Thursday, 31 March 2022

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लालगंज में मेधावी छात्रों का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समारोह संपन्न हुआ।

 

आजमगढ़ लालगंज में मेधावी छात्रों का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समारोह संपन्न हुआ।



आजमगढ़ लालगंज सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर हनुमानगढ़ी लालगंज में मेधावी छात्रों का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समारोह संपन्न हुआ।




 जिसके मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य तथा भाजपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के पूर्व क्षेत्रीय संयोजक ओमप्रकाश सिंह थे। 



ओम प्रकाश सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र, छात्राओं को महत्वाकांक्षी होना चाहिए। अपना बड़ा लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।




 जो लोग जीवन में सफल हुए हैं। उन्होंने अपने सामने बड़ा लक्ष्य लेकर काम किया है।दृढ़ संकल्प तथा दृढ़ इच्छाशक्ति ही सफलता की कुंजी है। प्रधानाचार्य अंशदान यादव ने  आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया तथा पुरस्कार पाने वाले छात्र छात्राओं को आशीर्वचन दिया।




 इस अवसर पर सुरेश शुक्ला , राम बिहारी गिरि, उमेश सिंह, संजय जायसवाल, चेयरमैन विजय सोनकर, दिनेश जायसवाल, नंदलाल जायसवाल, प्रधानाचार्य अंशदार यादव, बाबूराम, सच्चिदानंद पाल, विनोद कुमार अनिल राय, उषा यादव, प्रेमशीला नीलम, अंजुम आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे।




 अध्यक्षता राम बिहारी गिरी ने किया तथा संचालन अंशदार यादव ने किया‌ । इसी क्रम में सरस्वती शिशु तथा विद्या मंदिर कोटा खुर्द पर मेधावी छात्र पुरस्कार वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ।



 जिसमें सुखदेव सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य ओमप्रकाश सिंह, प्रेमनाथ सिंह, प्रधानाचार्य बैजनाथ सिंह, धर्मराज चौहान, मन्ता राम,सुरेन्द्र यादव, अर्चना सिंह, रीता यादव,किरन आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे।


लालगंज से प्रशान्त शुक्ला की रिपोर्ट

आजमगढ़ गैंगस्टर कुंटू सिंह सहित 9 को दस साल कारावास की सजा


 आजमगढ़ गैंगस्टर कुंटू सिंह सहित 9 को दस साल कारावास की सजा


50-50 हजार रुपए अर्थदण्ड भी लगाया।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले के चर्चित गैंगलीडर ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू व गैंग के 9 सदस्यों को गैंगस्टर एक्ट के तहत अदालत ने 10 वर्ष सश्रम कारावास व 50-50 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है।



 जुर्माना अदा न करने की स्थिति में एक वर्ष का अतिरिक्त सश्रम कारावास की सजा भुगतनी होगी। आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में चल रहे मामले की सुनवाई करते हुए गुरुवार को विद्वान न्यायाधीश रामानंद ने उक्त सजा सुनाई।



 इस प्रकरण को लेकर दीवानी न्यायालय परिसर में काफी गहमागहमी देखने को मिली। फिलहाल गैंग लीडर कुंटू सिंह इन दिनों कासगंज जिला कारागार में निरुद्ध है।



प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुलतानपुर निवासी यूपी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ वर्ष 2010 में जिला प्रशासन की संस्तुति पर जीयनपुर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया था।



 अभियोजन पक्ष के वकील संजय द्विवेदी के अनुसार गैंग लीडर ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह पर 75 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य आरोपितों का भी आपराधिक इतिहास रहा है। डीएम की तरफ से इन सभी के खिलाफ अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्तियों पर हुई कार्यवाही को भी कोर्ट ने अवलोकन में लिया था। इसके अलावा करीब एक दर्जन साक्ष्यों को परीक्षित कराया गया। लगभग सभी ने आरोपितों के खिलाफ गवाही दी।



 करीब 12 वर्ष पूर्व जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 340 / 10 में पुलिस द्वारा गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी। जिसमें पुलिस की चार्ज शीट में 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें से अजीत सिंह और गिरधारी लोहार की मौत हो जाने के बाद मुकदमे से 27 अगस्त 2021 को नाम हटा दिया गया था। 



गैंगेस्टर अदालत से सजा पाए आरोपियों में ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के अलावा बलिकरन यादव उर्फ साधु यादव, मुन्ना सिंह, राजेंद्र यादव, शिवप्रकाश उर्फ प्रकाश यादव, मोहर सिंह, योगेश उर्फ सोनू, रामनारायण सिंह उर्फ रिंकू सिंह तथा शिवेश सिंह शामिल हैं।



 सजा सुनाए जाने के उपरांत अदालत में उपस्थित दोषसिद्ध 8 आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

लखनऊ जानिए भाजपा में जाने की बात पर क्या बोले शिवपाल


 लखनऊ जानिए भाजपा में जाने की बात पर क्या बोले शिवपाल


लखनऊ सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अभी उचित समय नहीं। उचित समय का इंतजार कीजिए।



 गुरुवार को लखनऊ में एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव में गए शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अभी कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई निर्णय लेंगे तो बताएंगे। उन्होंने कहा कि अभी उचित समय नहीं है। 



उचित समय का इंतजार करिए। इसके बाद शिवपाल अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए।

देवरिया रास्ते के विवाद में दबंगों ने मां-बेटी को सरेआम पीटा-जाने क्या है पूरा मामला


 देवरिया रास्ते के विवाद में दबंगों ने मां-बेटी को सरेआम पीटा-जाने क्या है पूरा मामला





उत्तर प्रदेश देवरिया जिले में रास्ते के विवाद में दबंगों ने मां-बेटी को सार्वजनिक रूप से जमकर पीटा। पीड़ितों ने घटना की तहरीर रामपुर कारखाना पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इस बीच मंगलवार को घटना का वीडियो वायरल हो गया तो पुलिस ने आनन-फानन में चार लोगों का शांति भंग में चालान कर दिया।




जानकारी के अनुसार मामला देवरिया के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के भीखमपुर गांव का है। बताया जा रहा है कि गांव के चईयापार टोला के रहने वाले विरेन्द्र यादव पुत्र केवल यादव के मकान के सामने गाड़ी को अंदर चढ़ाने के लिए मिट्टी से स्लोव बनाया गया है। इधर, पड़ोस के एक व्यक्ति के घर शादी पड़ी तो उनके परिवार के लोगों ने मिट्टी काटकर हटा दी। इस पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। इस पर कुछ दबंगों ने विरेन्द्र यादव के परिवार पर हमला बोल दिया।



हमला करने के लिए वे समूह बनाकर और लाठी-डंडे लेकर आए थे। हमलावरों में कुछ महिलाएं भी थीं। उन्होंने विरेन्द्र यादव ( उम्र 55 वर्ष) को मारना-पीटना शुरू कर दिया। यह देख कर उनका 17 वर्षीय बेटा आदर्श बचाने आया तो हमलावरों ने उसे भी पीटकर घायल कर दिया। घर में काम कर रही विरेन्द्र की 50 वर्षीय पत्नी उर्मिला और 19 वर्षीय बेटी सरोज भी बचाने को दौड़ी। दोनों ने अपने घर के पुरुषों को अंदर कर बंद कर दिया। इससे बौखलाए हमलावरों ने मां-बेटी को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।

लखनऊ उत्तर प्रदेश 4 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला।


 लखनऊ उत्तर प्रदेश 4 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला।




लखनऊ उत्तर प्रदेश सरकार ने चार आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया।



 जानकारी के अनुसार डीजीपी के जनरल स्टाफ ऑफिसर (जीएसओ) और एडीजी रवि जोसेफ लोक्कू को एडीजी सतर्कता अधिष्ठान लखनऊ, एडीजी पुलिस मुख्यालय नवनीत सिकेरा को एडीजी पीटीएस उन्नाव, एडीजी सतर्कता अधिष्ठान एन. रविंदर को एडीजी/जीएसओ डीजीपी और डीआईजी रूल्स एंड मैन्युअल धर्मेंद्र सिंह को डीआईजी आरटीसी चुनार के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

लखनऊ एक्‍शन में योगी सरकार, आवास विकास परिषद के 7 अधिकारी सस्‍पेंड।


 लखनऊ एक्‍शन में योगी सरकार, आवास विकास परिषद के 7 अधिकारी सस्‍पेंड।




लखनऊ उत्तर प्रदेश  योगी सरकार 2.0 लगातार एक्‍शन में है। आवास विकास परिषद की लखनऊ और आगरा योजना में फर्जीवाड़े के दोषी पाए गए सात और अधिकारियों, कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।



 जानकारी के अनुसार आरोपियों की संलिप्तता की जानकारी के बाद आवास आयुक्त अजय चौहान ने तत्काल प्रभाव से ये कार्रवाई की है। निलंबन आदेश के साथ मामले की विस्तृत जांच के भी निर्देश दिए गए हैं।



उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की अवध विहार, वृंदावन योजना और आम्रपाली योजना के कई भूखंडों में फर्जीवाड़ा मिला था। इसको लेकर आवास आयुक्त अजय चौहान ने पिछले माह परिषद के करीब डेढ़ दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इन्हीं तीनों योजनाओं में अब कुछ और मामले सामने आए हैं। आवास आयुक्त अजय चौहान ने इनकी भी जांच कराई थी। छानबीन में अवध विहार, वृंदावन और आम्रपाली योजना का काम देखने वाले पांच और अधिकारी-कर्मचारी दोषी पाए गए हैं।




 आवास आयुक्त अजय चौहान ने कनिष्ठ लेखाधिकारी सुनील सरीन, वरिष्ठ सहायक इंद्रपाल वर्मा, कनिष्ठ सहायक शिव स्वरूप निगम, कनिष्ठ सहायक वशिष्ठ मणि त्रिपाठी, लेखाकार दीवेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 



आरोपियों ने हरदोई रोड आम्रपाली, रायबरेली रोड स्थित वृंदावन योजना, हिमालय और एवरेस्ट एनक्लेव में बिना पंजीकरण धनराशि जमा किए भू माफिया को प्लॉट और फ्लैट आवंटित किए। फिर उसे 5.87 करोड़ लौटाने में मदद की। इस मामले में पहले ही डेढ़ दर्जन लोगों पर कार्रवाई हो चुकी है।




आगरा में आवास विकास परिषद के संपत्ति प्रबंधक गंगाराम और लेखाकार दीपक राज सिरोही पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। इन्होंने बिल्डर को लाभ देने के लिए परिषद को भारी क्षति पहुंचाई।




इन लोगों को पहले ही निलम्बित किया जा चुका है-आवास आयुक्त उप आवास आयुक्त डॉक्टर अनिल कुमार, सहायक आवास आयुक्त हेतम पाल, संपत्ति प्रबंधक केडी शर्मा, एक दूसरे संपत्ति प्रबंधक हरिमोहन को निलंबित कर चुके हैं। लिपिक केएन शुक्ला, रामनरेश भी सस्पेंड हैं। 



