Sunday, 14 May 2023

यूपी में एक और बड़ा एनकाउंटर, 2 बदमाशों को एक साथ किया ढेर सिपाही की हत्या कर भागे थे


 यूपी में एक और बड़ा एनकाउंटर, 2 बदमाशों को एक साथ किया ढेर


सिपाही की हत्या कर भागे थे


जालौन, यूपी में एक और बड़ा एनकाउंटर हुआ है। एक साथ दो बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया है। जालौन में चार दिन पहले सिपाही भेदजीत की गश्त के दौरान हत्या कर फरार हुए बदमाशों को रविवार को पुलिस ने ढेर कर दिया। सिपाही की हत्या को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था। अधिकारियों ने तीन टीमों को लगाया गया था। इसी बीच रविवार को पुलिस को जालौन में ही फैक्ट्री एरिया में बदमाशों का सुराग लगा। इसके बाद दो बदमाशों की घेरेबंदी हुई। पुलिस ने दोनों को पकड़ने की कोशिश की तो फायरिंग हो गई। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें दोनों बदमाशों को गोली लगी। दोनों को अस्पताल भेजा गया। वहां दोनों की मौत हो गई। 


पुलिस के अनुसार दोनों एक और जघन्य वारदात को अंजाम देने जा रहे थे। दोनों की पहचान कल्लू निवासी रहिया और रमेश निवासी सरसोखी के रूप में हुई है। गुरुवार को हाईवे की पुलिस चौकी ड्यूटी के दौरान सिपाही को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों को जल्द पकड़ना पुलिस महकमे के लिए चुनौती बना था। आईजी व डीआईजी की निगरानी में बदमाशों को घेरे जाने का ऑपरेशन पिछले चार दिन से चल रहा था। एसपी की अगुवाई में चार टीमों को लगाया गया था। पुलिस ने हाईवे के सभी ढाबों व होटलों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से बदमाशों के पीछे लगी थी। वारदात के बाद एडीजी आलोक सिंह व आईजी जोगेंद्र सिंह पूरे दिन मौके पर मौजूद रहे और एसपी डॉ. ईरज राजा की अगुवाई में बदमाशों की धरपकड़ में लगी चारों टीमों से पल-पल जानकारी जुटाते रहे। 


वारदात के बाद जांच-पड़ताल में लगी पुलिस की टीमों ने फैक्टरी एरिया व रहिया से आधा दर्जन संदिग्धों को पकड़ा था। सिपाही भेदजीत की जिस वक्त बदमाशों ने गोली मारकर हत्या की उसके चंद मिनट पहले सिपाही हाईवे चौकी के गोविंदरम ढाबे के चौकीदार ज्ञान सिंह पाल निवासी अजनारा के साथ खड़ा था। चौकीदार ज्ञान सिंह पाल ने पुलिस को बताया था कि घटना के कुछ देर पहले वह और सिपाही साथ में थे। तभी बिना लाइट जलाए उल्टी दिशा से दो बाइक सवार होटल के नजदीक से गुजरे। सिपाही ने उनको टॉर्च दिखाई और उनका पीछा किया। लगभग 50 कदम जाने के बाद ही बदमाशों ने सिपाही को गोली मार दी। गोली की आवाज सुनने के बाद वह और स्टाफ के लोग दौड़े पर तब तक बदमाश भाग चुके थे जबकि खंती में सिपाही खून से लथपथ पड़ा था। अस्पताल में सिपाही की मौत हो गई थी।

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