Thursday, 9 January 2025

आजमगढ़ पवई सड़क पर शव रख कर चक्काजाम करने वालों के खिलाफ एक्शन 14 नामजद और 70 अज्ञात ने खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा


 आजमगढ़ पवई सड़क पर शव रख कर चक्काजाम करने वालों के खिलाफ एक्शन



14 नामजद और 70 अज्ञात ने खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के पवई थाना क्षेत्र के गालिबपुर गांव के लोगों ने बुधवार को पवई-कलान मार्ग पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया था। परिजनों की मांग पर पुलिस ने चार नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज किया ही साथ में सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में 14 नामजद और 60-70 अज्ञात लोगों पर मुकदमा पंजीकृत किया है।


पवई थाना क्षेत्र के गालिबपुर गांव निवासी लालू (38) पुत्र ससेनु का उनके पट्टीदारों से भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। लालू की पत्नी ने बताया कि दो दिन पूर्व पट्टीदारों से विवाद हुआ था। आरोप है कि विवाद के दौरान पट्टीदार ने लालू को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस बात को लेकर पट्टीदारों ने फिर सोमवार की रात करीब 11 बजे लालू के साथ मारपीट की।


ग्रामीणों के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया लेकिन बाद में घर के पास सड़क पर लालू का शव मिला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना लालू की पत्नी को दी। सूचना मिलते ही लालू की पत्नी अपने चार बेटियों के साथ घर पहुंच गई। इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ठंड से मौत होने की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लालू की पत्नी फर्जी बता रही है। पत्नी ने आरोप लगाया कि पोस्टमार्टम कर रहे चिकित्सक ने उसे पांच लाख रुपये देने की बात कही। पत्नी ने कहा कि जिस जमीन का विवाद चल रहा वह जमीन उनके बच्चों के नाम से किया जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर मुझे न्याय दिया जाए। थानाध्यक्ष फूलपुर, सरायमीर, पवई व एसडीएम फूलपुर सुरेंद्र नरायण त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और परिवार को समझाया और परिजनों के कहने पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर परिजनों को कॉपी सौंप दी गई है। इसके बाद फिर पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया। प्रशासन की इस कार्रवाई से संतुष्ट होकर परिजनों ने दो घंटे बाद जाम को समाप्त कर दिया।


वहीं, इस मामले में पुलिस ने सड़क पर जाम लगाने को लेकर शनिदेव, सुरेंद्र, मुंशीलाल, रामदवर, रोहित, श्रीपति, गीता, शुभम, अभिषेक तिवारी, दीपक, विनोद, रोहित, रंजना, ममता व 60-70 अज्ञात लोगों पर मुकदमा पंजीकृत किया गया।


चिराग जैन, एसपी ग्रामीण आजमगढ़ ने बताया कि पुलिस व प्रशासन के विरुद्ध नारे लगाते हुए राज्य मार्ग अवरुद्ध किया गया। आम लोगों में दहशत फैलाया गया। इससे मौके पर काफी अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। इसे लेकर 14 नामजद व 60-70 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है।


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आजमगढ़ जहरीली शराब कांड, कोर्ट में पेश हुए बाहुबली विधायक रमाकांत यादव बोले हमारे ऊपर लगाया जा रहा फर्जी मुकदमा