दस रिटायर अधिकारियों,कर्मचारियों की पेंशन से रिकवरी होगी। रिटायर संपत्ति प्रबंधक दिलीप शुक्ला, जावेद कदर, अशोक कुमार, प्रदीप श्रीवास्तव, संजीव रायजादा, प्रदीप अग्रवाल, आरके गौड़, ध्रुव शंकर अवस्थी, पीसी जोशी, लेखाधिकारी शैलेंद्र सक्सेना की पेंशन रोकने, घोटाले की रकम की रिकवरी के आदेश हुए हैं। पूर्व में निलंबित हुए अधिकारियों, कर्मचारियों को चार्जशीट दे दी गई है।




अजय चौहान, आवास आयुक्त ने बताया कि फर्जीवाड़े, घोटाले में शामिल कोई भी अफसर-कर्मचारी बच नहीं पाएगा। सात नए अधिकारी, कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। सभी पर कार्रवाई कर दी गई है।

Wednesday, 30 March 2022

आजमगढ़ तहबरपुर एक माह बाद बरामद हुई अगवा किशोरी, आरोपी गिरफ्तार।


 आजमगढ़ तहबरपुर एक माह बाद बरामद हुई अगवा किशोरी, आरोपी गिरफ्तार।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ तहबरपुर थाना क्षेत्र से एक माह पूर्व बहला-फुसलाकर अगवा की गई किशोरवय लड़की को पुलिस ने मंगलवार की शाम सकुशल बरामद करते हुए उसे भगाने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।





तहबरपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला ने बीती 28 फरवरी को किशोर वय पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की छानबीन कर रही पुलिस ने बीते मंगलवार को अगवा की गई किशोरी को बरामद कर लिया।




 बुधवार की सुबह पुलिस को जानकारी मिली कि इस मामले में आरोपित युवक अपने घर पर मौजूद है। तत्काल सक्रिय हुई पुलिस ने दिन मे करीब 10 बजे क्षेत्र के मेढ़ी गांव में आरोपी के घर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।




 पकड़े गए आशीष कुमार पुत्र स्व० उमेश को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

आजमगढ़ जीयनपुर सगी बहनों के साथ दुष्कर्म दो आरोपी गिरफ्तार


 आजमगढ़ सगी बहनों के साथ दुष्कर्म दो आरोपी गिरफ्तार


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जीयनपुर कोतवाली पुलिस ने 10 दिन पूर्व बहला-फुसलाकर अगवा की गई दो सगी बहनों के साथ दुष्कर्म किए जाने के मामले में वांछित दो आरोपियों को बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया।




जीयनपुर क्षेत्र के रहने वाले व्यक्ति ने बीते 20 मार्च को स्थानीय कोतवाली में अपनी दो युवा पुत्रियों को बहला-फुसलाकर अगवा किए जाने के मामले में दो युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। घटना की छानबीन में जुटी पुलिस ने अथक प्रयास कर अगवा की गई दोनों लड़कियों को बरामद कर लिया लेकिन आरोपी पकड़े नहीं जा सके। 



पीड़ित लड़कियों को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया और उनके द्वारा दिए गए बयान के आधार पर नामजद किए गए आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया।



 आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाए गए उपनिरीक्षक छुन्ना सिंह ने बुधवार की सुबह जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के भटौली गांव में छापेमारी कर दुष्कर्म के मामले में नामजद किए गए मुकेश राजभर पुत्र मुन्ना राजभर एवं विकास उर्फ विकेश पुत्र जयप्रकाश को उनके घर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।

आजमगढ़ एसपी ने दिखाई दरियादिली, सिपाहियों ने किया रक्तदान


 आजमगढ़ एसपी ने दिखाई दरियादिली, सिपाहियों ने किया रक्तदान



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ संवेदना के धरातल पर अपने जनपद में तैनात पुलिस अधीक्षक की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। बात हो रही है आईपीएस अनुराग आर्य की जिन्होंने जिले की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही अपराध पर लगाम लगाने की भरपूर कोशिश की है और सफल भी हैं। 



मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के एक अनूठे कार्य ने सोशल मीडिया पर वायरल हुई फुटेज के माध्यम से भरपूर वाहवाही बटोरी। हर कोई वीडियो फुटेज देखने के बाद पुलिस अधीक्षक के इस पुनीत कार्य का कायल हो गया।



बात हो रही है दुर्घटना में घायल एक युवा मरीज के विवशता की। महाराजगंज क्षेत्र का रहने वाला 18 वर्षीय राहुल मिश्रा सड़क हादसे में घायल होकर शहर के लक्षिरामपुर स्थित वेदांता हास्पिटल में अपना इलाज करा रहा है। गंभीर रूप से घायल राहुल को सर्जरी के लिए चिकित्सक द्वारा 6 यूनिट ‘ओ नेगेटिव’ ब्लड की आवश्यकता बताई गई। डाक्टरों की सलाह से असमंजस में पड़े परिजनों को कुछ सुझाई नहीं दे रहा था। इसके बाद किसी के कहने पर परिजनों ने पुलिस अधीक्षक के ट्विटर प्लेटफार्म पर ओ नेगेटिव रक्त की आवश्यकता बताते हुए मदद के लिए गुहार लगाई। 




संवेदनशील पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को संज्ञान में लिया और तत्काल अपने मातहतों के बीच ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप के आरक्षियों के बारे में जानकारी मांगी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने इस ब्लड ग्रुप के दो आरक्षी विनोद चौधरी एवं दिनेश कुमार को तत्काल अस्पताल पहुंचकर रक्तदान करने का निर्देश दिया। 



मुखिया के निर्देश का अनुपालन करते हुए दोनों आरक्षी महादानी बनकर अस्पताल पहुंचे और रक्तदान करने की सहमति जताते हुए ब्लड बैंक में जा घुसे। मरीज के बारे में जानकारी देने के बाद दोनों आरक्षियों ने अपना महादान किया। इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक ने इस ग्रुप के तीन अन्य आरक्षियों को भी अस्पताल पहुंच कर मरीज के आवश्यकता की पूर्ति करने का निर्देश दिया।




 पुलिस अधीक्षक के इस कृत्य की जानकारी मरीज के परिजनों द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई। परिजनों द्वारा की गई पोस्ट के वायरल होने के बाद ही पुलिस अधीक्षक को बधाई एवं शुभकामना देने का संदेश जो चला वह देर तक जारी रहा।




 इस बात की जानकारी होने पर मीडिया के लोग भी घायल मरीज की कुशल क्षेम की जानकारी लेने अस्पताल पहुंच गए। जहां अस्पताल के डायरेक्टर विशाल जायसवाल द्वारा बताया गया कि उपचाराधीन मरीज की सामान्य सर्जरी हो चुकी है। बड़े आपरेशन के लिए 6 यूनिट रक्त की आवश्यकता थी जो पुलिस अधीक्षक की पहल से मरीज को चढ़ाए जाने वाले रक्त की आपूर्ति संभव हो सकी है। 




आज रात में मरीज का आपरेशन किया जाएगा। इसके लिए डाक्टरों की टीम तैयारी में जुट चुकी है। दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक के इस कृत्य की सर्वत्र सराहना हो रही है।

पेपर लीक मामले में बलिया के डीआईओएस सस्पेंड सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश, आरोपियों पर लगाया जाएगा एनएसए। एसटीएफ को सौंपी जांच, बलिया के डीएम और एसपी से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब।


 पेपर लीक मामले में बलिया के डीआईओएस सस्पेंड


सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश, आरोपियों पर लगाया जाएगा एनएसए।


एसटीएफ को सौंपी जांच, बलिया के डीएम और एसपी से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब।



लखनऊ यूपी बोर्ड परीक्षा के छठवें दिन आज 12 वीं का अंग्रेजी का पेपर लीक हो गया। इसके बाद 24 जिलों में दूसरी पाली के तहत दोपहर दो बजे से होने वाली परीक्षा रद्द कर दी गई।




जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए जांच और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।



 माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबों देवी ने पेपर लीक कांड के बाद लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।



उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में प्रथम दृष्टया बलिया के डीआईओएस की जवाबदेही तय करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच एसटीएफ करेगी।



 जांच की जद में वे सभी 24 जिले हैं जहां पेपर लीक हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ की एक टीम बलिया के लिए रवाना भी हो चुकी है।




 इस बीच प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बलिया के डीएम और एसपी से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है। मंत्री गुलाबो देवी ने कहा कि इस बारे में निर्णय लिया जा रहा है। अभी इतना स्पष्ट तौर पर बताया जा सकता है कि पेपर काफी सुरक्षा में रखे गए थे। सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से सारी व्यवस्था की गई थी। इसके बावजूद पेपर लीक हुआ है तो निश्चित ही इसमें जिम्मेदारी तय की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।




 शासन के सूत्रों के अनुसार इस मामले में दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जा सकती है।



इसके पहले माध्यमिक शिक्षा की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि इंटरमीडिएट अंग्रेजी विषय की सीरीज 316 ईडी व 316 ईआई का पर्चा लीक हुआ है। इसके मद्देनज़र उन 24 जिलों की परीक्षा निरस्त कर दी गई है जहां इस सीरीज के पेपर भेजे गए थे। 




निरस्त परीक्षा की तारीख बाद में घोषित की जाएगी। बाकी 51 जिलों में परीक्षा कराई जा रही है।



 इन जिलों में रद्द की गई है परीक्षा-बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा ,आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, रामपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा अंबेडकरनगर और गोरखपुर।

आजमगढ़ सहित 24 जिलों में निरस्त हुआ यूपी बोर्ड 12वीं के अंग्रेजी का पेपर।


 आजमगढ़ सहित 24 जिलों में निरस्त हुआ यूपी बोर्ड 12वीं के अंग्रेजी का पेपर।



पेपर लीक होने पर सीएम योगी ने निरस्त करने का दिया आदेश।




लखनऊ उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट का अंग्रेजी का पेपर लीक हो गया है. इस वजह से 24 जिलों में इंग्लिश पेपर को निरस्त कर दिया गया है।




जानकारी के अनुसार  यह परीक्षा आज यानी 30 मार्च 2022 को 24 जिलों में होनी थी. यह परीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर निरस्त की गई है।



जिन जिलों में निरस्त हुई परीक्षा-बलिया, एटा, देवरिया, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा, अम्बेडकर नगर, गोरखपुर।

फर्रुखाबाद पहली पत्नी ने दी दबिश, दाराेगा फरार सौतन से हुई मुठभेड़, बीच में फंस गई पुलिस।


 फर्रुखाबाद पहली पत्नी ने दी दबिश, दाराेगा फरार


सौतन से हुई मुठभेड़, बीच में फंस गई पुलिस।



फर्रुखाबाद घर वाली और बाहर वाली के फेर में फंसे दारोगा के लिए मंगलवार को अजब स्थिति हो गई। वह तीन दिन की छुट्टी लेकर बाहर वाली के घर पहुंचे और पीछे से घरवाली ने स्वजन के साथ धावा बोल दिया। दारोगा तो मौके की नजाकत देख खिसक लिए लेकिन दोनों महिलाओं के बीच जमकर मारपीट हो गई और खासा मजमा लग गया।




