आजमगढ़ शहर में ठेला चलाते मासूम बच्चों का फोटो देख डीएम ने लिया संज्ञान, बच्चों का हुआ स्कूलों में एडमिशन
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में ठेला चलाते 3 बच्चों का फोटो वायरल होने के बाद डीएम ने मामले को संज्ञान में लिया और इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी को इन बच्चों की खोज खबर लेने के लिए निर्देश दिए।
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तत्काल खंड शिक्षा अधिकारी नगर व खंड शिक्षा अधिकारी पल्हनी की दो टीमें बनाकर इन बच्चों की खोजबीन की। ठेला चला रहे बच्चे संजर, अख्तर, गोलू और एक अन्य 3 वर्षीया बच्ची इनका पता आजमगढ़ शहर के गुलामी पूरा के निवासी के रूप में मिला।
अलग-अलग परिवार के रहने वाले बच्चे मुख्यत: घुमंतू व कूड़ा बीनने वाले परिवार से हैं जो कि बिहार से आकर बसे हैं। डीएम ने कलेक्ट्रेट में इन बच्चों को बुलवाकर अपने साथ बिठाकर इन से बातचीत की और इनको अपनी पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
बच्चों ने भी अपना बैकग्राउंड बताया और कहा कि उनकी मां घरेलू काम करती है और वह सड़क से समान इकट्ठा कर उनको कबाड़ मे बेचते हैं उसी से आमदनी होती है।
कलेक्ट्रेट में इन सभी बच्चों को यूनिफॉर्म का भी वितरण किया गया। बीएसए ने बताया कि तीनों बच्चों को अलग-अलग अधिकारियों ने गोद लिया है। परिषदीय विद्यालय में नाम अंकित कराया गया है और एक छोटी बच्ची जो 3 वर्ष की है वह आंगनबाड़ी केंद्र में जाने लायक है। वहां पर इसको भेजा जाएगा।
इसके अलावा इन बच्चों की आगे की शिक्षा को आजमगढ़ के 1 शिक्षण संस्थान से गोद लेने के लिए कहा गया है।
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