लखनऊ ऊर्जा मंत्री की बड़ी कार्रवाई
14 डायरेक्टरों की निरस्त कर दी चयन प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश लखनऊ बिजली कंपनियों में 14 निदेशकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को निरस्त किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। चयन प्रक्रिया में दावेदारों की शार्ट लिस्टिंग (वरीयता सूची) में खेल और कुछ काबिल दावेदारों का आवेदन खारिज किए जाने को ऊर्जा मंत्री ने गंभीरता से लिया। जिसके बाद पूरे प्रकरण से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराते हुए उनकी सहमति से नियुक्ति प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है।
बताया जाता है कि चयन प्रक्रिया जून में शुरू हुई थी। आरोप है कि निदेशक पद के लिए उम्मीदवारी प्रस्तुत करने वाले विभागीय अधिकारियों में कुछ की दावेदारी खारिज करने के लिए उनके खिलाफ कारपोरेशन ने गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की और उसी के आधार पर उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया था। साक्षात्कार के योग्य उम्मीदवारों की सूची जो तैयार की गई उसमें भी अनियमितताएं बरती गईं। प्रक्रिया में विलंब के कारण दावेदारी प्रस्तुत करने वाले कुछ अधिकारी अब सेवानिवृत्त भी हो गए हैं।
निदेशकों के चयन के लिए बनी चयन समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव व सदस्य सचिव अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव ऊर्जा होते हैं। इसके अलावा सात सदस्य एनटीपीसी, यूपीपीसीएल के चेयरमैन, आदि बड़ी कंपनियों के अधिकारी सदस्य होते हैं। चयन समिति ने साक्षात्कार के लिए चयनित उम्मीदवारों का साक्षात्कार 16 अक्तूबर 2022 को लिया था। साक्षात्कार के बाद चयन समिति ने अपनी कार्यवाही ऊर्जा मंत्री को भेज दिया था। निदशकों का चयन उ. प्र. पावर कारपोरेशन, उ. प्र. पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन तथा राज्य विद्युत उत्पादन निगम में रिक्त पदों पर किया जाना था।
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