Friday, 3 January 2025

आजमगढ़ निजामाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगा परिवार संग धरने पर बैठी पीड़िता कहा निजामाबाद पुलिस ने पति को फर्जी तरीके से फंसाकर जेल में डाला, डीएम से लगाई न्याय की गुहार


 आजमगढ़ निजामाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगा परिवार संग धरने पर बैठी पीड़िता


कहा निजामाबाद पुलिस ने पति को फर्जी तरीके से फंसाकर जेल में डाला, डीएम से लगाई न्याय की गुहार



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम फरिहा निवासी रजिया बानो पत्नी रईस अहमद द्वारा परिवार सहित शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सामने स्थित मेहता पार्क में धरने पर बैठ गयी। 


रजिया बानो ने थाना निजामाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 18 दिसम्बर 2024 की शाम करीब 4 बजे सादे ड्रेस में 06 पुलिस वाले जोर जबरदस्ती करते हुए उसके पति को उठा लें गये और थाने में ले जाकर बन्द कर दिया। उसी रात करीब 11 बजे बन्दूक की नोक पर शेरपुर तिराहा पर जबरदस्ती कुछ सामान उठाने को कहा और मेरे पति की जेब में पांच हजार रूपये भी डाल दिया गया और कहा कि लेकर भागों हम वीडियो बना रहे हैं अगर नही भागोगे तो गोली मार देंगे। हमारे पति ने वही कार्य किया था जो निजामाबाद पुलिस ने कहा था। पुलिस द्वारा मेरे पति को फर्जी तरीके से तीन चोरी का आरोप लगाकर 19 दिसम्बर 2024 को जेल में डाल दिया। 


इस सम्बन्ध में मेरे द्वारा डीआईजी आजमगढ़ से मिलकर लिखित व मौखिक तहरीर भी दी गयी थी लेकिन अभी तक कोई न्याय नहीं मिल सका। पीड़िता ने बताया कि न्याय के लिए आज मेहता पार्क में परिवार के साथ धरने पर बैठी हूं। जिलाधिकारी से हमारी मांग है कि मामले में निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय।

लखनऊ सामूहिक हत्याकांड, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई सच्चाई क्रूरता से किए गए कत्ल, बहनों के साथ किया ये


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उत्तर प्रदेश लखनऊ पांचों शवों का बृहस्पतिवार को डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। मिली जानकारी के मुताबिक चार डॉक्टरों की टीम ने वीडियोग्राफी के दौरान तीन घंटे में पोस्टमार्टम किया। इस दौरान अरशद और उसके पिता की करतूत उजागर हुई। रिपोर्ट के मुताबिक पिता के साथ मिलकर अरशद ने तड़पा-तड़पाकर मां और बहनों की हत्या की थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अरशद ने मां अस्मा और उसके पिता बदर ने सबसे छोटी बेटी आलिया का दम घोटकर मारा था। वहीं, तीन बहनों की दोनों हाथों की नसें काट दी गई थीं। हाथों पर गहरे घाव मिले हैं। अरशद ने सबसे बड़ी बहन अल्शिया का गला भी रेता था। पोस्टमार्टम के बाद सभी के विसरा भी सुरक्षित रखे गए हैं। माना जा रहा है कि सभी को जहरीला पदार्थ भी खिलाया गया था। विसरा को पुलिस ने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। डॉक्टरों के पैनल ने सभी शवों की स्लाईड भी सुरक्षित रखी है।


अस्मा 49 : शरीर पर चोट के निशान नहीं। गला कसकर मारा गया। दम घुटने से मौत की पुष्टि।


आलिया (9) : शरीर पर चोट के निशान नहीं। गला कसकर मारा। दम घुटने से मौत की पुष्टि।

अल्शिया (19) : दाएं और बांए हाथ की नसें काटी, गला भी रेता। शॉक एंड हेमरेज से मौत।

रहमीन (18) : दोनों हाथों की नसें काटी। शॉक एंड हेमरेज से मौत।


अक्सा (16) दोनों हाथों की नसें काटी। शॉक एंड हेमरेज से मौत।

बताते चलें कि आगरा निवासी अरशद अपने पिता मां और चार बहनों के साथ 30 दिसंबर 2024 को लखनऊ आया था। सभी चारबाग स्थित होटल में ठहरे थे। 31 दिसंबर 2024 की रात में पिता के साथ मिलकर अरशद ने चार बहनों और मां की हत्या कर दी थी। आरोपी ने हत्या के बाद वीडियो भी बनाया था और बस्ती के लोगों पर परेशान करने समेत कई आरोप लगाए थे।


https://www.news9up.com/2025/01/24-4.html