आजमगढ़ निजामाबाद शिकंजे में फंसे कानून के रखवाले
जबरन वसूली करने के मामले में 2 सिपाही गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक के यहां न्याय की गुहार लगाने वाले पीड़ित के घर पहुंचे दो सिपाहियों ने मामले की जांच के नाम पर धमकाते हुए पीड़ित से छह हजार रुपये वसूल लिए। इस संबंध में पीड़ित ने निजामाबाद थाने में दोनों सिपाहियों के खिलाफ जबरन वसूली का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी। पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान में लिया और नतीजा रहा कि गुरुवार की शाम आरोपित सिपाहियों को पुलिस ने रानी की सराय-निजामाबाद मार्ग पर स्थित रेलवे क्रासिंग के समीप गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ निजामाबाद थाने में धारा 386 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
निजामाबाद क्षेत्र के हुसामपुर बड़ागांव निवासी कैलाश प्रजापति ने बीते 28 मार्च 2024 को भूमि विवाद से संबंधित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी। उसके दूसरे ही दिन दो सिपाही बावर्दी पीड़ित के घर पहुंचे। उन्होंने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र का हवाला देते हुए जांच के नाम पर पीड़ित के विपक्षी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग किया। असमर्थता जताने पर दोनों सिपाहियों ने पीड़ित को डरा धमकाकर 6000 रुपये वसूल लिए। इस संबंध में पीड़ित ने दिनांक 20 जून 2024 दिन गुरुवार को सिपाही अजीत कुमार यादव एवं सत्यदेव पाल के खिलाफ जबरन वसूली का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी।
मामला संज्ञान में आते ही पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए संबंधित थाने को आरोपित सिपाहियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया। गुरुवार की शाम पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरक्षियों में अजीत कुमार यादव ग्राम टेकारी धर्मशाला थाना चोलापुर जनपद वाराणसी की तैनाती एसपी कार्यालय के एफआईआर सेल में जबकि दूसरे आरक्षी सत्यदेव पाल निवासी ग्राम अडियार थाना सुरेरी जनपद जौनपुर की नियुक्ति मऊ जिले के एसपी कार्यालय अंतर्गत शिकायत प्रकोष्ठ में है। इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
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