आजमगढ़ उम्रकैद की सजा काट रहे बंदी की हुई मौत
8 साल पूर्व चाकू से गला रेत कर पत्नी को उतारा था मौत के घाट
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पत्नी की हत्या कर जेल में सजा काट रहे बंदी की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची जेल पुलिस विधिक कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। सरायमीर थाना क्षेत्र के पठान टोला मीर हसन गांव निवासी 60 वर्षीय मुजीबुर्रहमान वर्ष 2005 से पहले मलेशिया में रेस्टोरेंट संचालन का काम करते थे।
जेलर आर एन गौतम ने बताया मुजीबुर्रहमान लगभग 20 अप्रैल 2016 को किसी बात से नाराज होकर अपनी पत्नी की चाकू से गला रेत कर हत्या कर दिया था। हत्या के बाद खून से सना चाकू लेकर थाने पहुंच गया था। उसी के जुर्म में लगभग 2 सालों से उम्र कैद की सजा काट रहा था। कुछ दिनों से किडनी में संक्रमण हो गया था जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां पर हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया था।
किडनी में संक्रमण होने के कारण उसका वेंटिलेटर और डायलिसिस चल रहा था। बीएचयू में हालत सुधार न होने पर डॉक्टर ने वहां से भी जवाब दे दिया। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सुबह इलाज के दौरान इसकी मौत हो गई। मौत की सूचना इसके परिवार वालों को दे दी गई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मृतक तीन पुत्रों का पिता था।
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