आजमगढ़ मुबारकपुर शव दफनाने से मना करने पर पुलिस चौकी पहुंचा मामला
सपा विधायक की मौजूदगी में घंटों चली पंचायत
आपसी सहमति के बाद दफनाया गया शव
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के सठियांव गांव में मुस्लिम समुदाय के कब्रिस्तान की भूमि को लेकर रविवार को दो समुदाय के बीच घंटों पंचायत हुई। मौके पर सपा विधायक अखिलेश यादव ने तहसीलदार करनवीर के समक्ष दोनों पक्षों को समझाकर मामले काे शांत कराया। दोनों समुदाय के लोगों को काफी मान मनौव्वल के बाद मुस्लिम समुदाय के जमील अहमद का शव दफनाया गया।
भविष्य में कब्रिस्तान की भूमि का चिन्हांकन कर उसमें दफनाने पर सहमति बनी। मौजूदा कब्रिस्तान की भूमि को कंटीले तार से घेरकर संरक्षित करने की बात कही गई। साथ ही छेड़छाड़ करने पर पाबंदी लगा दी गई। मौजूदा कब्रिस्तान की भूमि सरकारी अभिलेखों में भूमिधारी के नाम से दर्ज है। सठियांव योगी समुदाय के जमील अहमद का रविवार की सुबह लगभग चार बजे निधन हो गया। कब्रिस्तान में दफनाने के लिए जैसे ही योगी समुदाय के लोग पहुंचे, तो गांव के ही चौरसिया समाज के लोग आपत्ति करने लगे।
यह बात योगी समुदाय के लोगों तक पहुंची, तो भारी संख्या में एकत्र होकर सठियांव पुलिस चौकी पर लोग पहुंच गए। राजस्व विभाग के लोग भी मौके पर आए। सपा विधायक अखिलेश यादव ने तहसीलदार को फोन कर बुलाया। मौके पर तहसीलदार करनवीर सिंह आए और वहां का हाल जाना।
ग्रामीणों ने बताया कि कब्रिस्तान की भूमि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में चली गई थी, तब से यह समस्या बनी रहती है। जब भी कोई योगी समुदाय से किसी का निधन होता है, तो दफनाने को लेकर पंचायत शुरू हो जाती है। आज भी कुछ ऐसा ही हुआ। सपा विधायक अखिलेश यादव ने तहसीलदार करनवीर सिंह से कहा कि अभी शव को दफनाने दीजिए, आगे कब्रिस्तान की भूमि का सीमांकन कर कब्रिस्तान के नाम से भूमि आवंटित करवाने के लिए कहा गया। तहसीलदार ने सबकी सहमति से योगी समुदाय से सुलहनामा बनाकर हस्ताक्षर करवाया। भविष्य में प्रस्तावित भूमि पर ही शव को दफनाया जाएगा। इस अवसर पर ग्राम प्रधान अमित राय, पूर्व प्रधान हरिप्रकाश राय, पूर्व प्रधान अशोक कुमार, अनवार रशीद, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद तौफीक, झिन्नक, कानूगो अनिल कुमार, लेखपाल प्रमोद सरोज, जयराम व अमरदीप आदि लोग मौजूद रहे।