उत्तर प्रदेश सुहास एलवाई सचिव, एसके भगत की एडीजी रैंक में प्रोन्नति
6 IAS प्रमुख सचिव और नौ सचिव बनेंगे, दो अफसरों का मामला फंसा
65 IPS को प्रोन्नति के प्रस्ताव पर सहमति
लखनऊ मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को आईएएस अफसरों को पदोन्नति देने को लेकर विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक (डीपीसी) हुई। इसमें 119 आईएएस अफसरों को पदोन्नति देने पर सहमति बनी। वर्ष 1998 बैच के छह आईएएस सचिव से प्रमुख सचिव और 2007 बैच के नौ अफसर विशेष सचिव से सचिव के पद पर पदोन्नति देने पर सहमति बनी है। अफसरों को यह लाभ 1 जनवरी 2023 से मिलेगा।
वर्ष 1998 बैच के छह अफसरों को एवब सुपर टाइम वेतनमान 10000 से 12000 दिया गया है। यह लाभ 25 साल की बेदाग सेवा पर दिया जाता है। इस बैच में आलोक कुमार तृतीय, अनिल कुमार तृतीय, अनिल कुमार सागर, पंधारी यादव, अजय चौहान और नीना शर्मा हैं।
आईएएस सेवा में 16 साल की अनवरत सेवा पर सुपर टाइम वेतनमान देने की व्यवस्था है।
वर्ष 2007 बैच के नौ अफसरों को पदोन्नति देने के लिए डीपीसी हुई। इन्हें 8700 से 10000 ग्रेड पे मिलेगा। इस बैच में शीतल वर्मा, आलोक तिवारी, सुहास एलवाई, चैत्रा वी, नवीन कुमार जीएस, मुथुकुमार सामी बी, प्रभु नारायण सिंह, अभय, डा. आदर्श हैं। हालांकि वर्ष 2006 बैच के दो आईएएस अफसरों गुर्राला 1 श्रीनिवासलू और जुहेर बिन सगीर को भी सचिव के पद पर पदोन्नति दी जानी है, लेकिन इनका मामला फंस सकता है।
वर्ष 2010 बैच के 35 आईएएस अफसरों को 13 साल की सेवा पर सलेक्शन ग्रेड 6700 से 8700 वेतनमान देने पर सहमति बनी। ये अफसर डीएम स्तर के हैं।
वर्ष 2014 बैच के 52 आईएएस अफसरों को 6600 से 6500 वेतनमान दिया जाएगा। ये अफसर मुख्य विकास अधिकारी से जिलाधिकारी बनने के हकदार हो जाएंगे।
वर्ष 2019 बेच के 19 आईएएस अफसरों को चार साल की सेवा पर समय वेतनमान देने पर सहमति बनी है। इन्हें 5400 से 6600 मिलेगा। ये अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी बनने के हकदार हो जाएंगे।
प्रदेश सरकार ने आईपीएस अफसरों को नए साल पर प्रोन्नति का तोहफा दिया है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में सोमवार को हुई विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक में कुल 65 आईपीएस अफसरों को इसका लाभ देने के प्रस्ताव पर मुहर लगी। इसमें उच्चतर रैंक में प्रोन्नति पाने वालों से लेकर सेलेक्शन ग्रेड पाने वाले तक शामिल हैं।
बैठक में वर्ष 1990, 1991, 1992 व 1993 बैच के आईपीएस अफसरों को डीजी रैंक प्रोन्नति देने का प्रस्ताव फिलहाल स्थगित कर दिया गया। इस बैच के अफसरों को पद रिक्त होने पर वरिष्ठता क्रम से डीजी रैंक के पद पर प्रोन्नति मिलनी है। इसी तरह वर्ष 1998 बैच के सात आईपीएस अफसरों को एडीजी, वर्ष 2005 बैच के नौ आईपीएस अफसरों को आईजी तथा वर्ष 2009 बैच के 13 आईपीएस अफसरों को डीआईजी रैंक में प्रोन्नति देने का फैसला किया गया। वर्ष 2010 बैच के 36 आईपीएस अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड देने का फैसला किया है।
वर्ष 1990 बैच के यूपी में कार्यरत छह आईपीएस अफसरों संदीप सालुंके, रेणुका मिश्रा, बीके मौर्या, एसएन साबत, अविनाश चंद्रा व डॉ. संजय एम. तरडे को पहले ही डीजी पद पर प्रोन्नत किया जा चुका है। अब इसी बैच के एमके बशाल, तनुजा श्रीवास्तव, एसके माथुर, अंजू गुप्ता, सुभाष चंद्रा और प्रशांत कुमार प्रथम की भी डीजी रैंक में प्रोन्नति होनी है।
माना जा रहा है कि वर्ष 2023 में डीजी रैंक में खाली होने वाले पदों पर इसी बैच के अफसरों को प्रोन्नति का पद मिल सकेगा।
वर्ष 1998 बैच के आईजी रैंक में कार्यरत सात आईपीएस अफसरों भगवान स्वरूप, अमित चंद्रा, पीयूष मोर्डिया, एसके भगत, बीडी पाल्सन, के. सत्यनारायण व पद्मजा चौहान को एडीजी रैंक में प्रोन्नति दी गई है।
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