 आजमगढ़ जहरीली शराब कांड, कोर्ट में पेश हुए बाहुबली विधायक रमाकांत यादव



बोले हमारे ऊपर लगाया जा रहा फर्जी मुकदमा



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले मे समाजवादी पार्टी के विधायक रमाकांत यादव को बृहस्पतिवार की सुबह फतेहगढ़ जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच पेशी के लिए आजमगढ़ लाया गया। रमाकांत यादव एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए, जहां जहरीली शराब कांड मामले में अपना बयान दर्ज कराया। वहीं, गैंगस्टर कोर्ट में भी रमाकांत यादव की पेशी हुई। कोर्ट से निकलते ही उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि हमारे ऊपर फर्जी मुकदमा लगाया जा रहा है। साथ ही जेल में न तो दवा दी जाती है और न ही ठीक से खाना-पीना दिया जाता है। एमपी-एमएलए कोर्ट में पूर्व सांसद व फूलपुर पवई से वर्तमान सपा विधायक रमाकांत यादव की पेशी हुई। उनके खिलाफ माहुल में जहरीली शराब पीने से हुई मौत मामले में मुकदमा दर्ज है। रमाकांत यादव को फतेहगढ़ जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद गैंगस्टर कोर्ट में उनकी पेशी हुई।


कोर्ट के खुलने तक रमाकांत वहीं पर रहे। पेशी से लौटते समय मीडिया से जैसे ही उन्होंने कहा कि फर्जी मुकदमा लगाया जा रहा हमारे ऊपर, आजम खां और सोलंकी पर। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ठीक नहीं है। जेल में दवा नहीं मिलती है। खाना-पीना भी ठीक नहीं मिलता। आज आदेश हो जाएगा तो मिलने लगेगा। उनके इतना बोलने के साथ पुलिस ने मीडिया कर्मियों को हटाना शुरू कर दिया।

आजमगढ़ पवई पोस्टमार्टम कर रहे डाक्टर ने कही थी 5 लाख देने की बात परिजनों ने पीएम रिपोर्ट को गलत बता शव रखकर किया चक्काजाम मौत के बाद हत्या का लगाया था आरोप


 आजमगढ़ पवई पोस्टमार्टम कर रहे डाक्टर ने कही थी 5 लाख देने की बात



परिजनों ने पीएम रिपोर्ट को गलत बता शव रखकर किया चक्काजाम


मौत के बाद हत्या का लगाया था आरोप



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के पवई थाना क्षेत्र के गालिबपुर में एक युवक की मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट को फर्जी बताते हुए शव को सड़क पर रख पवई-कलान मार्ग को जाम कर दिय थे। परिजनों की मांग है कि जब तक पुलिस न्याय नहीं देगी तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। युवक की मौत सोमवार को हुई थी। परिजनों ने पट्टीदारों द्वारा मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


 मंगलवार की देर शाम जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमे ठंड लगने से युवक की मौत होने की पुष्टि हुई। पवई थाना क्षेत्र के गालिबपुर गांव निवासी लालू (38) पुत्र ससेनु का उनके पट्टीदारों से भूमि को लेकर विवाद चल रहा है। लालू की पत्नी ने बताया कि दो दिन पूर्व पट्टीदारों से विवाद हुआ था। आरोप है कि विवाद के दौरान पट्टीदारों ने लालू को जान से मारने की धमकी दी थी। इस बात को लेकर पट्टीदारों ने फिर सोमवार की रात करीब 11 बजे लालू के साथ मारपीट की। ग्रामीणों के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया। इसके बाद घर के पास सड़क पर लालू का शव मिला। 


ग्रामीणों ने इसकी सूचना लालू की पत्नी को दी। सूचना मिलते ही लालू की पत्नी अपने चार बेटियों के साथ घर पहुंच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो रिपोर्ट में ठंड से मौत होने की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लालू की पत्नी फर्जी बता रही है। पत्नी ने आरोप लगाया कि पोस्टमार्टम कर रहे चिकित्सक ने उसे पांच लाख रुपये देने की बात कही। पत्नी ने कहा कि जिस जमीन का विवाद चल रहा वह जमीन उनके बच्चों के नाम से किया जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिया जाए।


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आजमगढ़ 35 साल से होमगार्ड की नौकरी कर रहा था गैंगस्टर रंजिश में गोली मारकर की थी हत्या, डकैती का भी आरोप भतीजे की शिकायत पर हुई जांच में मामला आया सामने किया गया निलम्बित


