उत्तर प्रदेश के 96 आईपीएस अफसरों का नए साल में प्रमोशन,
कुछ आईजी हो जाएंगे एडीजी
लखनऊ उत्तर प्रदेश के 96 आईपीएस अफसरों को नए साल में प्रोन्नति का इंतजार है। इनमें से कुछ की रैंक में प्रोन्नति होगी तो कुछ सेलेक्शन ग्रेड हासिल करेंगे। विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक एक बार टल चुकी है। जल्द ही बैठक की नई तिथि तय होने की संभावना जताई जा रही है।
विभागीय अफसरों के अनुसार वर्ष 1998 बैच के आईजी रैंक के कुछ अफसरों भगवान स्वरूप, अमित चंद्रा, पीयूष मोर्डिया और बीडी पाल्सन की एडीजी रैंक में प्रोन्नति संभावित है। इसी तरह वर्ष 2005 बैच के छह आईपीएस अफसरों की डीआईजी से आईजी रैंक में प्रोन्नति होनी है। इनमें से ज्यादातर इस समय रेंज में तैनात हैं। ऐसे में प्रोन्नति के बाद भी इन्हें रेंज में ही तैनात रखा जा सकता है। एडीजी से डीजी रैंक में प्रोन्नत होने वाले अफसरों को अभी पदनाम मिलने की संभावना कम है, क्योंकि अभी डीजी रैंक का पद रिक्त नहीं है। डीजी रैंक के पद अगले साल रिक्त होने वाले हैं।
वर्ष 2023 में डीजी रैंक के पांच अफसर रिटायर होने वाले हैं। हालांकि इन्हीं में से किसी एक को डीजीपी बनाया जा सकता है, जिसे डीजीपी के रूप में दो साल का कार्यकाल मिल सकता है।
नए साल में होने वाली प्रोन्नति का लाभ वर्ष 2019 बैच के नौ आईपीएस अफसरों को भी मिल सकता है। ये अफसर एएसपी से एसपी पद पर प्रोन्नत होंगे। इसी तरह 2009 बैच के 11 आईपीएस अफसरों को डीआईजी पद पर प्रोन्नत करने पर विचार किया जाएगा। इनमें कई जिलों के पुलिस कप्तान भी शामिल हैं।
जाहिर है कि इन अफसरों की प्रोन्नति के बाद जिलों के नए पुलिस कप्तान तैनात किए जाएंगे। साथ ही वर्ष 2010 बैच के 36 आईपीएस अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड का लाभ मिलेगा। ये आईपीएस इस समय एसपी रैंक में कार्यरत हैं।
No comments:
Post a Comment