Tuesday, 8 February 2022

आजमगढ़ एंबुलेंस में गूंजी, तीन दिन में सात किलकारियाँ


 आजमगढ़ एंबुलेंस में गूंजी, तीन दिन में सात किलकारियाँ 

 

सभी नवजात स्वस्थ, मेडिकल टेक्नीशियन और पायलट की सूझबूझ से हुआ सुरक्षित प्रसव।



आजमगढ़ से तनवीर आलम की रिपोर्ट।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ स्वास्थ्य विभाग जनपद के हर घर स्वास्थ्य सेवा योजनाएं पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। इसी क्रम में स्वास्थ्य कर्मी और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद से अलग-अलग इलाकों में एंबुलेंस में सात प्रसव कराये गए। यह सभी प्रसव पूरी तरह से सुरक्षित रहे।




एंबुलेंस सेवा 102 और 108 के जिला प्रभारी अजय राय के अनुसार परिजन की ओर से 108 एंबुलेंस पर सूचना देने के बाद समय से पहुंची। एंबुलेंस के थोड़ी दूर चलने के बाद ही प्रसव पीड़ा शुरू हो जाने के बाद सभी मेडिकल टेक्नीशियन ने आशा की मदद से एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया। सभी जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। लाभार्थी लक्ष्मी ने कहा की मेरे घर से फोन जाने के 20 मिनट में ही एंबुलेस आ गयी | घर से थोड़ी दूर पर ही मेरे असहनीय प्रसव पीड़ा को देख कर मेरा प्रसव एंबुलेंस में ही करा दिया गया। एंबुलेंस कर्मी के कारण आज मैं और बच्चा बिल्कुल स्वस्थ हूँ।





जिला प्रभारी अजय राय ने बताया की 30 जनवरी रात 00:47 बजे पर एंबुलेंस 108 की सेवा भिलिहिली तरवा से मरीज सुषमा मिश्रा को उनके घर से लेकर पीएचसी पलहना  के लिए निकली। रास्ते में ही एंबुलेंस में प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण मेडिकल टेक्नीशियन प्रदीप कुमार और पायलट शिवेंद्र सिंह की सूझबूझ से सुरक्षित प्रसव एंबुलेंस में ही करा दिया गया।




  

उबरपुर लालगंज से 30 जनवरी सुबह 03:50 बजे 102 एंबुलेंस निशा सरोज को उसके घर से लेकर निकली थी। प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण रास्ते में ही हाईवे पर गाड़ी किनारे लगाकर समय सुबह 4:38 पर मेडिकल टेक्नीशियन प्रदीप कुमार गुप्ता के साथ पायलट परविंद यादव ने एंबुलेंस में ही प्रसव कराया। 




ब्लॉक अतरौलीया से 30 जनवरी रात 01:00 बजे 108 एंबुलेंस जुबेदा खातून को लेकर के जिला महिला चिकित्सालय के लिए निकल पड़ी।  रास्ते में ही जुबाइडा को प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण मेडिकल टेक्नीशियन लल्लू एवं पायलट बिंदरवेश यादव ने बिना देरी किये ही सुरक्षित प्रसव एंबुलेंस में ही करा दिया|




फ़िनीहिनी महानगर ब्लॉक 30 जनवरी दोपहर 14:03 बजे पीएचसी पलहना 102 गीता को लेकर पीएचसी कोयलसा के लिए निकली,और रास्ते में ही प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण मेडिकल टेक्नीशियन अरुण बाबू के साथ पायलट आशीष कुमार राय ने अपनी सूझबूझ से सुरक्षित प्रसव एंबुलेंस में ही करा दिया|




जनवरी 31 सुबह 05:29 बजे पीएचसी तरवा ले जाने के लिए 108 पर एंबुलेंस मरीज को उसके घर रास्तीपुर ब्लॉक से लेने के लिए गई।  मरीज प्रियंका को लेकर पीएचसी तरवा के लिए निकली थी कि रास्ते में ही प्रियंका को प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण एंबुलेंस में ही सुबह 6:40 पर मेडिकल टेक्नीशियन प्रभात कुमार यादव और पायलट अनिल यादव ने आशा की मदद से प्रसव कराने के पश्चात जच्चा-बच्चा दोनों को पीएचसी में सुरक्षित भर्ती कराया गया। 




नरसिंहपुर ब्लॉक पलहना एक फरवरी रात 22:25 बजे पीएचसी पलहना  एंबुलेंस 108 के पीएचसी लालगंज के रास्ते में ही लक्ष्मी को प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण मेडिकल टेक्नीशियन प्रदीप कुमार और पायलट शिवेंद्र सिंह एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराने के उपरांत पीएचसी में भर्ती किए। 




सिकरौरा ब्लॉक लालगंज 2 फरवरी सुबह 07:44 बजे सीएचसी लालगंज के लिए 108 एंबुलेंस समतारा को उसके घर से लेकर निकली ही थी| रास्ते में प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण मेडिकल टेक्नीशियन इम्मामुद्दीन और पायलट संतोष सिंह ने एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराने के पश्चात सीएचसी में भर्ती करा अपनी ज़िम्मेदारी निभाई। 




जिला प्रभारी अजय राय ने बताया की जिले में 102 एंबुलेंस संख्या 52 और 108 एंबुलेंस की संख्या 51 के साथ बैकअप संख्या 4 है | 102 छ: माह से अब तक 52943 मरीजों और 108 एंबुलेंस से 26517 सेवा दी गई हैं|



 इएमटी 45 दिनों को हैदराबाद के जीवीके इएमआरआई (इमरजेंसी मैनेजमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट) ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें इंजेक्शन लगाना,फर्स्ट एड देना,प्रसव,हार्टअटैक के बाद क्या करना है के बारे में विस्तृत रूप से बताया जाता है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ही उन्हें एंबुलेंस पर तैनात किया जाता है। 




सभी मेडिकल टेक्नीशियन और पायलट को उनके साहसी और उत्कृष्ट कार्य के लिए जिला प्रभारी दवारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया है।

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