 आजमगढ़ 35 साल से होमगार्ड की नौकरी कर रहा था गैंगस्टर


रंजिश में गोली मारकर की थी हत्या, डकैती का भी आरोप


भतीजे की शिकायत पर हुई जांच में मामला आया सामने किया गया निलम्बित





उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले मे पुलिस महकमे में सेंध लगाकर 35 साल से नौकरी कर रहे गैंगस्टर अन्तत: अपने पारिवारिक कलह का शिकार हो गया। भतीजे द्वारा डीआईजी से शिकायत किये जाने के बाद जांच में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आ गया। पुलिस ने गैंगस्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। उसे होमगार्ड के पद से निलम्बित कर दिया गया है। गैंगस्टर नकदू से नंदलाल बनकर 35 साल से होमगार्ड की नौकरी करने वाला अखिरकार निलंबित हो गया। जांच में फर्जीवाड़ा की पुष्टि होने पर पुलिस ने रानी की सराय थाने में उसके खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत किया है। उक्त मामले की जांच आरोपी नकदू के भतीजे की शिकायत पर तत्कालीन डीआईजी वैभव कृष्ण ने जांच कराई थी। आरोपी नकदू के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती के कई मामले दर्ज थे। सितंबर 1989 से लेकर 2024 तक जिले के रानी की सराय और मेंहनगर थाने में नौकरी करता रहा लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी थी।


जानकारी के मुताबिक आरोपी नकदू के भतीजे ने चाचा नकदू के खिलाफ 03 दिसंबर 2024 को डीआईजी वैभव कृष्ण से शिकायत किया था। आरोप लगाया था कि चाचा 35 साल से फर्जी तरीके से होमगार्ड की नौकरी कर रहे हैं। इस पर डीआईजी ने जांच के आदेश दिए। जांच में सामने आया कि रानी की सराय थाना क्षेत्र के चकवारा निवासी नकदू पर 1984 में हत्या और साक्ष्य छुपाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। नकदू ने 1984 में जहानागंज थाना क्षेत्र के रहने वाले मुन्ना यादव की रंजिश में गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद नकदू पर 1987 में डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ।


 फिर बाद में नकदू पर 1988 में गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। इसकी हिस्ट्रीशीट भी खोली गई। जांच में सामने आया कि नकदू यादव कक्षा चार तक गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ा है। कक्षा आठ का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर वर्ष 1989 में होमगार्ड की नौकरी हासिल की। आरोपी नकदू ने नौकरी पाने के लिए अपनी पहचान भी बदल दी। 1990 के पहले तक आरोपी की पहचान नकदू यादव पुत्र लोकई यादव के रूप में थी। इसके बाद वह 1990 में आरोपी नकदू से नंदलाल बन गया। आरोपी नंदलाल यादव पर 1988 में गैंगस्टर की कार्रवाई कर हिस्ट्रीशीटर में शामिल कर लिया गया था। इसके बाद भी आरोपी ने सितंबर 1989 को होमगार्ड विभाग ज्वाइन कर लिया। मजे की बात तो ये है कि हिस्ट्रीशीटर होने के बाद भी तत्कालीन रानी की सराय थाने और लोकल इंटेलिजेंस की टीम के प्रभारियों ने आरोपी होमगार्ड के चरित्र प्रमाण पत्र पर सितंबर 1992 में हस्ताक्षर भी कर दिए हैं।


एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि रानी की सराय थाना क्षेत्र में एक फर्जीवाड़ा कर होमगार्ड की नौकरी करने का मामला सामने आया था। मामले की जांच हुई तो सही पाया गया। नकदू के खिलाफ रानी की सराय थाने में मुकदमे पंजीकृत है। उसके द्वारा कूट रचित दस्तावेज तैयार कर नाम में परिवर्तन किया गया था। पिछले 35 साल से वह मेहनगर थाने में नौकरी कर रहा था। उसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।