Tuesday, 4 February 2025

आजमगढ़ एसपी ने थाना तरवां के बोंगरिया चौकी प्रभारी को किया निलंबित अभद्र भाषा का प्रयोग करने का वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई


 आजमगढ़ एसपी ने थाना तरवां के बोंगरिया चौकी प्रभारी को किया निलंबित



अभद्र भाषा का प्रयोग करने का वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना तरवां क्षेत्रान्तर्गत चौकी प्रभारी बोंगरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।


 चौकी प्रभारी का अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसएसपी द्वारा यह कार्रवाई की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने इस मामले की जांच हेतु एएसपी को निर्देशित किया है।

आजमगढ़ शहर कोतवाली रोडवेज बस-बाइक की टक्कर में पुत्र की मौत, पिता गंभीर रूप से घायल डाकखाने से वापस लौटते समय हुई घटना


 आजमगढ़ शहर कोतवाली रोडवेज बस-बाइक की टक्कर में पुत्र की मौत, पिता गंभीर रूप से घायल



डाकखाने से वापस लौटते समय हुई घटना


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के बाइपास बंधे पर मंगलवार को रोडवेज बस और बाइक में टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार दो लोग घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही एक की मौत हो गई। दूसरे घायल का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।


पवई थाना क्षेत्र के सुलेमानपुर गांव निवासी रामकरन उम्र 63 वर्ष अपने पुत्र पीयूष उम्र 35 वर्ष के साथ बाइक से मुख्यालय स्थित डाकखाने पर आए थे। सुबह करीब 11 बजे वापस लौटते समय बाइपास बंधे पर विनायक अस्पताल के सामने उनकी बाइक की रोडवेज बस से टक्कर हो गई। घटना में पिता और पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस के साथ ही पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी शशिमौलि पांडेय दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दोनों घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में पीयूष की मौत हो गई। पुलिस ने उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जबकि गंभीर रूप से घायल रामकरन का अस्पताल में उपचार चल रहा है। मृतक पीयूष के पास दो पुत्री और एक पुत्र हैं। मृतक घर पर रहकर खेतीबारी करता था। रामकरन रेलवे के डाकखाने से सेवानिवृत्त हैं। घटना की जानकारी मिलते ही घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

मथुरा महिला पीसीएस अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार विजिलेंस टीम ने की कार्रवाई, टीम ने कुछ फाइलें की जब्त


 मथुरा महिला पीसीएस अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार


विजिलेंस टीम ने की कार्रवाई, टीम ने कुछ फाइलें की जब्त


उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले की जिला पंचायत राज अधिकारी पीसीएस किरण चौधरी को लखनऊ से आई विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान टीम ने कार्यालय को पूरी तरह घेर लिया। टीम द्वारा कार्यालय में रखे दस्तावेजों की जांच की गई, जिसके बाद यहां से कुछ फाइलें भी जब्त की गईं। महिला पीसीएस अधिकारी किरण चौधरी के इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित आवास पर टीम पहुंची थी। यहां शिकायतकर्ता द्वारा उन्हें 70 हजार रुपये की रिश्वत दी गई। जैसे ही महिला अधिकारी ने ये रकम ली, तभी टीम ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दूसरी टीम राजीव भवन स्थित उनके कार्यालय पहुंची। 


यहां शिकायतकर्ता भी साथ में थे। टीम ने यहां से कुछ फाइलें जब्त कीं, जिन्हें अपने कब्जे में ले लिया। बताया गया है कि पीसीएस अधिकारी के खिलाफ एक ग्राम प्रधान ने विजिलेंस में शिकायत की थी, जिसके बाद लखनऊ से दो टीमों ने एक साथ ये कार्रवाई की। टीम महिला अधिकारी को अपने साथ लखनऊ ले गई है। वहीं इस कार्रवाई के बाद कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है।

बरेली 15 महीने में 06 युवतियों की हत्या न पहचान हुई न लगा हत्यारों का सुराग, अलग-अलग क्षेत्रों में मिले थे शव


 बरेली 15 महीने में 06 युवतियों की हत्या



न पहचान हुई न लगा हत्यारों का सुराग, अलग-अलग क्षेत्रों में मिले थे शव



उत्तर प्रदेश के बरेली के शाही और शीशगढ़ थाना क्षेत्र में एक ही तरीके से की गई महिलाओं की हत्या का खुलासा कर पुलिस ने साइको किलर कुलदीप को गिरफ्तार किया था। वह इस समय जेल में है। इधर, 06 युवतियों की हत्या के मामलों का खुलासा पुलिस के गले की फांस बना हुआ है। सवा साल में इन युवतियों के शव अलग-अलग क्षेत्रों में मिले थे। इन शवों की पहचान कराना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। सभी शव जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अलग-अलग दिनों में बरामद किए गए थे। हत्या का तरीका भी अलग-अलग ही था। ज्यादातर शव हाईवे से सटे खेतों या झाड़ियों में मिले। अंदेशा है कि यह शव पड़ोसी राज्य उत्तराखंड या प्रदेश के ही दूसरे जिलों के हैं। अधिकतर मामलों में शवों के चेहरे खराब कर दिए गए थे। इस कारण भी उनकी पहचान में अड़चन आ रही है।


इन शवों की नहीं हुई पहचान, 


 20 दिसंबर, 2023 को युवती की हत्या कर शव फेंकने का पहला मामला हुआ था। कैंट के नकटिया जंगल में उसका शव मिला था। 


30 जनवरी 2024 को सीबीगंज थाने के परधौली गांव के पास हाइवे किनारे एक खेत में युवती का शव मिला था। शव बड़ी सफेद चादर में बंधा था। लग रहा था कि किसी होटल में गला दबाकर हत्या कर शव यहां फेंका गया है।


08 अप्रैल 2024 को बिथरी थाना क्षेत्र में हाईवे किनारे एक बोरे में युवती का शव मिला था। उसकी भी गला कसकर हत्या की गई थी।


16 जुलाई 2024 को मीरगंज थाने के कुल्छा गांव के पास युवती का शव मिला। उसकी हत्या गला दबाकर की गई थी।


 02 दिसंबर 2024 को फतेहगंज पूर्वी में हाईवे से सटे संपर्क मार्ग के किनारे यूकेलिप्टस के बाग में युवती का शव मिला था। दुष्कर्म के संकेत मिले, गला काटकर हत्या की गई थी।


 28 दिसंबर 2024 को हाफिजगंज के लाड़पुर गांव के ईंट भट्ठा परिसर में युवती का शव मिला था।


 एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि सभी मामलों में पुलिस ने खुलासे के अधिकतम प्रयास किए हैं। डीसीआरबी के जरिये एनसीआरबी तक डाटा भेज रखा है। दूसरे जिलों व प्रदेशों के थानों की गुमशुदगी से शवों के फोटो आदि का मिलान कराया गया है। जिन स्थानों पर शव मिले वहां के हजारों फोन नंबरों को सर्च किया जा चुका है। अब भी यह प्रक्रिया जारी है।