Tuesday, 17 December 2024

बलिया गबन के आरोपी अधिकारी को किया गया बर्खास्त मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गई कार्रवाई से मचा हड़कंप 2 फर्मो को किया गया ब्लैक लिस्टेड


 बलिया गबन के आरोपी अधिकारी को किया गया बर्खास्त



मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गई कार्रवाई से मचा हड़कंप


2 फर्मो को किया गया ब्लैक लिस्टेड


उत्तर प्रदेश के बलिया मे फर्जी मस्टररोल भरकर सरकारी धन के गबन में दोषी पाए गए मनरेगा के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी(एपीओ) संजय कृष्ण भास्कर की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।


 विकासखंड मुरली छपरा के सुकरौली गांव में मनरेगा योजना अंतर्गत 2.90 लाख का गबन मिलने के बाद सीडीओ ओजस्वी राज ने यह कार्रवाई की है। इसके अलावा सीडीओ ने दो फर्मों को ब्लैक लिस्टेड भी किया है। जिले में मनरेगा एपीओ की सेवा समाप्ति की यह पहली कार्रवाई है। सुकरौली निवासी कृष्ण यादव पुत्र सुरेंद्र यादव ने मनरेगा योजना अंतर्गत फर्जी भुगतान की शिकायत की, जिसकी जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया।


 सीडीओ ओजस्वी राज ने प्रकरण की स्वयं जांच की, जिसमें 2.90 लाख का गबन पाया। मामले में दोषी पाए गए एपीओ संजय कृष्ण भास्कर की सेवा समाप्त कर दी गई है। दो फर्म हुई ब्लैकलिस्टेड-सीडीओ ओजस्वी राज ने दलकी नम्बर-1 में दो कार्यों, इब्राहिमाबाद उपरवार में दो कार्यों और सुकरौली गांव में चार कार्यों का स्थलीय सत्यापन किया। इसमें इब्राहिमाबाद उपरवार में तो कार्य संतोष जनक पाया गया, लेकिन शेष दोनों गांवों में कुल छह कार्यों की सामग्रियों की गुणवत्ता तकनीकी समिति (पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग) के मानक अनुसार संतोषजनक नहीं मिली। इस पर सामग्रियों की आपूर्ति करने वाली फर्म मेसर्स अनन्या इंटरप्राइजेज सुकरौली तथा मेसर्स कार्तिक इंटरप्राइजेज सुकरौली को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के निर्देश पर मनरेगा वेबसाइट पर ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है।


 सीडीओ ओजस्वी राज की माने तो ग्रामीणों द्वारा मनरेगा कार्यों में अनियमितता की शिकायत हुई थी। मामले की जांच के दौरान मनरेगा के एपीओ गबन के दोषी पाए गए। साथ दो फर्मों द्वारा सामग्री की आपूर्ति मानक के विपरीत करने की बात सामने आईं। इस संबंध में एपीओ की सेवा समाप्ति के साथ ही दोनों फर्मों को काली सूची में डाल दिया गया है। मनरेगा में धांधली करने को किसी कीमत में बक्शा नहीं जाएगा।

आजमगढ़ अहरौला अन्तत: गैंगरेप पीड़िता ने तोड़ा दम 5 माह पूर्व दरिन्दों का शिकार हुई थी मंदबुद्धि विधवा महिला पुलिस की पकड़ से दूर गैंगरेप के 5 नामजद आरोपी


 आजमगढ़ अहरौला अन्तत: गैंगरेप पीड़िता ने तोड़ा दम



5 माह पूर्व दरिन्दों का शिकार हुई थी मंदबुद्धि विधवा महिला


पुलिस की पकड़ से दूर गैंगरेप के 5 नामजद आरोपी



उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ वैसे तो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगता रहता है पर अहरौला पुलिस की तारीफ हो रही है। अहरौला पुलिस ने एक सामूहिक दुष्कर्म की शिकार गर्भवती विधवा महिला की स्थिति गंभीर होने पर खून कमी होने पर तीन यूनिट खून दिया था स्थित गंभीर होने पर डाक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर पुलिस के सहयोग से आजमगढ़ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस सूत्रों की माने तो वहां का बिल भी अहरौला पुलिस के द्वारा वहन किया गया है जहां पीड़िता की सोमवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। पीड़िता के पास एक बीस साल का पुत्र है। दस साल पहले मृतका के पति की मौत हो गई थी। वही परिवार के करीबीयों का कहना है कि पुलिस ने मुकदमा लिखने मे भी देरी की। पीड़िता की हालत गंभीर होने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। 