जानकारी के अनुसार  जानकारी पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग-अलग टेंपो से चौकी भेजा तो वहां भी दोनों पक्ष भिड़ गए। उन्हें शांत कराने में पुलिस को पसीना आ गया।



जनपद शाहजहांपुर के शाहपुर मऊ छावनी कैंट निवासी युवती की शादी शहर कोतवाली क्षेत्र के देवरामपुर निवासी दारोगा के साथ 30 मार्च 2017 को हुई थी। उक्त दारोगा जनपद जालौन के रमपुरा थाने में तैनात हैं। वह तीन दिन की छुट्टी लेकर गए थे। उनकी पत्नी को पहले से शक था लिहाजा उसने अपने मायके वालों को जानकारी के लिए लगाया। पति के फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नेकपुर चौरासी स्थित एक मकान में मौजूद होने का पता चलते ही वह मंगलवार को तीन वर्षीय पुत्र को लेकर मोहल्ला लालगेट निवासी अपनी बड़ी बहन और मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव लुकुटपुरा निवासी बहन के साथ पहुंच गईं।




 वहां उन्होंने दारोगा पति को दूसरी महिला के साथ देखा तो हंगामा हो गया। गाली गलौज से शुरू हुआ विवाद मारपीट में बदल गया। मकान से विवाद सड़क पर आया। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई।




इस दौरान फतेहगढ़-फर्रुखाबाद मार्ग पर जाम लग गया। कर्नलगंज पुलिस चौकी में तैनात दारोगा जितेंद्र कुमार फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को अलग-अलग टेंपो से चौकी भेजा। वहां पर भी दोनों पक्ष भिड़ गए।





 जैसे-तैसे दोनों को अलग-अलग बैठाया। जनपद बरेली के कैंट थानाक्षेत्र के सदर बाजार निवासी दूसरी महिला ने बताया कि दारोगा की पहली पत्नी और उनके स्वजन ने उनकी पिटाई की है। दूसरी महिला ने बताया कि दो वर्ष पहले दारोगा से फेसबुक से दोस्ती हुई थी। इसके बाद दारोगा ने कानपुर में एक मंदिर में उससे शादी की। दारोगा ने पहली पत्नी को छोडऩे की बात कही थी।




 कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश पाल ने बताया कि आरोपित दारोगा को बुलाया गया है। दोनों पक्षों से जानकारी ली जा रही है।

लखनऊ पूर्व एमएलसी समेत चार नेता सपा से निष्कासित एमएलसी चुनाव में पार्टी का विरोध करने का आरोप


 लखनऊ पूर्व एमएलसी समेत चार नेता सपा से निष्कासित


एमएलसी चुनाव में पार्टी का विरोध करने का आरोप




लखनऊ उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में पार्टी का विरोध करने के आरोप में समाजवादी पार्टी ने गाजीपुर के पूर्व विधान परिषद सदस्य कैलाश सिंह समेत चार नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।


जानकारी के अनुसार  सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने इन नेताओं को निष्कासित किए जाने के संबंध में पत्र जारी किया है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्र जारी कर कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर इन पर कार्रवाई की गई है।



 जिन नेताओं को सपा से निष्कासित किया गया है उनमें गाजीपुर के पूर्व एमएलसी सैदपुर विधानसभा क्षेत्र के औड़िहार निवासी कैलाश सिंह के साथ ही गाजीपुर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय यादव भी शामिल हैं।



अखिलेश यादव के निर्देश पर बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव रमेश यादव और उपेंद्र यादव को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन सभी नेताओं पर विधान परिषद सदस्य के चुनाव में सपा का विरोध करने का आरोप है। 



सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव में पार्टी का विरोध करने वाले नेताओं पर एक्शन लिया है। बता दें कि  पूर्व एमएलसी कैलाश सिंह ने तीन दिन पहले ही अपने समर्थकों के साथ सपा छोड़ने का ऐलान किया था। कैलाश सिंह ने एमएलसी चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार चंचल सिंह के समर्थन की बात भी कही थी।



 पार्टी छोड़ने का ऐलान करने से पहले कैलाश सिंह ने बीडीसी, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर अपना दमखम भी दिखाया था।

जेल के अंदर से अब्बास को मिल रही थी मुख्तार की पल-पल की जानकारी। पुलिस और प्रशासन ने शुरू की उस गुर्गे की तलाश।


 जेल के अंदर से अब्बास को मिल रही थी मुख्तार की पल-पल की जानकारी।


पुलिस और प्रशासन ने शुरू की उस गुर्गे की तलाश।




उत्तर प्रदेश बांदा जेल के अंदर और बाहर मुख्तार अंसारी का कोई गुर्गा उसके लखनऊ पेशी के दौरान सक्रिय था। वह जेल में अफसरों के आने-जाने की हर गतिविधियों के बारे में जानकारी मुख्तार के बेटे अब्बास को दे रहा था। 




जानकारी के अनुसार इसी को आधार बना पुलिस और प्रशासन ने उस गुर्गे की तलाश शुरू कर दी है। पूर्व विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी बांदा मंडल कारगार की तनहाई बैरक में सीसीटीवी की निगरानी में है। लेकिन बाहरी दुनिया से उसके तार नहीं टूट पाए।




 राजनीतिक गलियारों की हलचल और जेल की गतिविधियों का आदान-प्रदान मुख्तार और उनके करीबियों के बीच आसानी से हो रहा है। इसे खुद जिले के आलाधिकारी भी मानते हैं। इसकी बानगी रविवार रात देखने को मिली, जब मुख्तार को लखनऊ पेशी पर ले जाने की गुपचुप तैयारियां चल रही थीं। मंडल कारगार और अधिकारियों पर मुख्तार के गुर्गे की निगाह थी।




 हर गतिविधि के पल-पल का अलर्ट वह मऊ पहुंचा रहा था। इन्हीं जानकारियों को ट्वीट कर उसका बेटा विधायक अब्बास बिन मुख्तार अंसारी अधिकारियों की प्राइवेसी की पोल खोल रहे थे। एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्रा ने बताया कि जेल परिसर के आसपास रविवार रात 12 बजे के बाद सक्रिय मोबाइलों का डाटा फिल्ट्रेशन कराया जा रहा है। जिन नंबरों के जरिए प्राइवेसी का अलर्ट मुख्तार के बड़े बेटे तक पहुंचाया जा रहा था, उसकी जल्द ही जानकारी जुटा ली जाएगी।  इस पर तेजी से काम चल रहा है।




मुख्तार अंसारी ने पंजाब की रोपड़ जेल जाने से पहले 21 माह 21 दिन बांदा मंडल कारागार में बिताए थे। इसे विशेष सुविधाएं मुहैया कराने और बिना शीर्ष अधिकारियों के जानकारी के पंजाब की रोपड़ जेल स्थानांतरण करने के आरोप में तत्कालीन डिप्टी जेलर ताड़केश्वर का निलंबन किया गया था। साथ ही जेल अधीक्षक और कुछ अन्य कर्मचारी भी विभागीय कार्रवाई की जद में आए थे।




 जेल मैनुअल के मुताबिक, हरेक बंदी सप्ताह में पांच दिन जेल पीसीओ से अपने करीबी के लिखाए गए नंबर पर बात कर सकता है। मुख्तार की भी बात जेल पीसीओ से उनके करीबी के लिखे नंबर पर कराई जाती है। एक आलाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुख्तार बांदा मंडल कारागार से मोबाइल पर अपने करीबियों से बात करता है। इसकी जानकारी अफसरों को मिल चुकी है। हाई सिक्योरिटी जेल में इस सुविधा का लाभ मुख्तार को कौन कारखास पहुंचा रहा है, इसकी पड़ताल की जा रही है। 




उसकी बैरक पर नजर रखने को दो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसकी भी तफ्तीश कराई जा रही है।

आजमगढ़ कंधरापुर शिक्षक से 17 लाख की धोखाधड़ी


 आजमगढ़ कंधरापुर शिक्षक से 17 लाख की धोखाधड़ी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कंधरापुर थाना क्षेत्र के एक शिक्षक से जालसाजों लैप्स बीमा पॉलिसी को दोबारा संचालित करने के नाम पर 17 लाख की धोखाधड़ी की। काफी समय बीतने के बाद पीड़ित को ठगे जाने की जानकारी हुई। 



जानकारी के अनुसार पीड़ित की तहरीर पर पुलिस आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है। शिक्षक हरिश्चंद ने एक निजी कंपनी से बीमा पालिसी लिया था। तीन साल पूर्व बीमा पालिसी लेप्स हो गई। बीमा को संचालित करने के लिए उसके मोबाइल पर फोन आया। कुछ रुपये की मांग की गई।



 शिक्षक ने बताए गए खाते में निर्धारित रुपये भेज दिया। इसके बाद से वह जालसाजों के जाल में फंस गया। कूपन, एफडी, बीमा का लालच देर ठगों ने शिक्षक से कुल 17 लाख की ठगी कर ली। पुलिस मामले को दर्ज कर जांच में जुटी है।

Tuesday, 29 March 2022

लखनऊ सपा गठबंधन में रार: बुलावे पर नहीं पहुंचे शिवपाल एक सहयोगी दल को भी अखिलेश ने किया दरकिनार।


 लखनऊ सपा गठबंधन में रार: बुलावे पर नहीं पहुंचे शिवपाल


एक सहयोगी दल को भी अखिलेश ने किया दरकिनार।




उत्तर प्रदेश लखनऊ विधानसभा चुनाव में हार के बाद अखिलेश यादव ने मंगलवार को गठबंधन दलों की बैठक बुलाई ताकि यह पता लगाया जाए कि आखिर चूक कहां हो गई, जिससे सत्ता में पहुंचने का सपना टूट गया। लेकिन इस बैठक ने सपा गठबंधन में हार के बाद आई दरार को सतह पर ला दिया है।



 एक तरफ जहां नाराज चल रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख और अखिलेश यादव के चाचा ने बैठक का बायकॉट कर दिया तो वहीं महान दल को न्योता ही नहीं दिया गया है।



जानकारी के अनुसार जिस समय अखिलेश यादव लखनऊ में गठबंधन साथियों के साथ बैठक कर रहे थे ठीक उसी समय शिवपाल यादव इटावा में भागवत कथा सुन रहे थे। दो दिन पहले सपा विधानमंडल दल की बैठक में नहीं बुलाए जाने से नाराज शिवपाल यादव ने लखनऊ से दिल्ली जाकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी। ऐसा नहीं है कि विधानमंडल दल की बैठक में नहीं बुलाए जाने की वजह से ही शिवपाल यादव नाराज है, बल्कि वह उसी समय से असंतुष्ट हैं जब भतीजे अखिलेश ने उन्हें महज एक सीट दी। इतना ही नहीं उन्हें सपा के सिंबल पर ही लड़ने को कहा गया। चुनाव के बीच ही शिवपाल यादव का दर्द उनकी जुबान पर आ गया था। 




