आजमगढ़ देर रात कोतवाली पहुंचे भाजयुमो नेता, नत मस्तक हुई पुलिस
नेता जी के दबाव में छोड़े गए हिरासत में लिए गए लोग
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शहर के मातबरगंज मोहल्ले में सोमवार की देर रात जब इलाके के लोग गहरी नींद में थे तभी अचानक शुरू हुई तेज आवाज सुनकर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। दर्जनों लोगों को एक सुनसान मकान को ढहाते देख लोग अवाक रह गए। कोई मकान में रहने वाले परिवार को तो कोई पुलिस को घटना की जानकारी फोन पर देने में जुट गया। रात में पुलिस अधिकारियों को सूचना देने की कोशिश की गई लेकिन सारी कोशिश नाकाम।
भला हो क्षेत्राधिकारी नगर का जिनका फोन उठा और कुछ ही देर बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पड़ोसियों का विरोध देख ढहाए गए घर में छिपे लोगों को पुलिस अपने साथ कोतवाली ले गई। तभी भाजयुमो के एक जिला पदाधिकारी का लक्जरी वाहन कोतवाली पहुंचता है और नेता जी वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से कुछ लोगों को अलग बुलाए और खुसुर-फुसुर शुरू हो गई। फिर क्या पीड़ित पक्ष के लोगों के प्रति पुलिस का व्यवहार बदल गया। पुलिस ने सवालों की झड़ी ऐसी लगाई कि लग रहा था कि पीड़ित पक्ष ही मानो गुनाहगार बन गया।
पुलिस का तेवर देख देर रात मौके पर पहुंचा पीड़ित परिवार अपने घर की हालत देख विलाप करने लगा। मौके पर मची चीख पुकार सुनकर आस पास के लोग एक बार फिर पीड़ितों को ढांढस बंधाने पहुंच गए। घर में बिखरे सामान मौके पर लूट की कहानी बयां कर रहे थे। पीड़ित परिवार के अनुसार उनके घर से लाखों के सामान लूटे गए हैं।
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