Thursday, 16 January 2025

मिर्जापुर युवती ने की ऑटो चालक की जमकर पिटाई वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी किया वायरल, फिर दी यह सफाई


 मिर्जापुर युवती ने की ऑटो चालक की जमकर पिटाई


वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी किया वायरल, फिर दी यह सफाई


उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में किराया मांगने पर एक युवती ने ऑटो चालक की जमकर पिटाई कर दी। पिटाई के बाद इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी डाल दिया। वीडियो वायरल होने के बाद इसे संज्ञान में लेते हुए कटरा कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर दो छात्राओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई। हालांकि अब लड़की ने इंस्टाग्राम पर एक दूसरा वीडियो अपलोड कर सफाई दी है। युवती का कहना है कि ड्राइवर ने उसे बाजारू औरत कहा था। लालगंज थाना क्षेत्र के बहुती बेलहरा गांव के विमलेश कुमार शुक्ला ने बताया कि ऑटो चालक है।


मिली जानकारी के मुताबिक 10 जनवरी 2025 की सुबह लगभग 11 बजे ऑटो गुलालपुर से लेकर पथरहिया आ रहा था। ऑटो में प्रियांशु पांडेय और प्रिया पांडेय बरकछा से सवार हुईं। दोनों युवती ऑटो से पथरहिया पर उतर गईं। पंद्रह रुपए के हिसाब से जब तीस रुपए किराया की मांग की तो। दोनों युवतियों ने किराया देने से इनकार कर दिया और कहा कि हम लोग स्टूडेंट हैं। किराया नहीं देते हैं। ड्राइवर का आरोप है कि किराया मांगने पर गाली-गलौज करने लगी। फिर मारपीट की। पिटाई का एक युवती ने वीडियो भी बनाया। पिटाई के बाद जान से मारने की धमकी भी दी। ऑटो चालक की पिटाई का वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई।


पीड़ित ड्राइवर विमलेश कुमार शुक्ला की तहरीर पर पुलिस ने प्रियांशु पांडेय व प्रिया पांडेय के विरुद्ध मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस संबंध में कटरा कोतवाल अजीत कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित चालक की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आजमगढ़ विकास भवन धमके कमिश्नर, बंद हुआ मुख्य दरवाजा निरीक्षण में अनुपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब एक दिन का वेतन रोकने का दिया निर्देश


 आजमगढ़ विकास भवन धमके कमिश्नर, बंद हुआ मुख्य दरवाजा



निरीक्षण में अनुपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब


एक दिन का वेतन रोकने का दिया निर्देश


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के मण्डलायुक्त विवेक ने शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने हेतु बुधवार को विकास भवन में स्थापित समस्त कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय विभिन्न कार्यालयों में बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये।


 मण्डलायुक्त ने अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया तथा मुख्य विकास अधिकारी के साथ अपरान्ह में अपने कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया। स्पष्ट निर्देश के बावजूद भी कतिपय अधिकारी एवं कर्मचारी अपना पक्ष प्रस्तुत करने हेतु उपस्थित नहीं हुए, जिसमें डूडा कार्यालय के सीएमएम गोपाल राम, सीओ अमरीश यादव व सीएलटीएल अंकित कुमार पटेल, डीआरडीए कार्यालय के लेखाकार शिवमोहन सिंह, वरिष्ठ सहायक मनीष कुमार राय एवं कनिष्ठ सहायक अखिलेश कुमार गोस्वामी, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के वरिष्ठ सहायक रमेश चन्द, कनिष्ठ सहायक आशीष रंजन व पूजा राव सम्मिलित हैं।


 इसके अतिरिक्त सहकारिता विभाग के ग्रा.से.(कृषि) विनय यादव, जिला युवा कल्याण एवं प्रान्तीय विकास दल अधिकारी सुल्तान सिंह व उनके कार्यालय के कनिष्ठ सहायक रणधीर सिंह, ग्राम्य विकास विभाग (स्वत: रोजगार) के डीईओ विजय प्रकाश, लघु सिंचाई विभाग वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार श्रीवास्तव व अशोक कुमार राय तथा पंचायतीराज विभाग के डीसी (आईईसी) पीति सिंह व लेखाकार मनोज कुमार यादव भी अपना पक्ष प्रस्तुत करने हेतु उपस्थित नहीं हुए। मण्डलायुक्त ने इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों का निरीक्षण तिथि का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया।


 इसके अतिरिक्त कतिपय कार्यालयों में अनुपस्थित पाये गये वाहन चालक तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से भी उन्होंने स्पष्टीकरण तलब किया है। मण्डलायुक्त विवेक ने अपने निरीक्षण से पूर्व विकास भवन के मुख्य द्वार को बन्द कराया तथा क्रमवार समस्त कार्यालयों में उपस्थिति का जायजा लिया।


 बाल विकास एवं पुष्टाहार कार्यालय के निरीक्षण में प्रधान सहायक उपेन्द्र राय द्वारा कर्मचारियों के सम्बद्धीकरण के सम्बन्ध में बार-बार गलत जानकारी दिये जाने उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त किया तथा अपनी ओर से उक्त कर्मचारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दिये जाने हेतु निर्देशित किया। मण्डलायुक्त अपने कार्यालय में उपस्थित हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वयं समय से कार्यालय में उपस्थित हों तथा अधीनस्थों की भी समय उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।