उन्होंने कहा था कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के कहने पर उन्होंने अपनी पार्टी कुर्बान करके सपा के साथ गठबंधन किया था। समाजवादी पार्टी की ओर से आज ही चार दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया है। ट्विटर अखिलेश यादव के हवाले से जारी न्योते में शिवपाल सहित चार नेताओं के नाम हैं। 



प्रसपा चीफ शिवपाल यादव के अलावा सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, अपना दल कमेरावादी से पल्लवी पटेल और राष्ट्रीय लोक दल के राजपाल बालियान को बुलाया गया था। हालांकि, महान दल को इस बैठक में शामिल नहीं किया गया है।

आजमगढ़ जीयनपुर कंटेनर से भारी मात्रा में गांजा बरामद


 आजमगढ़ जीयनपुर कंटेनर से भारी मात्रा में गांजा बरामद


एसओजी व कोतवाली पुलिस के संयुक्त प्रयास से मिली कामयाबी।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ एसओजी व जीयनपुर कोतवाली पुलिस को मंगलवार के तड़के करीब तीन बजे एक बड़ी कामयबी मिली। एसओजी और पुलिस टीम ने अवैध रूप से गांजा लदा कंटेनर को लाटघाट बाजार से पकड़ लिया। 




सूत्रों की मानें तो पकड़ा गया गांजा करीब एक क्विंटल बताया जा रहा है। जिसकी कीमत लाखों रुपये में आंकी जा रही है। एसओजी व जीयनपुर कोतवाली पुलिस को भनक लगी थी कि अवैध रूप से गांजा लदा कंटेनर जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के लाटघाट बाजार से होकर गुजर रहा है। 




पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देश पर लाटघाट बाजार के पहले से ही चेकिंग लगा दी गई। जैसे ही कंटेनर बाजार में पहुंचा पुलिस ने उसे रोक लिया। इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में कंटेनर से ले जाया रहा गांजा पकड़ लिया। 



पुलिस व एसओजी की टीम ने कंटेनर को कब्जे में ले लिया। वह आजमगढ़ की तरफ से गोरखपुर की तरफ जा रहा था। चेक करने पर पुलिस की आंखें फटी रह गईं। कंटेनर से भारी मात्र में गांजा था।



 पुलिस ने कंटेनर में सवार दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस उनसे कड़ाई से पूछताछ कर रही है।

बलिया में नकल विहीन परीक्षा का दावा तार-तार


 बलिया में नकल विहीन परीक्षा का दावा तार-तार


परीक्षा से घंटों पहले बिकीं पेपर की हल कापियां, डीएम-एसपी ने संभाला मोर्चा।




उत्तर प्रदेश बलिया में प्रशासन के नकल विहीन परीक्षा के दावे तार-तार नजर आ रहे हैं। प्रशासन की चेतावनी का कोई असर नकल माफियाओं पर देखने को नहीं दिख रहा है। 




जानकारी के अनुसार रात में ही पेपर हल कर लिया जा रहा है और हल कापियां मुंहमांगे दामों पर बेची जा रही हैं। सोमवार की रात से ही मंगलवार को होने वाली हाईस्कूल की संस्कृत के पेपर की हल कॉपी बाजार में खूब बिकी।




 हालांकि, हल की हुईं कापियां कितनी सही हैं या कितनी गलत परीक्षा सम्पन्न होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। मामला जानकारी में आने के बाद डीएम और एसपी ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। देश की सबसे बड़ी बोर्ड परीक्षा यूपी बोर्ड को नकल विहीन संपन्न कराने को लेकर प्रशासन हर साल दावा करता है। लेकिन नकल माफिया दावे को तार तार करने में लगे रहते हैं और अपने मंसूबे में कामयाब भी हो जाते हैं। 





क्षेत्र में परीक्षा प्रारंभ होने से पहले ही नकल माफिया बोर्ड की डुप्लीकेट कॉपी खुलेआम बेच रहे थे। इसकी खबर अखबारों में प्रकाशित हुई। खबरों का असर प्रशासन पर नहीं हुआ। इसका परिणाम है कि नकल माफिया परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर की हल कापियां बेचना शुरू कर देते हैं।




 मंगलवार की सुबह होने वाली हाईस्कूल के संस्कृत विषय की परीक्षा के पेपर की हल कॉपी सोमवार की रात में बिकनी शुरु हो गई। हालांकि, बिक रही पेपर की हल कॉपी सही है या गलत यह परीक्षा समाप्त होने के बाद ही पेपर मिलान के बाद स्पष्ट हो पाएगा। 



यदि यह हल कॉपी पेपर मिलान के बाद सही मिलती है तो प्रशासन के नकल रोकने के सारे दावे खोखले साबित होंगे। इस मामले का स्वयं जिलाधिकारी आईबी सिंह और एसपी राजकरन नय्यर ने संज्ञान लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

बलिया ट्रक की चपेट में आने से पिता-पुत्र सहित तीन की मौत पत्नी का रो-रोककर बुरा हाल, नजारा देख कांप उठा लोगों का दिल।


 बलिया ट्रक की चपेट में आने से पिता-पुत्र सहित तीन की मौत


पत्नी का रो-रोककर बुरा हाल, नजारा देख कांप उठा लोगों का दिल।



उत्तर प्रदेश बलिया सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के बेल्थरा मार्ग स्थित नवरत्नपुर चट्टी के पास ट्रक की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।



जानकारी के अनुसार  मृतकों में एक पांच वर्षीय बच्चा भी शामिल है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों में कोहराम मचा है। क्षेत्र में मातम पसर गया।




 घटना की जानकारी पाकर जो जहां था वहीं से घटना स्थल की ओर दौड़ पड़ा। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के मिल्की मोहल्ला निवासी मनोज कुमार (35) पुत्र गंगा सागर राजभर अपने पांच वर्षीय पुत्र आलोक और भतीजे रोहित (16) के साथ अपने बाइक मटुरी गांव रिश्तेदारी में जा रहे थे। अभी वे नवरतनपुर चट्टी के समीप पहुंचे ही थे कि बेल्थरारोड की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मोटर साइकिल के परखच्चे उड़ गए। 




टक्कर की आवाज सुन आसपास काम कर रहे लोग घटनास्थल पर पहुंच गए।


घटना स्थल का नजारा देख लोगों का कलेजा मुंह में आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर की वजह से जहां मोटर साइकिल सवारों के शवों की दुर्गति हो गई थी। ट्रक में फंस कर मोटर साइकिल करीब तीन सौ मीटर तक घसीटती रही।



 लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। मौके पर प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव व पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में एंबुलेंस से सीएचसी सिकन्दरपुर ले आए। परिजन भी थाने पहुंच गए। दहाड़े मार कर रोते बिलखते परिजनों की दशा देख कर वहां मौजूद लोगों की आंख भी नम हो जा रही थी।



 क्षेत्र में मंगलवार की सुबह हुए हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत ने परिवार को झकझोर कर रख दिया। सबसे बुरा हाल मनोज की पत्नी सीमा का है। उसके पति और पुत्र की मौत ने उसे तोड़ कर रख दिया है।



 वह सबसे एक ही सवाल पूछ रही है कि मेरे पति व पुत्र को क्या हो गया है? यह सुनकर लोगों का कलेजा कांप जा रहा था। वहीं मनोज की माता लालबुची देवी का भी रो-रो कर बुरा हाल है। रोते रोते वो बेहोश हो जा रही थीं। बता दें कि मृतक मनोज की शादी छह वर्ष पूर्व कठौड़ा में हुई थी।



 सीमा का पांच वर्ष का एक पुत्र आलोक ही था। अपने पुत्र व पति की मौत की जानकारी जैसे ही उसको मिली वो बेसुध हो गई। उसकी पूरी दुनिया ही उजड़ गयी है।

आज़मगढ़ सरायमीर पुलिस मुठभेड़ में असलहा सप्लायर जख्मी


 आज़मगढ़ सरायमीर पुलिस मुठभेड़ में असलहा सप्लायर जख्मी


कब्जे से 32 बोर पिस्टल व तमंचा बरामद।

ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस को अलसुबह मिली कामयाबी।

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर थाना क्षेत्र में पुलिस ने मंगलवार की सुबह हुई मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से जख्मी असलहा सप्लायर को दबोच लिया। घायल बदमाश को ईलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।



सरायमीर थाने की पुलिस को मंगलवार की सुबह क्षेत्र में अपराधी प्रवृत्ति युवकों को असलहा सप्लायर करने वाले युवक की लोकेशन मिली। बदमाश को पकड़ने के लिए रणनीति बनी और क्षेत्र के गाहूखोर गांव के समीप पुलिस ने अपना जाल बिछाया।



 सुबह करीब 6.30 बजे पुलिस ने उस रास्ते से गुजर रहे यामहा बाइक सवार युवक को रोकने का प्रयास किया। पुलिस देख बाइक सवार वाहन छोड़कर पुलिस पर फायर करते हुए खेतों के रास्ते भागने लगा। 


पुलिस द्वारा आत्मरक्षा चलाई गई गोली बदमाश के बाएं पैर में लगी और वह जख्मी होकर गिर पड़ा। घेराबंदी कर घायल बदमाश को पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में ले लिया तलाशी के दौरान उसके कब्जे से .32 बोर की रिवाल्वर तथा बाइक की सीट के नीचे छिपाकर रखा गया 303 बोर का तमंचा व कारतूस बरामद किए गए। 


घायल बदमाश अबू सहमा पुत्र मोहम्मद इंसा जौनपुर जिले के सराय ख्वाजा थाना अंतर्गत पोटलिया गांव का निवासी बताया गया है पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के अनुसार पुलिस के हाथ लगा बदमाश तुफैल कुरैशी नामक शातिर असलहा सप्लायर से हथियार लेकर नए उम्र के अपराधी प्रवृत्ति लड़कों को आपूर्ति करता है।


 इस मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना है कि गिरफ्तार अबू सहमा से पूछताछ के बाद अवैध असलहे खरीदने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


घायल बदमाश को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस गिरफ्तार बदमाश के आपराधिक रिकार्ड खंगालने में जुट गई है।

Monday, 28 March 2022

आजमगढ़ प्रधानाचार्य पद के विवाद में हत्या में 1 को कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास, ₹50 हजार आर्थिक दण्ड की सजा, 28 वर्ष पूर्व का मामला


 आजमगढ़ प्रधानाचार्य पद के विवाद में हत्या में 1 को कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास, ₹50 हजार आर्थिक दण्ड की सजा, 28 वर्ष पूर्व का मामला





उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में लगभग अट्ठाईस वर्ष पूर्व प्रधानाचार्य पद के विवाद को लेकर हुई हत्या के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने एक आरोपी को आजीवन कारावास तथा पचास हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।



यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर तीन ओम प्रकाश वर्मा ने सोमवार को सुनाया अभियोजन कहानी के अनुसार वादी मुकदमा रामजन्म यादव पुत्र सुखदेव यादव निवासी बालीपुर थाना जीयनपुर के भाई रामकवल यादव मुबारकपुर इंटर कॉलेज, मुबारकपुर में अर्थशास्त्र के प्रवक्ता थे।



राम कवल यादव विद्यालय में प्रधानाचार्य पद के प्रथम दावेदार थे।इस विद्यालय के पूर्व प्रबंधक मोहम्मद इमरान अहमद पुत्र अब्दुल हुई निवासी रसूलपुर थाना मुबारकपुर ने राम कवल यादव को प्रधानाचार्य पद से की दावेदारी से हट जाने के लिए धमकी दी थी।इसी विवाद को लेकर 21 दिसंबर 1994 की रात आठ बजे अजमतगढ़ के समीप राम कवल यादव की गोली मारकर हत्या कर उनकी मोटरसाइकिल लूट ली गई।




 इस हत्या में मृतक रामकवल के भाई ने मोहम्मद इमरान  तथा अन्य के विरुद्ध जीयनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद मोहम्मद इमरान,अफ्फान, हम्माद तथा मोहम्मद रिजवान के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित कर दिया।



दौरान मुकदमा हम्माद के फरार हो जाने की के कारण उसकी पत्रावली अलग कर दी गई।जबकि रिजवान तथा अफ्फान की मृत्यु हो गई।सहायक शासकीय अधिवक्ता दीपक मिश्र ने  भृगुनाथ यादव समेत कुल आठ गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया।दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी मोहम्मद इमरान को आजीवन कारावास तथा पचास हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।



अदालत में जुर्माने की राशि में से चालीस हजार रुपये मृतक रामकवल के परिवार को देने का आदेश दिया।

आजमगढ़ डीएम ने 8 शराब की दुकानों के लाइसेंस किये निरस्त


 आजमगढ़ डीएम ने 8 शराब की दुकानों के लाइसेंस किये निरस्त


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ 28 मार्च जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने आज शराब की कुल 08 दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिये।



 उन्होने बताया कि निरस्त की गयी दुकानों में देशी शराब की 06 दुकान, विदेशी शराब की 01 एवं बीयर की 01 दुकान का लाइसेंस निरस्त किया गया है। उन्होने बताया कि रोडवेज सिविल लाइन में अनुज्ञापी प्रदीप कुमार सिंह, अजमतगढ़ में अनुज्ञापी राम किशुन यादव, पिपरी में अनुज्ञापी इन्द्रपाल चौरसिया, अम्बारी में अनुज्ञापी चन्द्रकेश यादव, माहुल में अनुज्ञापी रंगेश यादव एवं बिलार मऊ (ख) में अनुज्ञापी ज्ञान प्रकाश यादव की देशी शराब की दुकान, जीयनपुर में अनुज्ञापी विनोद कुमार सिंह की विदेशी शराब तथा गोसाईं की बाजार में अनुज्ञापी कुलदीप कुमार की बीयर की दुकान का लाइसेंस निरस्त किया गया है।

आजमगढ़ फूलपुर शादी का झांसा देकर नकदी व जेवर समेट भागने वाले छह गिरफ्तार

आजमगढ़ शादी का झांसा देकर नकदी व जेवर समेट भागने वाले छह गिरफ्तार


आरोपियों में तीन महिलाएं भी शामिल।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शादी का झांसा देकर हरियाणा प्रांत से बुलाए गए युवक का 60 हजार रुपए व जेवर समेट कर फरार हुए आधा दर्जन आरोपी सोमवार को फूलपुर कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ गए। 




जानकारी के अनुसार पुलिस ने उनके कब्जे से जेवर नकदी व कई मोबाइल फोन बरामद किया है। हरियाणा प्रांत के हिसार जनपद अंतर्गत नारनौद थाना क्षेत्र के गुराना निवासी सतबीर प्रजापति पुत्र पाले राम ने रविवार को फूलपुर कोतवाली मे  तहरीर देकर आरोप लगाया कि शादी कराने के नाम पर कुछ लोगों के बुलाने से वह और उसका भाई दोनों जिले के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में आए थे। 




वधू पक्ष के लोगों ने धोखे से हम दोनों भाइयों के पास मौजूद 60 हजार रुपए व जेवर ले लिया और चकमा देकर फरार हो गए। मामले की छानबीन में जुटी पुलिस को पीड़ित पक्ष की बातों में सत्यता नजर आई। रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस को सोमवार की दोपहर इस मामले में सफलता मिल गई।



 पुलिस ने अंबारी चौराहे पर मौजूद तीन महिलाओं समेत आधा दर्जन लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। पकड़े गए लोगों के कब्जे से पुलिस ने पीड़ित भाईयों से ठगे गए जेवर आदि बरामद कर लिया।




 पकड़े गए आरोपियों के बारे में पुलिस को जानकारी मिली कि यह गिरोह शादी के इच्छुक लोगों को अपने जाल में फंसाकर लूटने का अपराध करता है। 




गिरफ्तार लोगों में अशोक कुमार पुत्र राममिलन व गूलन भारती उर्फ गुंजन पुत्र अखिलेश निवासी ग्राम रानीपुर, शंकर पुत्र हरगुन निवासी ऊबारपुर थाना क्षेत्र गंभीरपुर, अराधना पत्नी भैरवनाथ, रीना यादव व पूजा कुमारी पुत्रीद्वय रघुनाथ निवासी ग्राम मड़ियाहूं थाना जलालपुर जिला अंबेडकरनगर बताए गए हैं।

 

मुख्तार के एंबुलेंस प्रकरण में अस्पताल संचालक को पुलिस ने लिया हिरासत में नहीं मिलीं अलका राय, पुलिस कर रही है तलाश।


 मुख्तार के एंबुलेंस प्रकरण में अस्पताल संचालक को पुलिस ने लिया हिरासत में


नहीं मिलीं अलका राय, पुलिस कर रही है तलाश।




उत्तर प्रदेश मऊ मुख्तार अंसारी के एम्बुलेंस प्रकरण में आरोपित श्याम संजीवन हास्पिटल की संचालिका अलका राय फिर पुलिस के निशाने पर हैं। पुलिस ने सोमवार की दोपहर को उनके आवास पर पहुंचकर अस्पताल संचालक शेषनाथ को हिरासत में ले लिया।




जानकारी के अनुसार  इस दौरान अलका राय अस्पताल में नहीं मिलीं। इस दौरान दोपहर करीब एक बजे तक पुलिस अलका राय का इंतजार करती रही। पुलिस शेषनाथ राय को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि बाराबंकी पुलिस के आने का अभी इंतजार किया जा रहा है। 




इस कार्यवाही के बाबत जिले की पुलिस की ओर से कोई भी स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।

जब विधानसभा में हुआ सीएम योगी और अखिलेश का आमना-सामना


 जब विधानसभा में हुआ सीएम योगी और अखिलेश का आमना-सामना


लखनऊ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चुने गए नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत सभी वरिष्ठ विधायकों को प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री शपथ दिला रहे हैं। 



सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सदन के नेता के रूप में शपथ ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शपथ के दौरान सदन जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। विधायक और मंत्रियों ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को बधाई दी।




 नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी विधानसभा में सदन के विधायक पद की शपथ ली। अखिलेश यादव पक्ष और विपक्ष के विधायकों का अभिवादन करते हुए शपथ लेने पहुंचे।




उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव से गर्मजोशी से मुलाकात की। दरअसल, सीएम योगी अखिलेश यादव को देखते ही मुस्कराए और एक-दूसरे से हाथ मिलाया। 



सीएम योगी ने अखिलेश के कंधे पर भी हाथ रखा। करहल से विधायक अखिलेश यादव के बाद विधानसभा में नवनिर्वाचित सदस्य ब्रजेश पाठक ने भी सदन के नेता की शपथ ली। इनके बाद पूर्व मंत्री और भाजपा की ओर से विधानसभा अध्यक्ष के प्रत्याशी सतीश महाना ने विधायक पद की शपथ ली।



 इसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, बेबी रानी मौर्य, राजबाला सिंह, मनोहर लाल कोरी, उमाशंकर सिंह और विजय लक्ष्मी गौतम, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, योगेंद्र उपाध्याय, नितिन अग्रवाल, अनिल राजभर, राकेश सचान समेत कई विधायकों ने पद की शपथ ली। 



यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केवल बेंच बदल गई है, मैं अब विपक्ष में बैठूंगा। सरकार की जवाबदेही के लिए विपक्ष काम करेगा और विपक्ष की भूमिका सकारात्मक होगी।

गोरखपुर सपा नेता समेत 3 पर पुलिस ने रखा 25-25 हजार का इनाम, 9 गिरफ्तार।


 गोरखपुर सपा नेता समेत 3 पर पुलिस ने रखा 25-25 हजार का इनाम, 9 गिरफ्तार।




उत्तर प्रदेश गोरखपुर के चौरी चौरा के भोपा बाजार में हुई तोड़फोड़ और आगजनी की घटना एक सोची समझी साजिश का नतीजा था। 




पुलिस ने साजिशकर्ता के रूप में 3 लोगों की पहचान की है और उनके खिलाफ 25-25 हजार रुपये इनाम भी घोषित किया है।



 इनमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पति सपा नेता मनुरोजन यादव और चौरीचौरा के सपा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष नरसिंह यादव का नाम प्रमुख है। इन आरोपितों के घर पुलिस की एक टीम ने दबिश दी। मुकदमे के बाद ही ये आरोपित घर से फरार हैं।




पुलिस अफसरों के मुताबिक इन लोगों ने ही भीड़ को पुलिस पर हमला करने के साथ ही गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी करने के लिए उकसाया था। यही नहीं घटनास्थल से कुछ दूरी पर बैठकर उपद्रवियों को निर्देश दे रहे थे। इससे पहले सोशल मीडिया के जरिये भी लोगों को उकसाकर भीड़ जुटाई गई थी। 




एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने सपा नेता मनुरोजन यादव को घटना का मुख्य आरोपित माना है। उन्होंने कहा कि तीनों मुख्य आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।




ये हैं नामजद आरोपित-मनुरोजन यादव, नरसिंह यादव, डबलू मियां, दुर्गा यादव, विकास यादव, अरविंद, विवेक, विपिन, नरसिंह, अखिलेश, संदीप, रंजीत, सदानंद, अश्वनी, जयचंद, शिवचंद, शैलेंद्र, अभिषेक, प्रिंस, बृजेश, मनीष, आलोक भारती, रिंकू पांडेय, जलालुद्दीन, संदीप, जयकुमार साहनी, तप्पे, निलेश, अब्बू तालिम, सुमित वर्मा, लाल यादव, सौरभ, अनिल, इजहारुल, गोपी, अनिकेत, सत्येंद्र कुमार, राकेश, रंजित, बबलू, अजय, सत्येंद्र, अनिल यादव, संजय, राहुल, आकाश सिंह, खुर्शीद, मुन्नी, राजेश, गोपी, विनय मिश्र, शत्रुधन, पप्पू, अमीर खान, अभिमन्यु विश्वकर्मा और श्रीकांत यादव को पुलिस ने नामजद किया है।




