आजमगढ़ ऊंचा और चौड़ा होगा महुला गढ़वल बांध
जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने शासन को भेजा प्रस्ताव
डीएम और एसपी ने देवारा क्षेत्र हाजीपुर में राहत चौपाल का किया आयोजन
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज एवं पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावित तहसील सगड़ी के अन्तर्गत देवारा क्षेत्र हाजीपुर में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा राहत चौपाल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता जीवन बचाने की है। सरकारी योजनाओं के साथ ही बाढ़ से पूर्व गांव में सोलर लाइट लगा दी जाएगी। उन्होने कहा कि मानसून को देखते हुए बचाव व राहत की तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होने कहा कि महुला गढ़वल बांध को ऊंचा और चौड़ा करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है, काम जल्दी शुरु हो जाएगा। उन्होने बताया कि बाढ़ में पीएसी, एनडीआरएफ, गोताखोर व नाविकों को बचाव के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होने कहा कि बाढ़ के समय आने वाली बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ विभाग व पशु विभाग को एलर्ट मूड पर रखा गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यहां की जनता से फीडबैक लिया गया है, जिस पर आमजन द्वारा अवगत कराया गया है कि निर्माणाधीन पुल जिसके कारण जल बहाव की समस्या होती है, तथा बाढ़ के समय विद्युत कटौती ज्यादा होती है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा अवगत कर गया कि जो भी विभागीय योजनाएं हैं, उसे उपलब्ध कराया जायेगा एवं जो भी समस्याएं हैं, उसका निस्तारण कराया जायेगा। उन्होने कहा कि इस वर्ष मौसम/बारिश के दृष्टिगत रखते हुए हम लोगों के द्वारा बहुत समय पूर्व से जो भी तैयारियां बाढ़ से बचाव से संबंधित होनी थी, वो पूरी कर ली गई हैं, यदि कहीं पर कोई कमी रह गई होगी, तो उसे भी तत्काल पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होने कहा कि बाढ़ के दौरान या किसी भी आपदा के दौरान जो सबसे पहला बचाव है, वो वहां की स्थानीय जनता करती है, आप से बेहतर बाढ़ को कोई और नहीं समझ सकता। हम लोगों ने यह प्रयास किया है कि युवक मंगल दल, एनसीसी/एनएसएस के छात्र/छात्राओं को आपदा से निपटने के लिए तैयार करें। भारत सरकार द्वारा जारी दामिनी ऐप, आपदा प्रभारी एवं सचेत ऐप को डाउनलोड करें तथा उससे से जो सूचना मिलती है, उसका प्रचार प्रसार करें। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील किया कि ग्राम सभा की बैठक करके, बाढ़, वज्रपात आदि आपदाओं से बचाव के लिए जो सुझाव राहत आयुक्त कार्यालय ने दिए हैं, उसके बारे में ग्राम वासियों को अवगत कराएं। विशेष रुप से बाढ़ के दौरान मनुष्य एवं पशुओं में बीमारियों के फैलने का बहुत खतरा रहता है, इसके संबंध में बचाव हेतु आशा बहुएं, आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं एएनम कार्यकत्रियों द्वारा जो भी सावधानियां बताई जाएंगी, उसका समस्त ग्रामवासी अवश्य पालन करें, जिससे संचारी रोगों से बचा जा सकता है। इसी के साथ ही पशु चिकित्सक द्वारा जो भी सुझाव दिए गए हैं, उसका भी अपने पशुओं के संबंध में पालन अवश्य करें।
उन्होंने कहा कि हमारा प्राथमिक प्रयास यही रहेगा कि किसी भी आपदा से कोई जनहानि या पशु हानि न हो, यदि इसके बाद भी कोई हानि होती है तो उसको राजस्व विभाग शीघ्र अति शीघ्र जो अनुकंपा राहत है, वह देने के लिए विभाग पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी ने सभी को आश्वस्त किया कि जितने भी संबंधित विभाग हैं, वह आने वाले बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं तथा जो भी समस्या आएगी, उसे आप लोगों के सहयोग से निपटेंगे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बाढ़ के समय किसी प्रकार की आपदा जैसे पानी, आग, आकाशीय बिजली, जो भी हो तत्काल 112 नंबर पर डायल करें। स्थानीय पुलिस को सूचना देने के 10 मिनट में ही सहायता के लिए पुलिस उपलब्ध होगी। बाढ़ राहत चौपाल में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आईएन तिवारी ने कहा कि पानी उबालकर पिएं, प्रभावित क्षेत्र में क्लोरिन की गोलियों का वितरण कराया जा रहा है, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है तथा संबंधित सभी दवाएं राहत कैम्पों उपलब्ध हैं। पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वर्षा रितु में होने वाली बिमारी, जैसे गला घोंटू का टीकाकरण करा दिया गया है और बाढ़ चौकियों पर सभी दवाएं उपलब्ध है। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 आजाद भगत सिंह ने आपदा के समय आकाशीय बिजली से कैसे बचा जाए, उसके क्या लक्षण हैं, इसके बारे में विस्तृत जानकारी दिया।
उप जिलाधिकारी सगड़ी अतुल गुप्ता द्वारा बाढ से संबंधित जानकारी, बाढ़ स्थल और नाव व नाविको के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। इस अवसर पर विधायक सगड़ी हृदय नारायण पटेल सहित समस्त संबंधित विभागों के अधिकारीगण एवं आम जनता उपस्थित रहे।
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