Wednesday, 2 March 2022

आजमगढ़ गोलियों से नहीं, अल्लाह से डरते हैं- ओवैसी।


 आजमगढ़ गोलियों से नहीं, अल्लाह से डरते हैं- ओवैसी।



एआइएमआइएम प्रमुख ने कहा हम कमजोरों, मजलूमों को इंसाफ दिलाना चाहते हैं।

किया आहवान-जालिम हुकूमतों के जुल्म के खिलाफ एकजुट होकर करें वोट।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी बुधवार को मुबारकपुर में सपा और बसपा की घेरेबंदी करते हुए कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर हमारे दिल में बसते हैं। सपा ने पूरे अवाम के साथ धोखा किया है। 




उन्होंने आहवान करते हुए कहा कि सिर्फ मजहब नहीं, बल्कि दबे, कुचले गरीबों को न्याय दिलाने के लिए हमें एकजुट होकर लड़ना होगा।

अपने करीब आधे घंटे के भाषण में एआइएमआइएम प्रमुख ने मुस्लिम मतदाताओं में ऊर्जा भरी। उन्होेने मुबारकपुर के मुदर्रिशीन को सलाम करता हूं, के उच्चारण के साथ अपना संबोधन शुरू किया और कहा कि मौका मिला तो ओलमाओं की जूतियों को उठाकर अपने सिर पर रख सकता हूं। इत्तेहाद जिंन्दगी है, इन्तशार मौत है, इसलिए आप लोगों को एकजुट होकर रहना होगा।




 उन्होंने कहाकि जालिम हुकूमतों के जुल्म को हमने बर्दास्त किया है। मेरा सियासी सफर आसान नहीं था। मैं रईसजादे का बेटा नहीं हूं, लेकिन मेंरे मां-बाप ने सच्चाई का सामना करना जरूर सिखाया है। सच्चाई बयान करने में ही पुलिस ने मुझे एक नहीं पांच बार सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। कहाकि हम गोलियों से नहीं, बल्कि अल्लाह से डरते हैं।




 सपा ने मुबारकपुर की अवाम को धोखा दिया है। भारत में 540 सांसद हैं, लेकिन जब इंसाफ की बात करने को मैं सदन खड़ा होता हूं, तो भाजपा के 306 सांसद कहते हैं बैठ जाओ। मैं सिर्फ मुसलमान की बात नहीं करता, बल्कि किसी भी मजहब के कमजोर वर्ग, समाज में दबे-कुचलों की आवाज उठाता हूं। 




बाबा साहब आंबेडकर हमारे दिल में हैं। हम कमजोरों, मजलूमों को इंसाफ दिलाना चाहते हैं। हमारी मंशा मेडिकल कालेज बनवाने की है, ताकि जिन गरीबों से वोट लिया उसे कम से कम पैसे में इलाज की व्यवस्था दे सकूं। हिजाब के बारे में अखिलेश खामोश रहे, वह आप लोगों को वोट का कैदी समझते हैं।




 मुबारकपुर की जनता अखिलेश को इस चुनाव में सबक सिखाएगी। जब तक आप का नेता नहीं होगा, किसी की बात नहीं सुनी जाएगी। ऐसे हमें सोच-समझकर अपना नेता चुनना होगा।

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