Wednesday, 27 April 2022

मिर्जापुर प्रियंका प्रजापति के नाम पर टीचर बनी कन्नौज की प्रियंका यादव 6 साल तक की नौकरी, 39 लाख ले चुकी सैलरी; ऐसे खुला फर्जीवाड़ा


 मिर्जापुर प्रियंका प्रजापति के नाम पर टीचर बनी कन्नौज की प्रियंका यादव


6 साल तक की नौकरी, 39 लाख ले चुकी सैलरी; ऐसे खुला फर्जीवाड़ा



मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का एक और मामला सामने आया है। इस बार तो प्रियंका यादव नाम की कन्नौज की एक महिला के पिछले छह साल से लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर टीचर की नौकरी करते रहने का खुलासा हुआ है।



 बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रियंका ने करीब 39 लाख रुपए सैलरी भी उठा ली। इस फर्जीवाड़े का खुलासा एक गुमनाम चिट्ठी से हुआ। मामले में मिर्जापुर में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार कन्नौज की रहने वाली प्रियंका यादव पिछले छह साल से लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर पहाड़ी ब्लाक के भरपुरा राजकीय हाईस्कूल में उर्दू की सहायक अध्यापिका पद पर नौकरी कर रही थी। 


छह साल से बिना किसी टेंशन के सरकारी अध्यापिका की नौकरी करने वाली प्रियंका यादव की असलियत तब संदिग्ध हुई जब एक बेनामी चिठ्ठी नवम्बर 2021 में विंध्याचल मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक को मिली।



हालांकि बेनामी खत मिलने के बाद भी जेडी ने शुरू-शुरू में इस पर भरोसा नहीं किया। लेकिन इसी बीच प्रियंका ने मैटिरनिटी लीव के लिए आवेदन किया। तब जेडी कामता रामपाल का माथा ठनका। उन्होंने प्रियंका की असलियत जानने के लिए कनौज से मिर्जापुर तक काफी कोशिश की। गहनता से की गई जांच के बाद जब यह साफ हो गया कि प्रियंका यादव लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर नौकरी कर रही है तो उन्होंने इसके बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी।




कौन हैं प्रियंका प्रजापति-मिली जानकारी के अनुसार लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति का रिश्ता भी कन्नौज से है। प्रियंका के पिता वहां रहते हैं। प्रियंका 2019 से पति के साथ लंदन में रह रही हैं। आरोप है कि प्रियंका यादव ने प्रियंका प्रजापति के प्रमाण पत्रों की हूबहू कॉपी करके 2015 में उर्दू सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली थी। इस पद की भर्ती 2014 में निकली थी। 28 अगस्त 2015 में प्रियंका की नियुक्ति मिर्जापुर के पहाड़ी ब्लॉक स्थित राजकीय बालिका हाईस्कूल भरपुरा में पदस्थ किया गया।



प्रियंका प्रजापति के पिता ने दिया शपथ पत्र-संयुक्त शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल कामता रामपाल ने इस मामले की जांच कराई। उन्होंने मूल प्रमाण पत्र मंगवाकर मामले की जांच कराई। तब पता चला कि जिस प्रियंका प्रजापति के नाम पर प्रियंका यादव नौकरी कर रही है वो असली प्रियंका तो लंदन में रह रही है। प्रियंका के पिता मनोज प्रजापति ने इस मामले में एक शपथ पत्र भी दिया।

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