीषा ने दहाड़ मार कर रोना शुरू कर दिया जिसकी करुण रुदन से लोगों के आंखों से आंसू निकल आये।
शहीद की 2 साल की बेटी पिता को एकटक देखते रही। शहीद के पिता हरि नारायण तिवारी ने कहा आज हमारे पुत्र ने देश के ऋण को चुका दिया। इससे अधिक गौरव की बात हमारे लिए क्या हो सकती है और यह कह कर रोते रहे।
नम आंखों से दी श्रद्धाजंलि
वही उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन और लखनऊ से चलकर आए बीएसएफ के 11वी बटालियन के 8 जवानों ने शहीद के सम्मान में उनके पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी सगड़ी गौरव कुमार, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सिद्धार्थ, भाजपा के जिला अध्यक्ष ध्रुव सिंह, अखिलेश मिश्रा, जिला पंचायत सदस्य रामपाल सिंह, राधेश्याम सिंह गुडडू, प्रमुख रमेश यादव, नरसिंह सिंह, प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर सिंह, आशुतोष मिश्रा, डिंपल तिवारी ,अनिल सिंह ,जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव, डॉ हरीराम यादव शैलेंद्र तिवारी, ओमप्रकाश तिवारी, प्रधान राहुल मिश्रा, मधुसूदन त्रिपाठी एडवोकेट, हरीश पाठक ,हरिवंश द्विवेदी रविंद्र सिंह सहित हजारों लोगों ने शहीद को नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किया।