आजमगढ़ कप्तानगंज हत्यारे ने बताया क्यों उतारा माता-पिता और बहन को मौत के घाट
बीती रात पुलिस मुठभेड़ में हुआ गिरफ्तार
छोटी बहन की भी हत्या करना चाहता था आरोपी लेकिन नहीं हुआ सफल
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कप्तानगंज थाना क्षेत्र के धन्धारी गांव में 15 अप्रैल को हुए तिहरे हत्याकाण्ड में पुलिस ने बीती रात करीब 12:15 बजे के करीब आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी है। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभियुक्त के पास से देशी तमंचा व कारतूस बरामद किया गया है।
प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह, उ0नि0 जितेन्द्र सिंह अपने हमराहियों के साथ उपरोक्त घटना से सम्बन्धित अभियुक्त की तलाश में क्षेत्र देऊरपुर में मौजूद थे। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि जिस अभियुक्त द्वारा अपने मां-बाप व बहन की हत्या को अंजाम दिया गया है वह आज अंधेरा होने के बाद कुछ लोगों को दिखा है जो कि पुनः वारदात करने के फिराक में गांव व तालाब के बीच में कहीं है। सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी कप्तानगंज व पुलिस टीम जैसे ही इन्नीताल तालाब पुलिया के पास पहुंची, इस दौरान एक व्यक्ति बन्दे वीर बाबा मंदिर के पहले और तालाब वाले रास्ते पर पुलिया के बाये साईड तेजी से अन्दर की तरफ गया और झाड़ियों और गड्ढे मे छिपने का प्रयास किया। पुलिस ने संदेह होने पर आत्मसमर्पण के लिए कहा तो अभियुक्त ने चिल्लाकर पुलिस टीम को जान से मारने की धमकी दी।
जिस पर थाना प्रभारी कप्तानगंज द्वारा टार्च जलाया गया तो अभियुक्त द्वारा एक फायर टार्च की रोशनी की तरफ लक्ष्य बनाकर पुलिस बल के ऊपर किया गया। पुलिस द्वारा की गई आत्मरक्षार्थ कार्रवाई में अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लग गयी। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए उक्त अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त राजन सिंह ने बताया कि 15 अप्रैल को उसने अपने गांव के उमेश सिंह पुत्र राम रूप सिंह का दो बोरी गेहूं चोरी किया था जिसके वजह से उसके पिता-माता व बहन ने मिलकर रात में उसे डांटा फटकारा व मारा था। जिससे क्षुब्ध होकर उसने रात्रि में करीब ढाई से तीन के बीच उठा और जाकर भूसा वाले घर से दो कुल्हाडी लेकर आया। कुल्हाड़ी से पहले अपने पिता के सिर पर कई वार किया, तब तक मेरी मां जग गयी और मुझे कुल्हाडी सहित पकड़ने का प्रयास किया तथा कुल्हाडी मेरे हाथ से छीन कर फेंक दिया तब में दूसरी कुल्हाडी से मां सुनीता को एक कुल्हाडी मारा और वह घर से बाहर की तरफ भागी जिसको दौड़ाकर कुल्हाड़ी से कई वार कर दिया। तभी मेरी छोटी बहन जग गयी और चिल्लाकर रोड की तरफ भागने लगी कि मैं उसे घेर कर खेत में कुल्हाड़ी से उसकी गर्दन पर कई वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र के सम्बन्ध में पूछा गया तो आरोपी राजन सिंह ने बताया कि मैंने कट्टे से इसलिए नहीं मारा यदि कट्टे से मारता तो आवाज की वजह से आस पास के लोग जग जाते और मैं पकड़ा जाता। घटना के बाद मैं जाकर अपना हाथ पैर धोया और दूसरा कपड़ा पहन कर खून से लगे कपड़े व कुल्हाडी चप्पल को पालिथिन में भर कर बैग में रख लिया। पिता की मोबाइल व जेब में रखा 6500 रूपया निकाल लिया तथा कट्टा व कारतूस लेकर वहां से निकल कर गन्ने के खेत में आ गया। बैग लेकर बाहर जाना ठीक न समझते हुये बैग उसी गन्ने के खेत में छिपा दिया और वहां से निकल गया।
आज साक्ष्य को मिटाने हेतु बैग में रखे खून से लगे कपड़े, चप्पल को जलाने के लिये और छोटी बहन रानी को भी मारने के चक्कर में आजमगढ़ गया था वहा से मालूम हुआ कि सब घर गये है। तत्पश्चात मैं अपने गांव उनको खोजते हुये आया हूं। अभियुक्त के पास मौजूद बैग से कुल्हाडी व घटना के दिन पहने हुए टी-शर्ट, एक लोवर, एक जोडी चप्पल रक्त लगा, 02 मोबाइल व 03 सिम, 2700 रूपये नगद, एक माचिस व प्लास्टिक के बोतल में पेट्रोल भी बरामद हुआ। एक अन्य बहन की हत्या के योजना के सम्बन्ध में पूछताछ के आधार पर थाना कप्तानगंज पर अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है।
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