Monday, 4 April 2022

गोरखनाथ मंदिर में PAC जवानों पर धारदार हथियार से हमला


 गोरखनाथ मंदिर में PAC जवानों पर धारदार हथियार से हमला



एक इंजीनियरिंग का छात्र गिरफ्तार, पुलिस को साथी की तलाश।



उत्तर प्रदेश गोरखनाथ मंदिर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर रविवार की देर शाम धारदार हथियार लेकर एक सिरफिरे ने हमला कर दिया। हमलावार को सुरक्षाकर्मियों ने  पकड़ लिया। 



आशंका जताई जा रही है कि उसका एक अन्य साथी भी था। इसी आशंका में मंदिर परिसर में संदिग्ध की तलाश की गई। आसपास के इलाके में भी देर रात तक तलाशी जारी रही। हालांकि कोई दूसरा संदिग्ध नहीं मिला।




 इधर, घटना की जानकारी पाते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायल जवानों को गोरक्षनाथ चिकित्सालय ले जाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया गया। मुर्तुजा अब्बासी ने मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।




एसएसपी ने खुद मौके पर पहुंचकर घायल हमलावर को जिला अस्पताल भेजवाया। हमलावर ने पुलिस की पूछताछ में अपना नाम अहमद मुर्तुजा अब्बासी पुत्र मनीर अहमद निवासी सिविल लाइंस गोरखपुर बताया है। पुलिस का कहना है कि वह अब्बासी नर्सिंग होम के बगल में रहता है। हालांकि पुलिस उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाने में जुट गई है। उधर, चिकित्सकों ने दोनों घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर बताई है।



 प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावर ने जब सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया तो धार्मिक नारा लगाता रहा।



पुलिस के अधिकारी अहमद मुर्तुजा अब्बासी के घर पहुंच गए। उसके पिता मुनीर अहमद से पुलिस पूछताछ कर रही है। मुर्तुजा के परिवारीजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से बीमार है। वह शनिवार की देर शाम से ही घर से लापता हो गया था। परिवारीजनों द्वारा उसकी तलाश की जा रही थी।

घटना की सूचना पाते ही एसपी सिटी सोनम कुमार, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा मौके पर पहुंच गए। डीआईजी के रवींद्र गौड़ भी मौके पर पहुंच गए।



 मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था देखने के बाद एसएसपी और एसपी सिटी जिला अस्पताल पहुंच गए। एसएसपी ने घायल हमलावर से पूछताछ की। वह कुछ भी साफ नहीं बता रहा है।

केमिकल इंजीनियरिंग का छात्र रहा है मुर्तुजा

पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में मालूम हुआ है कि अहमद मुर्तुजा अब्बासी ने मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उसके पिता मुनीर अहमद भी इंजीनियर हैं। पहले मुर्तुजा का पूरा परिवार मुंबई में ही रहता था। अक्तूबर 2020 में ये परिवार गोरखपुर आकर सिविल लाइंस में रहने लगा। 




अहमद मुर्तुजा अब्बासी ने घटना को क्यों अंजाम दिया यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है।

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