आजमगढ़ निजामाबाद थाने से नहीं मिला न्याय, पीड़ित मां पहुंची एसपी दरबार
जानलेवा हमले मामले में आरोपियों पर स्थानीय पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने का लगाया आरोप
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ निज़ामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा गांव की निवासिनी रफ़ीकुन निशा पत्नी स्वर्गीय मुश्ताक ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप न्याय की गुहार लगाई। महिला ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से आरोप लगाया कि निजामाबाद थाना पुलिस द्वारा मेरे एकलौते पुत्र मोहम्मद सलीम पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि मेरा इकलौता बेटा मोहम्मद सलीम एक माह पूर्व बुलेट लिया था जिसे हमारे देवर वकील अहमद का नाती फरहान पुत्र इमरान आये दिन चलाने के लिये माँगता था लेकिन मेरा बेटा उसको बुलेट देने से इनकार करता रहा, उसने कई बार मेरे बेटे से कहा कि चलाने को दो, नहीं तो न बुलेट रहेगी और न ही तुम। इस बीच 10 अप्रैल को 3 बजे सलीम अफ़्तारी की दावत के लिए अपनी खाला के यहाँ बस्ती गांव थाना सरायमीर के लिये निकला, जिस की जानकारी पड़ोसी फरहान को थी, जैसे ही मेरा बेटा सलीम लखनऊ-बलिया मार्ग फ़रीदाबाद पहुँचा था कि पहले से घात लगाये फरहान पुत्र इमरान व आबाद पुत्र शमशाद अपनी चार पहिया वाहन से ज़ोरदार टक्कर मार दिये और मेरे बेटे को मरा समझाकर वहां से भाग गये। गंभीर अवस्था में मोम्मद सलीम को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में निजामाबाद थाने में तहरीर दी गयी लेकिन घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी थाने द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अन्ततः हार मानकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आकर प्रार्थना पत्र दिया गया है। अगर यहां भी न्याय नहीं मिलेगा तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की गुहार लगाई जायेगी।
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