Friday, 8 April 2022

आजमगढ़ गम्भीरपुर थाना परिसर बना स्वयंवर का साक्षी, एक-दूजे के हुए प्रेमी युगल पुलिस की मध्यस्थता से रजामंद हुए परिजन।


 आजमगढ़ गम्भीरपुर  थाना परिसर बना स्वयंवर का साक्षी, एक-दूजे के हुए प्रेमी युगल


पुलिस की मध्यस्थता से रजामंद हुए परिजन।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कई वर्ष तक परवान चढ़े प्रेम संबंध के बाद जब प्रेमी ने शादी से इंकार किया तो प्यार में छली गई प्रेमिका को अपनी गलती का एहसास हुआ। मजबूर होकर उसने अपनी पीड़ा परिजनों से साझा किया और लड़की वाले उसकी शादी का रिश्ता लेकर प्रेमी के घर पहुंच गए। वर पक्ष द्वारा शादी से इनकार करने पर मामला थाने पहुंच गया। इस मामले में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और दोनों पक्ष शादी के लिए रजामंद हो गए। 



फिर क्या लगे हाथ बगैर बाजा के बारात सजी और थाना परिसर इस स्वंयवर का साक्षी बन गया। थाने में मौजूद मंदिर में विराजमान भगवान की प्रतिमा के समक्ष वर-वधू ने एक दूसरे को वरमाला पहनाया और सदा के लिए एक-दूजे के हो गए। वरमला लिए सात फेरे के उपरांत वर ने वधू की मांग सिंदूर से सजाया और वहां मौजूद लोगों का शुभाशीष लेकर हंसी-खुशी अपनी नई दुनिया बसाने की सोच विदा हो लिए। 



शादी के बाद दोनों पक्षों ने खुशी के मौके पर बंटी मिठाईयों का स्वाद चखा और थाने से रुखसत हो गए।



 मामला यूं है कि गंभीरपुर थाना क्षेत्र के रंजीतपटटी रसूलपुर माफी के रहने वाला प्रदुम्न पुत्र जलेंद्र की सरायमीर क्षेत्र के मंजीरपट्टी ग्राम निवासी सुषमा पुत्री बंसराज से आंखें चार हो गईं। 




दोनों के बीच कई वर्षों से लुकाछिपी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेमिका द्वारा प्रेमी के सामने शादी करने का कई बार प्रस्ताव रखा गया लेकिन प्रेमी उसकी बात को अनसुनी करता रहा। प्रेमी के रवैए से आजिज आकर प्रेमिका ने अपने परिजनों से इस बात का खुलासा किया। लड़की पक्ष के लोग गुरुवार को लड़के के घर धमक पड़े। दोनों पक्षों में काफी देर तक मान मनौव्वल का प्रयास किया गया। बात बनते न देख लड़की पक्ष ने थाना गंभीरपुर में प्रार्थना पत्र दिया। 



थाना प्रभारी रामप्रसाद बिंद ने मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रेमी युगल को बालिग देख दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझाया। थानेदार की मध्यस्थता से दोनों पक्ष शादी के लिए राजी हो गए। देर रात थाने में बने मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर वर-वधू एक दूसरे के गले में माला पहना कर सात फेरे लिए और शादी की रस्म पूरी की गई। दोनों पक्षों की ओर से मिठाइयां बांटी गई तत्पश्चात नवविवाहिता अपने पति और ससुराल वालों के साथ खुशी-खुशी अपने ससुराल की दहलीज की ओर कदम बढ़ा दिया। 



क्षेत्र में इस अनोखी शादी की चर्चा के साथ ही गंभीरपुर थानाध्यक्ष की सर्वत्र सराहना हो रही है।

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