चौरीचौरा क्षेत्र के भोपा बाजार निवासी शब्बीर अहमद उर्फ डब्लू, मुंडेरा बाजार निवासी वसीम अहमद, बाल बुजुर्ग निवासी शत्रुघ्न, अभिमन्यु विश्वकर्मा, महदेवा जंगल निवासी राजेन्द्र यादव, झंगहा क्षेत्र के जंगल रसूलपुर बरबसहा निवासी डब्लू यादव, आदित्य यादव, सौलाभारी निवासी जयचंद मल्लाह, नरेन्द्रपुर निवासी बृजेश यादव सहित 9 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

आज़मगढ़ देवगांव मारपीट व आगजनी के मामले में सात गिरफ्तार


 आज़मगढ़ देवगांव मारपीट व आगजनी के मामले में सात गिरफ्तार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़  देवगांव कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के लहुंआकला गांव में शनिवार को मजदूरी को लेकर मारपीट व आगजनी के मामले में आरोपित सात लोगों को रविवार को दिन में क्षेत्र के सम्सीपुर मोड़ से गिरफ्तार किया है।



बताते हैं कि लहुंआ कला गांव में शनिवार को मजदूरी का पैसा मांगने को लेकर गांव के विशाल वर्मा व सुनील के बीच विवाद हो गया। इस बात से नाराज एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष को लाठी-डंडे से बुरी तरह मारा-पीटा और घायल पक्ष की बाइक को आग के हवाले कर दिया।




 इस मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा मुकामी थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मामले की जांच में जुटी पुलिस को जानकारी मिली की मारपीट के आरोपी क्षेत्र के समस्तीपुर मोड़ पर मौजूद हैं और कहीं भागने वाले हैं। 




सूचना पाकर देवगांव कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक रंजय कुमार सिंह, उमेश यादव व योगेंद्र प्रसाद सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचे और वहां मौजूद सात लोगों को काबू में कर लिया। 



गिरफ्तार किए गए लोगों मे  विक्की श्रीवास्तव पुत्र कमलेश श्रीवास्तव ग्राम जगदीशपुर, विशाल तिवारी पुत्र रामविलास तिवारी, सार्थक सिंह पुत्र दिवाकर सिंह, अनिकेत सिंह उर्फ गोलू पुत्र स्वर्गीय संतोष सिंह, हर्षित तिवारी उर्फ सोनू पुत्र संतोष तिवारी, सुनील राजभर पुत्र मुरारी राजभर ग्राम लहुंआ कला तथा रोशन सिंह उर्फ शुभम पुत्र अंशु सिंह ग्राम रामपुर कोतवाली क्षेत्र देवगांव के निवासी बताए गए हैं।

आज़मगढ़ मुबारकपुर चोरी की बाइक व आधा दर्जन मोबाइल बरामद, तीन गिरफ्तार

 

आज़मगढ़ मुबारकपुर चोरी की बाइक व आधा दर्जन मोबाइल बरामद, तीन गिरफ्तार 



उत्तर प्रदेश आजमगढ़  मुबारकपुर थाने की पुलिस ने शनिवार की रात कस्बे से सटे इस्लामपुरा मोहल्ले में वाहन चेकिंग के दौरान चोरी की बाइक व आधा दर्जन चोरी के मोबाइल के साथ तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।




जानकारी के अनुसार मुबारकपुर कस्बे से सटे इस्लामपुरा मोहल्ले में शनिवार की रात वाहन चेकिंग कर रही पुलिस ने कस्बे से शाहगढ़ की ओर जा रहे बाइक सवार तीन युवकों को रोक लिया। उनके कब्जे से मिली बाई की जांच-पड़ताल के दौरान जानकारी मिली की उक्त बाइक चोरी की है। तलाशी के दौरान तीनों युवकों के कब्जे से पुलिस ने आधा दर्जन मोबाइल फोन बरामद किया।




 सभी को थाने लाकर की गई पूछताछ के दौरान पकड़े गए युवकों ने बताया कि हम सभी जनपद एवं पड़ोसी मऊ जनपद से दोपहिया वाहन एवं मोबाइल फोन चुरा कर खर्च चलाने के लिए उसे सस्ते दामों पर बेच देते हैं। गिरफ्तारी के दौरान पकड़ी गई बाइक व मोबाइल फोन तीनों बेचने के लिए शहर जा रहे थे। पकड़े गए आरोपियों में गुलाम रसूल पुत्र मौव्वाली पुत्र जुम्मन निवासी पूरा रानी तथा आजम पुत्र शाहआलम एवं रिजवान पुत्र अमीरुद्दीन निवासी इस्लामपुरा थाना क्षेत्र मुबारकपुर के निवासी बताए गए हैं। 




पुलिस के अनुसार पकड़े गए तीनों आरोपी शातिर चोर हैं। इनके खिलाफ पूर्व में चोरी, आबकारी व शस्त्र अधिनियम के कई मामले पंजीकृत बताए गए हैं।

बलिया DIG ने परखीं कोतवाली की व्यवस्था, साथ रहे SP


 बलिया DIG ने परखीं कोतवाली की व्यवस्था, साथ रहे SP




उत्तर प्रदेश बलिया डीआईजी अखिलेश कुमार ने रविवार को पुलिस अधीक्षक राज करन के साथ बांसडीह कोतवाली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में डीआईजी ने मालखाना, शस्त्र के उचित रख रखाव, पुलिसकर्मियों की सर्विस बुक सहित पत्रवालियों की जांच करने के ही साथ ही साफ-सफाई, महिला हेल्प डेस्क में महिला पुलिस कर्मियों से महिला संबंधी शिकायतों के बारे में जानकारी ली।


 

कम्प्यूटर कक्ष में आपरेटर से मुकदमों की एंट्री के बारे में जानकारी ली। कोतवाली प्रभारी को थाने पर पहुंचने वाले फरियादियों की शिकायतों को प्राथमिकता से सुनने व पुलिसिंग चुस्त दुरुस्त बनाने का निर्देश दिया। 



वही कोतवाली क्षेत्र में अपराध नियंत्रण एवं चुनाव सकुशल सम्पन्न होने पर कोतवाल राजीव कुमार मिश्र की सराहना की। पुलिसकर्मियों के आवास व महिला आवासों को भी देखा। महिला हेल्प डेस्क में मौजूद पुलिसकर्मियों से शिकायतों के बारे में पूछा। यह भी जानकारी ली कि थाने पर आने वाले महिला संबंधी अपराधों में महिला पुलिसकर्मी किस प्रकार उन्हें निस्तारित करती हैं। 




महिला हेल्प डेस्क के रजिस्टर को भी देखा। कम्प्यूटर कक्ष में मौजूद आपरेटर से भी जानकारी ली। कोतवाली का निरीक्षण करने के बाद डीआईजी ने सब कुछ आल इज वैल बताया।



डीआईजी अखिलेश कुमार भीषण गर्मी के बीच रविवार को बांसडीह पहुंच गए। कोतवाली परिसर में सम्भ्रांत लोगो, व्यापारियों एवं जनप्रतिनिधियों से वार्ता कर पुलिस की कार्यप्रणाली तथा आपसी समन्वय स्थापित कर बेहतर कानून व्यवस्था के बारे जानकारी लिया।




उन्होंने व्यापारियों से बेहतर कानून व्यवस्था पर सुझाव लिए, जिस पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबुआ ने अतिक्रमण मुक्त करने, व्यापार मण्डल अध्यक्ष विजय कुमार गुल्लर ने व्यापारियों के साथ मीटिंग करने का सुझाव दिया। वही सड़क किनारे अवैध तरीक़े से बालू-गिट्टी की दुकानों से हो रही अतिक्रमण से अप्रिय घटनाओं को रोकने का सुझाव दिया।



डीआईजी अखिलेश कुमार ने क्षेत्राधिकारी प्रीति त्रिपाठी एवं कोतवाल से अतिक्रमण रोकने के लिये नगर पंचायत के अध्यक्ष के साथ मिलकर सीमांकन करने एव व्यापारियों के साथ पहले से ही गठित व्यापारी प्रकोष्ठ के साथ मीटिंग करने तथा अतिक्रमण पर कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश दिया।



 इस मौके पर प्रधान महंगू तिवारी, सुभाष ओझा, ध्रुव तिवारी, सुरेश प्रजापति, अनिल यादव, संतोष सिंह, अभय सिंह, अरविंद सिंह, दिग्विजय सिंह, प्रतुल ओझा, विजय कुमार गुल्लर, हरेकृष्ण वर्मा, मुनजी, मनोज साहू इत्यादि मौजूद रहे।

आज़मगढ़ लालगंज अतिक्रमण पर गरजा प्रशासन का बुलडोजर गिराई गई कई दुकानें, इलाके में मचा हड़कंप।


 आज़मगढ़ लालगंज अतिक्रमण पर गरजा प्रशासन का बुलडोजर



गिराई गई कई दुकानें, इलाके में मचा हड़कंप।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़  जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी के निर्देश पर रविवार को उपजिलाधिकारी एसएन त्रिपाठी के नेतृत्व में लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर के सामने कब्जा कर बनाई गई दुकानों को गिराने की कार्यवाही शुरू होने से इलाके में हड़कम्प मच गया।



 अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गयी। शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण करने आये जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी की नजर स्वास्थ्य केन्द्र के सामने किए गए अतिक्रमण पर पड़ी और उन्होंने वहां मौजूद उपजिलाधिकारी को तत्काल अतिक्रमण हटवाने का निर्देश दिया था। उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में रविवार को अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू की गयी। अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम ने अवैध रूप से कब्जा करने वाले वीरेंद्र पुत्र कालीचरण, अशोक पुत्र रामा, राजेन्द्र पुत्र श्यामकरन, मोतिन पुत्र शाहमोहम्मद, लौटन पुत्र भगेलू तथा गोदा पुत्र दुक्खी का निर्माण ध्वस्त कर दिया। 




जब कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी है। तहसील प्रशासन के अनुसार लगभग 30 वर्षो से लोग कब्जा जमाए पड़े थे। अवैध कब्जा हटाने की कार्यवाही देखकर लोग अपने से अपना अतिक्रमण हटाने में जुट गए। चार दर्जन से अधिक लोग अतिक्रमण किए हुए थे। अतिक्रमण की कार्यवाही से पूरे क्षेत्र में हड़कम्प मचा हुआ है।




 मौके पर क्षेत्राधिकारी मनोज कुमार रघुबंशी, तहसीलदार उमाशंकर त्रिपाठी, नायब तहसीलदार पंकज कुमार शाही, प्रभारी निरीक्षक देवगांव शशिमौली पाण्डेय सहित काफी संख्या में राजस्वकर्मी व पुलिस के जवान मौजूद रहे। 



इसके पूर्व क्षेत्र के मिर्जाआदमपुर गांव में पोखरा व भीटा की आराजी संख्या 66 व 182 पर किए गए अतिक्रमण को भी प्रशासनिक टीम द्वारा हटाया गया।

