प्रायोगिकी के अंक न आने से नहीं घोषित हो पा रहा है परीक्षाफल
महाविद्यालयों को दिया गया 10 सितंबर तक का अंतिम समय
अंक न आने पर विश्वविद्यालय अपने स्तर से घोषित करेगा परीक्षाफल
जौनपुर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की ओर से मिड टर्म, प्रायोगिक और मौखिकी परीक्षा के परिणाम नहीं भेजे जाने के कारण पूर्ण रूप से परीक्षाफल घोषित करने में दिक्कत हो रही है। इस पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में महाविद्यालयों को दो बार पत्र भेजकर सूचित किया गया लेकिन अधिकतर महाविद्यालय अभी तक प्रायोगिक, मौखिक परीक्षाओं के अंक नहीं भेज पाए। ऐसे महाविद्यालयों को 10 सितंबर तक का अंतिम अवसर दिया गया है। इस दौरान भी अगर वह परीक्षा के अंक नहीं भेजें तो विश्वविद्यालय अपने स्तर से कार्रवाई कर परीक्षाफल घोषित कर देगा।
सहायक कुलसचिव परीक्षा अजीत सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 2021-22 के परीक्षा परिणाम से सम्बन्धित सारणीयन पंजिका महाविद्यालय के लागिन पर अपलोड कर दी गयी है।
कुछ महाविद्यालय परीक्षा से सम्बन्धित जो अपर्ण (अवार्ड लिस्ट) विश्वविद्यालय को प्राप्त कराये गये है उसमें बहुत सारे अनुक्रमांकों का उल्लेख नहीं किया गया है कि छात्र परीक्षा में उपस्थित है या अनुपस्थित है।
उन्होंने कहा कि ऐसी भ्रामक स्थिति में परीक्षा परिणाम घोषित करने में व्यवहारिक कठिनाई उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि
अन्यथा की स्थिति में विश्वविद्यालय द्वारा लिए गये निर्णय से किसी छात्र का ग्रेडिंग प्वाइंट प्रभावित होता है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी महाविद्यालय की होगी।
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