Sunday, 29 May 2022

आजमगढ़ सरायमीर मौजूदा हालात,और मुसलमानों की भूमिका शीषर्क पर एक जलसा मोहल्ला पठान टोला में हुआ सम्पन्न


 आजमगढ़ सरायमीर मौजूदा हालात,और मुसलमानों की भूमिका शीषर्क पर एक जलसा मोहल्ला पठान टोला में हुआ सम्पन्न


आजमगढ़ सरायमीर से अबुलबशर आजमी की रिपोर्ट।



आजमगढ़ सरायमीर मौजूदा हालात,और मुसलमानों की भूमिका शीषर्क पर एक जलसा सरायमीर बाज़ार के मोहल्ला पठान टोला में सम्पन्न हुआ




 जिसके मुख्य वक्ता मौलाना सरफराज़ सहब ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुसलमान आज हिन्दुस्तान मे सरकारी आंकड़ो मे 20 फीसद है। मगर आज अपनी बका की भीख मांग रहा है।




जब कि इतिहास गवाह है कि 313 मुसलमान हज़ारों पर भारी पड़े थे। क्यों कि आज दुनिया की माल दौलत,बीबी बच्चों का मोह घेर लिया है। और उस वक्त अल्लाह व उसके रसूल पर अपना सब कुछ निछावर को तैयार थे।इस लिए कामियाबी उनके कदमो में थी।




आज कल मुसलमान कई खानो में बंटा हुआ है। भाई भाई का दुशमन बना हुआ है। ऐसे में अल्लाह की नुसरत कैसे होगी।  आपसी भेदभाव को भुलाकर समाज मे मेलमिलाप भाई चारे और एकता को बढ़वा देकर वर्तमान समय के चलैंन्जों से निप्टा जा सकता है।



तुम्हारे पास कुरआन पाक ऐसी किताब है जो जिन्दगी के हर क्षेत्र में तुम्हारा मार्गदर्शन करता है।

आज कल जिस तरह मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है व मजहबी व धार्मिक वजूद बचाना मुश्किल हो गया ऐसे में अल्लाह की रस्सी को मज़बूती से पकडो़ और नमाज कायम करो इसी से तुम्हे कामियाबी मिलेगी।



आज का मुसलमान दुनियवी रंगमें ऐसा रंग गया है की उसकी चाल  ढाल से समझ पाना मुश्किल हो गया वह हिन्दू है, मुसलमान है सिख,ईसाई है।



आज कल हमारे घरो की मां बहन बेटियां दूसरी कौमों की बनिस्बत मुसलमान औरतें बाजारों मे देर रात घूम रही है वह भी किसी घर जिम्मेदार पुरूष के। आप लोगों गैरत कब जागेगी। अगर बाज़ार आना है घर जिम्मेदार पुरूषों के साथ आये और अपनी इज़्ज़त व आबरु के साथ घर चली जाय। 



कार्यक्रम शुभारम्भ तेलावते कुरआन पाक आयात से शानिवार को 7 बजकर 30 पर शुरू होकर लगभग एक घण्टा चला।

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