एक्शन में सीएम योगी, मुख्तार की पत्नी और साले के मकान पर चलेगा बुल्डोजर


 एक्शन में सीएम योगी, मुख्तार की पत्नी और साले के मकान पर चलेगा बुल्डोजर


सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर गोदाम बनाने के मामले में पुलिस ने किया तलब, नोटिस चस्पा




गाजीपुर उत्तर प्रदेश में दोबारा सत्ता में आई योगी सरकार एक बार फिर से एक्शन में आ गई है। पिछली सरकार में अपराधियों पर कसा गया शिकंजा एक बार फिर शुरू हो गया है। जिसके चलते गाजीपुर में मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्शां अंसारी और सालों की मुसीबतें फिर से बढ़ने लगी हैं।




 जानकारी के अनुसार नंदगंज थाने के फतेउल्लाहपुर में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर गोदाम बनाने के मामले में पुलिस तीनों को तलब किया है। विवेचक के समक्ष प्रस्तुत नहीं होने और बयान नहीं दर्ज कराने के आरोप में मुख्तार के सहयोगियों को भी बयान देने के लिए बुलाया गया है।




मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शा अंसारी, साले आतिफ रजा व अनवर सज्जाद ने सहयोगियों के साथ मिलकर नंदगंज के फतेउल्लाहपुर में गोदाम बनाने में सार्वजनिक उपयोग की जमीन पर कब्जा कर लिया था। प्रशासनिक टीम ने अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवाकर जमीन को कब्जामुक्त कराया था। इसके बाद तालाब पर बने सार्वजनिक रास्ते को भी खोदकर तालाब की भूमि को पूरा किया। मामले में नंदगंज के दर्जी मोहल्ले की अफ्शा अंसारी, महरूपुर के मुख्तार अंसारी के साले आतिफ रजा व अनवर सहजाद तथा उनके सहयोगी डोमनपुरा के रवींद्र नारायण सिन्हा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर जांच कार्य शुरू किया गया।




विवेचक ने पर्चा काटकर कोर्ट में दाखिल कर दिया, बताया कि आरोपियों ने विवेचक के तमाम प्रयास के बावजूद अपना बयान दर्ज नहीं कराया। रविवार को पुलिस ने अवैध कब्जे के मामले में बयान देने के लिए मुख्तार की पत्नी समेत सभी आरापियों नोटिस तामीला की कार्यवाही  की। विवेचक थानाध्यक्ष नंदगंज पुलिस बल के साथ आरोपितों के आवास पर पहुंचे। आरोपितों के नहीं मिलने पर कोर्ट का नोटिस चस्पा किया।




 पुलिस रवींद्र नारायण सिन्हा के डोमनपुरा आवास पर भी पहुंची और कोर्ट नोटिस तामिल कराया गया। नंदगंज थानाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले के आरोपितों को बयान के लिए कई बार बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचे। अब उन्हें नोटिस देकर 30 मार्च को विवेचक के समक्ष प्रस्तुत होकर बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।

Sunday, 27 March 2022

आजमगढ़ कप्तानगंज भीषण सड़क हादसा 3 की मौत 8 जख्मी, एनएच 233 बाईपास के पास घर में घुसी कार।

आजमगढ़ कप्तानगंज भीषण सड़क हादसा 3 की मौत 8 जख्मी, एनएच 233 बाईपास के पास घर में घुसी कार।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के कप्तानगंज थाने के बालवर गंज बाजार के समीप कप्तानगंज बाजार से पहले NH 233 बाईपास के समीप अयोध्या की तरफ से आ रही अनियंत्रित कार सड़क किनारे चंद्रजीत यादव पुत्र सूबेदार यादव के घर में घुस गई।



घर के बाहरी पशुशाला था जिसमें भैंस बंधी थी और वहां लोग खड़े हुए थे। घटना में बताया जा रहा है कि तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई। जबकि कार सवार व एक बाइक सवार समेत 8 लोग जख्मी हो गए। घटना के बाद कोहराम मच गया एक भैंस की भी मौत हो गई और अन्य भैंस के पैर टूट गया।



चारों तरफ चीख पुकार मची थी। आसपास के लोग मौके पहुंचकर राहत में जुटे थे सूचना के बाद पुलिस पहुंची घायलों को जिला अस्पताल लाया गया है। कप्तानगंज के थानाध्यक्ष के अनुसार 3 लोगों की मौत हुई है।

 

बदायूं महिला संग अश्लील बातें दरोगा को पड़ी भारी, सस्पेंड


 बदायूं महिला संग अश्लील बातें दरोगा को पड़ी भारी, सस्पेंड




उत्तर प्रदेश बदायूं सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो वायरल होने की वजह से एसएसपी डॉ.ओपी सिंह ने उघैती के थानेदार वीरेंद्र सिंह राणा को निलंबित कर दिया है। इस वीडियो में थानेदार हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं या फिर मामला थाने से जुड़ा है। इसकी जांच के लिए एसपी सिटी को जांच सौंपी है। 




जानकारी के अनुसार फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे की फजीहत हो रही है। पिछले एक साल से उघैती पर तैनात थानेदार एक महिला के साथ वीडियो कॉल में अश्लील बातें करने में फंस गए। महिला भी वीडियो में अश्लील हरकतें करती नजर आ रही है। 




सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामला एसएसपी डॉ. ओपी सिंह के अलावा आईजी रमित शर्मा के संज्ञान में पहुंच गया।

इसके बाद सीओ बिल्सी बलदेव सिंह को वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग की जांच के आदेश जारी कर दिए गए। जांच में प्रकरण सत्य पाए जाने के बाद देर रात थानेदार वीरेंद्र सिंह राणा को एसएसपी ने निलंबित कर दिया। 



एसएसपी ने अपने पीआरओ राजीव सिंह तोमर को थाने का चार्ज सौंपा है। पूरे मामले की जांच एसपी सिटी को सौंप दी गई है।

आजमगढ़ बसपा के टिकट पर सदर लोकसभा का उपचुनाव लड़ेंगे जमाली


 आजमगढ़ बसपा के टिकट पर सदर लोकसभा का उपचुनाव लड़ेंगे जमाली


एआईएमआईएम छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने की हो चुकी है तैयारी।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर विधानसभा के पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा में वापसी की तैयारी कर ली है। 



जानकारी के अनुसार इतना ही नहीं चर्चा इस बात की जोरों पर चल रही है कि बसपा उन्हें आगामी सदर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी भी बनायेगी।



बता दें कि बसपा छोड़ने के बाद राजनीतिक महत्वाकांक्षा केे चलते विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली सपा से टिकट के लिए पूरा प्रयास कर रहे थे लेकिन जब सपा ने अपने पुराने कार्यकर्ता पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव पर ही भरोसा जताया। बसपा छोड़ चुके गुड्डू जमाली सपा से भी निराशा हाथ लगी। इनकी उम्मीदों पर पानी फिरता देख (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क हुआ तो उनके साथ हो गए और उनके टिकट पर मुबारकपुर से विधान सभा  का चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें बुरी हार का सामना करना पड़ा।



 मुबारकपुर सीट पर सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की।

वाराणसी- गोरखपुर विमान सेवा का CM योगी ने वर्चुअली किया शुभांरभ- गुलाब का फूल देकर यात्रियों का स्वागत


 वाराणसी- गोरखपुर विमान सेवा का CM योगी ने वर्चुअली किया शुभांरभ- गुलाब का फूल देकर यात्रियों का स्वागत





उत्तर प्रदेश वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से गोरखपुर के लिए पहली बार सीधी विमान सेवा की शुरुआत रविवार सुबह हो गई। सीएम योगी आदित्यानाथ ने उड़ान योजना के तहत इस विमान सेवा का गोरखपुर एयरपोर्ट पर वर्चुअली उद्घाटन किया। 




जानकारी के अनुसार वाराणसी के बाबतपुर स्थित लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से स्पाइसजेट का विमान एसजी 2949 सुबह 8.52 बजे वाराणसी से गोरखपुर के लिए 20 यात्रियों को लेकर उड़ान भरी। इस दौरान एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट के अधिकारियों के द्वारा यात्रियों को बोर्डिंग पास और गुलाब का पुष्प देकर स्वागत एवं अभिवादन किया गया।



 यात्रियों ने कहा कि वाराणसी और गोरखपुर के लिए पहली बार विमान सेवा शुरू की गई है जिसे लेकर हम लोग बेहद खुश हैं।



वाराणसी एयरपोर्ट से संचालित होने वाली विमानन कंपनियों ने समर शेड्यूल जारी कर किया है। विमानन कंपनियों ने कई रूट पर विमान सेवा शुरू करने का फैसला लिया है। 



स्पाइस जेट एयरलाइंस गोरखपुर, जयपुर, गुवाहाटी, देहरादून, पटना आदि नए रूटों पर विमानों का संचालन करेगा तो अहमदाबाद जैसे महत्वपूर्ण रूट पर अपनी सेवा बंद करेगा।




 इंडिगो एयरलाइंस जयपुर, और जम्मू के लिए विमान का संचालन शुरू करेगा, इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बंगलूरू, हैदराबाद, चेन्नई, भुवनेश्वर आदि रूटों पर समय में परिवर्तन करेगा। 




गो एयर अहमदाबाद के लिए नए विमान का संचालन करेगा, इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, कोलकाता की सेवाएं जारी रखेगा।एयरपोर्ट निदेशक आर्यमा सान्याल ने कहा कि 27 मार्च से समर शेड्यूल जारी हुआ है। कई एयरलाइंस अन्य शहरों के लिए 27 से ही विमान सेवा शुरू कर रही हैं। कोरोना संक्रमण कम होने से यात्रियों के संख्या भी बढ़ रही है। ये एयरपोर्ट प्रशासन के साथ ही अन्य विभाग के लिए भी अच्छी खबर है।

लखनऊ शिवपाल के इस बयान के बाद समाजवादी कुनबे में मची हलचल।


 लखनऊ शिवपाल के इस बयान के बाद समाजवादी कुनबे में मची हलचल।




लखनऊ उत्तर प्रदेश प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख व सपा विधायक शिवपाल यादव ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाए हैं। वह सपा विधायकों की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज हो गए हैं। ऐसे में एक बार फिर मुलायम सिंह यादव के कुनबे में जंग के आसार बढ़ गए हैं।




जानकारी के अनुसार इसी वजह से वह लखनऊ से इटावा चले गए जब कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा है कि यह बैठक सपा की थी। इसमें हमारे सहयोगी दल प्रसपा, रालोद, जनवादी पार्टी, महान दल, सुभासपा किसी को नहीं बुलाया गया। सहयोगी दलों के साथ 28 को बैठक है। उसी में शिवपाल यादव समेत सभी सहयोगियों को बुलाया जाएगा।



