बागपत पुलिस के डर से मां, दो बेटियों ने दी जान
दरोगा समेत 6 लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा
बागपत में पुलिस की दबिश से डरी मां और दो बेटियों ने जहर खाकर जान दे दी। मामले में दरोगा समेत 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
बता दें, मृतक महिला का बेटा गांव की लड़की को लेकर भाग गया था। इस मामले में लड़की के घरवालों ने पुलिस से शिकायत की थी। जिस पर पुलिस रोज दबिश डालने आरोपी लड़के के घर जा रही थी।
2 मई को बाछौड़ गांव का एक युवक (20) अपनी प्रेमिका को (18) को भगा ले गया था। 3 मई को लड़की के परिवार वालों ने पुलिस से शिकायत की थी। पीड़ित परिजनों ने बताया कि लड़की का भाई और पुलिस पूछताछ के दौरान परेशान करते थे। हमें खुद नहीं पता है कि हमारा बेटा कहां है। 24 मई को लड़के के भाई और पुलिस ने फिर से पीड़ित के घर दबिश दी। जब घर का दरवाजा नहीं खोला गया तो वो लोग छत से फांद कर अंदर पहुंच गए। पीड़ित पिता ने कहा कि सभी लोग मेरे बेटे के बारे में पूछ रहे थे। वो लोग मेरी बेटियों और पत्नी को प्रताड़ित कर रहे थे। जिसके बाद परेशान होकर मेरी पत्नी और दोनों बेटियों ने चूहे मारने वाली दवा खा ली।
पुलिस कर्मी मेरी पत्नी और बेटियों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। हालत बिगड़ने पर सबको मेरठ रेफर किया गया। जहां बड़ी बेटी स्वाति (19) की मंगलवार देर रात मौत हो गई। पत्नी अनुराधा और छोटी बेटी प्रीति (17) की गुरुवार देर रात मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि बड़ी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। अभी छोटी बेटी और मां का शव गांव पहुंचना बाकी है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने छपरौली थाने के उप निरीक्षक नरेश पाल और युवती के दो भाइयों सहित छह के खिलाफ उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।
पीड़ित पिता महक सिंह ने बताया कि आरोपियों पर अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वो आत्मदाह कर लेंगे। पीड़ित पिता का यह भी आरोप है कि लापता लड़की के भाइयों ने घर आकर धमकी दी थी कि ‘अगर हमारी बहन नहीं मिली तो हम तुम्हारी बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे। मंगलवार को भी उन लोगों ने घर आकर कहा था कि मेरी बहन वापस नहीं आई तो तुम्हारी बेटी स्वाति को गांव में निर्वस्त्र घुमाकर बेइज्जत करेंगे। वो लोग मेरी बेटी का हाथ पकड़कर उसके जबरन उठाकर ले जा रहे थे। दरोगा भी उन लोगों को पूरा साथ दे रहा था।
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