आजमगढ़ जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर सीएम ने अधिकारियों को रेला
तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार को गंभीरता से लिया,लगाई फटकार
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ के लिए जिले में चुनावी जनसभा के लगभग दो माह बाद श्रावण मास के पहले दिन सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उड़नखटोला सोमवार को पुलिस लाइन परिसर स्थित हेलीपैड पर उतरा। वहां से मुख्यमंत्री का काफिला सीधे कलेक्ट्रेट भवन पहुंचा। यहां सीएम ने कलेक्ट्रेट सभागार में उपस्थित जनप्रतिनिधियों से जिले की विकास योजनाओं के बारे में जाना। हैरानी तो तब जब कई जनप्रतिनिधियों ने जिले और प्रदेश की तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा और अधिकारियों की मनमानी के शिकायतों की बौछार कर दी। उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। समीक्षा बैठक में जिले के मेंहनगर क्षेत्र में स्थित पशु आश्रय स्थल में कई गोवंशो की मौत के मामले को भी सीएम ने गंभीरता से लेते हुए डीएम से जांच और कार्रवाई की रिपोर्ट तलब कर ली।
इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर से अधिकारियों द्वारा उनकी बात अनसुनी करने की बात दोहराई तो सीएम ने डीएम विशाल भारद्वाज को सख्त निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में सीएम ने मंडल के बलिया एवं मऊ जिले के अधिकारियों से आनलाइन क्लास ली और सभी को सख्त हिदायत देते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान नगर विकास मंत्री एके शर्मा, मंत्री दारा सिंह चौहान, मंत्री दानिश अंसारी, एमएलसी विजय बहादुर पाठक, पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ, एमएलसी रामसूरत राजभर, पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह, उपस्थित रहे। जबकि सूची में नाम नहीं होने के कारण प्रशासनिक अधिकारियों ने पूर्व सांसद नीलम सोनकर को बैठक से बैरंग वापस लौटा दिया। काफी माथापच्ची के बाद लगभग एक घंटे बाद उन्हें बैठक में जगह मिल सकी।
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