असल शिवपाल का कहना है कि वह सपा के विधायक हैं और इस नाते वह बैठक में आमंत्रण को दो दिन से इंतजार कर रहे थे, जब न्न्योता नहीं आया तो वह यहां से चले गए। अब वह अपने अगले कदम का जल्द ऐलान करेंगे जब कि सपा की दलील है कि शिवपाल सहयोगी दल के नेता हैं।




 बाद में शिवपाल ने कहा है कि उन्हें विधायक दल की बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया? इसका जवाब राष्ट्रीय नेतृत्व ही दे सकता है। सभी विधायकों को फोन गया लेकिन उन्हें फोन नहीं किया गया। मैंने बैठक में शामिल होने के लिए अपने सारे कार्यक्रम रद कर दिए थे। मैं सपा में सक्रिय हूं। विधायक हूं फिर भी नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी की हार की समीक्षा हो।




शिवपाल यादव ने कहा कि जब अपनों और परायों में भेद नहीं पता होता है तब महाभारत होती है। दुर्योधन के बजाय युधिष्ठिर शकुनि से जुआ खेलने लगे, यहीं से उनकी हार तय हो गई। 



सपा विधायकों में उनकी सबसे बड़ी जीत हुई है, इससे उनकी लोकप्रियता पता चलती है। शिवपाल यादव द्वारा दिए गए इस बयान के बाद समाजवादी कुनबे में हलचल मच गई।

लखनऊ मायावती ने विधायक उमाशंकर सिंह सहित पार्टी पदाधिकारियों को किया तलब।

 



लखनऊ मायावती ने विधायक उमाशंकर सिंह सहित पार्टी पदाधिकारियों को किया तलब।


लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती रविवार को विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा करेंगी। इसमें विधानसभा के सभी उम्मीदवारों के साथ रसड़ा बलिया के जीते विधायक उमाशंकर सिंह और सभी बड़े व छोटे पदाधिकारियों को बुलाया गया है।


बसपा सुप्रीमो विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहली बड़ी समीक्षा बैठक करने जा रही हैं। बैठक में प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष, बामसेफ के जिला संयोजक, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य जोन इंचार्ज बुलाए गए हैं। 


मायावती एक-एक उम्मीदवारों से हार के बारे में जानकारी लेंगी, वह पूछेंगी कि पार्टी कहां चूकी जिससे हार का सामना करना पड़ा।
मायावती पहली बैठक 10.30 बजे से करेंगी। दूसरी बैठक वह तीन बजे से मुख्य जोन इंचार्जों के साथ करेंगी। इसमें वह पहली बैठक में मिलने वाली जानकारी के आधार पर सेक्टर इंचार्जों से जवाब-तलब करेंगी। माना जा रहा है कि इसके बाद खराब काम करने वालों पर गाज गिरेगी। कुछ बड़े पदाधिकारी हटाए भी जा सकते हैं और कुछ को नई जिम्मेदारियां भी दी जा सकती है।


 माना जा रहा है कि मायावती इस बैठक में मिशन-2024 की तैयारियों को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी पदाधिकारियों को दे सकती हैं।

विधानसभा में अब योगी व अखिलेश होंगे आमने- सामने


 विधानसभा में अब योगी व अखिलेश होंगे आमने- सामने



नई भूमिका में होंगी नई चुनौतियां।




लखनऊ उत्तर प्रदेश में ही सियासत करने का निर्णय कर चुके अखिलेश यादव अब विधानसभा में बतौर नेता प्रतिपक्ष नई भूमिका में आ चुके हैं। सदन में उनका सामना नेता सदन यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से होगा। यहां उनके पीछे 125 विपक्षी विधायक होंगे तो सामने सत्ता पक्ष के 273 विधायक। सदन में अब योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव आमने सामने होंगे। मौजूदा मुख्यमंत्री के सामने पूर्व मुख्यमंत्री।




अब अखिलेश के सामने चुनौती है कि कैसे वह खुद को मजूबत नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पेश करें। अब उन्हें पांच साल इसी भूमिका में रहना है। वर्ष 2027 तक जब भी विधानसभा बैठेगी योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव आमने-सामने होंगे। योगी आदित्यनाथ व अखिलेश अब तक सड़क पर जनसभाओं में और मीडिया के जरिए एक दूसरे पर हमला करते रहे हैं। अब बात आमने-सामने की है। सदन में एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे जिनके धारदार भाषण के जरिए वह विपक्ष दलों की धज्जियां उड़ाते हैं तो दूसरी ओर अखिलेश यादव के लिए नेता सदन की बातों का माकूल जवाब देने का पूरा मौका होगा।




सदन की परंपरा है कि नेता सदन व नेता प्रतिपक्ष के बोलने की समय सीमा तय नहीं होती है और वह कभी भी अध्यक्ष की अनुमति से किसी मुद्दे को उठा सकते हैं। माना जा रहा है कि जिस तरह के रिश्ते दोनों के बीच रहे हैं उससे लगता है कि अब सदन में तल्खी और बढ़ सकती है। चूंकि इस बार सपा विधायकों की तादाद 47 से बढ़ कर 111 हो गई है तो जाहिर है कि इससे भी सपा का मनोबल बढ़ा हुआ है।




पिछले पांच साल जब योगी आदित्यनाथ नेता सदन रहे तो उनके सामने नेता प्रतिपक्ष व सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी हुआ करते थे। इन दोनों में खूब आरोप-प्रत्यारोप चलते थे लेकिन मीठी नोकझोंक भी खूब होती थी। मुख्यमंत्री स्वंय सदन बैठने पर नेता प्रतिपक्ष व अन्य विपक्षी नेताओं से मिलने आते थे। सदन में हास परिहास भी होता था। कई मौकों पर रामगोविंद चौधरी नेता सदन पर चुटकी लेते थे तो मुख्यमंत्री भी उन्हें सधा हुआ जवाब देते थे। रामगोविंद चौधरी ने इसके बावजूद सपा की भूमिका को कमजोर नहीं होने दिया और हर मुद्दे को मजबूती से उठाया।




अखिलेश यादव ने हाल में आजमगढ़ सीट से अपनी लोकसभा सदस्यता त्याग दी है। वे मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने गए हैं। पहली बार विधायक बने अखिलेश यादव पहली बार नेता प्रतिपक्ष बने हैं। वे उत्तर प्रदेश में सपा संगठन को मजबूत करने का काम में जुटेंगे।

Saturday, 26 March 2022

अखिलेश यादव और शिवपाल के बीच फिर पड़ी फूट


 अखिलेश यादव और शिवपाल के बीच फिर पड़ी फूट


जानिए क्यों नाराज हो गए हैं सपा अध्यक्ष के चाचा।




लखनऊ विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने शनिवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है। बैठक में सरकार को सड़क से सदन तक घेरने की रणनीति बनानी थी, लेकिन इससे पहले सपा में एक बार फिर अंदरुनी झगड़े की आहट सुनाई देनी लगी है। 




अखिलेश यादव ने एक बार फिर चाचा शिवपाल यादव को बड़ा झटका देते हुए उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।




दो दिन से उम्मीद लगाकर लखनऊ में डेरा डाले शिवपाल यादव को विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया गया है। इससे शिवपाल यादव ने नाराजगी भी जाहिर की है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव को सपा के चुनाव चिह्न पर ही जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ाया गया था। ऐसे में शिवपाल यादव को पूरी उम्मीद थी कि विधायक दल की बैठक में उन्हें बुलाया जाएगा। 



जानकारी के अनुसार शिवपाल यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि उन्हें जानकारी मिली की विधायक दल की बैठक होनी है तो वह लखनऊ में ही दो दिन से रुके हुए थे। शिवपाल ने कहा, मुझे पार्टी की बैठक में नहीं बुलाया गया है। मैं दो दिन से इंतजार कर रहा था, इस बैठक में शामिल होने के लिए मैंने अपने दूसरे सारे प्रोग्राम कैंसल कर दिए, लेकिन मुझे बुलाया नहीं गया। 




मैं सपा का विधायक हूं, फिर भी नहीं बुलाया गया। एक अन्य टीवी चैनल ने जब शिवपाल यादव से पूछा कि उनका अगला कदम क्या होगा तो उन्होंने अभी पत्ते खोलने से इनकार किया और कहा कि समर्थकों से विचार-विमर्श के बाद ही वह कोई फैसला करेंगे। विपक्ष में बैठने का जनादेश मिलने के बाद यह भी अटकलें थीं कि शिवपाल यादव को विपक्ष का नेता भी बनाया जा सकता है। हालांकि, अखिलेश यादव ने संसद से इस्तीफा देकर विधानसभा में रहने का फैसला किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह खुद नेता विरोधी दल बनकर योगी आदित्यनाथ को सीधी चुनौती देना चाहेंगे।

लखनऊ शपथ के बाद एक्शन में योगी


 लखनऊ शपथ के बाद एक्शन में योगी


अपर मुख्यसचिव व प्रमुख सचिव को दिया टारगेट, ऐसे करना होगा काम




लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को शपथ लेने के बाद शनिवार को एक्शन में दिखे। पहले सुबह प्रेसवार्ता कर फ्री राशन के समय बढ़ाने का ऐलान किया। इसके बाद उन्होंने सभी अपर मुख्यसचिव व प्रमुख सचिव को टारगेट दे दिया।




 सीएम योगी ने कहा कि 6 माह, 1 साल और 5 साल के लिये टारगेट तय कर उसका प्रजेंटेशन करें।



सीएम योगी ने कहा कि हर विभाग आधे-आधे घंटे की प्रेजेंटेशन बनाए। सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकार में मुकाबला दूसरों के काम से था। लेकिन इस बार अपने ही पिछले कार्यकाल से भी और बेहतर करना है। अच्छा काम किया इसलिए वापस लौटे लेकिन अब और बेहतर करना है। जनता ने विश्वास जताया है उस पर खरा उतरना है।




 सीएम के निर्देश फाइलों को लटकाया न जाये। लोक कल्याण संकल्प पत्र के वादों को अमली जामा पहनाना है।

आजमगढ़ दुष्कर्म व छेड़खानी के मामलों में आरोपित पूर्व प्रधान सहित दो गिरफ्तार


 आजमगढ़ दुष्कर्म व छेड़खानी के मामलों में आरोपित पूर्व प्रधान सहित दो गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जहानागंज पुलिस ने शनिवार को दुष्कर्म और छेड़खानी के मामले में आरोपी बनाए गए दो युवकों को गिरफ्तार किया है।




जहानागंज थाने पर तैनात अपराध निरीक्षक अवधेश कुमार अवस्थी व उनके सहयोगियों ने शनिवार को दिन में मिली सूचना के आधार पर क्षेत्र के सीहीं गांव में छापेमारी कर दुष्कर्म के आरोपी पूर्व प्रधान मुन्नीलाल चौहान पुत्र हवलदार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। इसी थाने पर तैनात उपनिरीक्षक योगेंद्र कुमार ने अपनी टीम के साथ क्षेत्र के धरवारा गांव निवासी दिनेश राम के घर दबिश देकर छेड़खानी के आरोपी रहे उसके पुत्र शुभम को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।