अहरौला थाना क्षेत्र की एक मंदबुद्धि विधवा दलित महिला के साथ पांच माह पूर्व चार से छ: लोगों द्वारा गैंग बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और वह गर्भवती हो गई थी। जब उक्त महिला की हालत खराब होने लगी तो स्वजनों को इसकी जानकारी हुई, उसके बाद स्वजनों ने थाने पर पहुंच कर पुलिस को घटना के बावत शिकायती पत्र दिया। पुलिस ने गैंगरेप का केस दर्ज कर लिया। जब युवती चिकित्सकीय परीक्षण के लिए जिला अस्पताल में गई तो उसकी हालत बिगड़ने लगी और जांच में यह पता चला कि वह पांच माह से गर्भवती है और उसके शरीर में नाम मात्र का खून बचा है। 


उसके बाद चिकित्सकों ने उसके स्वजनों से खून की व्यवस्था करने को कहा। जब खून उपलब्ध नहीं हो सका तो स्वजनों ने इसकी जानकारी थानाध्यक्ष अहरौला मनीष पाल को दिया। थानाध्यक्ष ने तत्परता दिखाते हुए थाने पर तैनात हेड कांस्टेबल आशुतोष त्रिपाठी और पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल नीरज गौड़ के साथ अस्पताल पहुंच कर तीन यूनिट रक्त दान भी किया था। मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ 13 दिसंबर 2024 को मुकदमा पंजीकृत किया था जिसमें सन्नी, अनूप, रामभुवन, राम अशीष, उर्मिला शामिल हैं। सोमवार की भोर में ही मायके वाले पीड़िता का शव कप्तानगंज थाने में स्थित मायके लेकर चलें आये। सूचना पर मंगलवार को सीओ बूढ़नपुर किरण पाल सिंह व अहरौला थाने के उपनिरीक्षक श्यामप्रीत दूबे, विश्राम गुप्ता, विजय कुमार आदि ने पहुंच कर लिखा पढ़ीं कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया।

आजमगढ़ माफिया कुंटू सिंह संग अधिवक्ता कनेक्शन! सड़क पर उतरा विरोधी हुजूम पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी माफिया संग नाम जोड़कर गैंगस्टर लगाए जाने का आरोप


 आजमगढ़ माफिया कुंटू सिंह संग अधिवक्ता कनेक्शन! सड़क पर उतरा विरोधी हुजूम


पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी


माफिया संग नाम जोड़कर गैंगस्टर लगाए जाने का आरोप



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले मे प्रदेश स्तर पर चिन्हित माफिया कुंटू सिंह गिरोह के साथ अधिवक्ता का नाम जोड़ने पर मंगलवार को दीवानी बार एसोसिएशन के अधिवक्ता सड़क पर उतर आए। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अधिवक्ताओं ने साथी अधिवक्ता का नाम कुंटू गिरोह के साथ जोड़कर गैंगस्टर लगाए जाने का आरोप लगाया।


जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के बरडीहा गांव निवासी सरफराज अहमद दीवानी के अधिवक्ता हैं, पुलिस द्वारा सरफराज अहमद को कुंटू गिरोह के साथ जोड़कर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। पुलिस की इस कार्यशैली से नाराज दीवानी बार एसोसिएशन के अधिवक्ता सड़क पर उतर आए और चक्का जाम कर दिया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब आधे घंटे सड़क जाम के बाद अधिवक्ताओं ने पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। 


अधिवक्ताओं ने कहा कि गांव की राजनीति में उनके साथी अधिवक्ता सरफराज अहमद को फंसाया जा रहा है। प्रधान द्वारा उनके खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया जाता है। जिसे लेकर पुलिस द्वारा उनके ऊपर एफआईआर दर्ज की गई और उनका नाम कुंटू सिंह गिरोह के साथ जोड़कर गैंगस्टर लगाया जा रहा है। अगर पुलिस और प्रशासन इसे वापस नहीं लेता है तो हम हड़ताल करेंगे। चक्काजाम की सूचना मिलते ही सीओ सिटी गौरव शर्मा सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। सीओ सिटी ने अधिवक्ताओं से इस संबंध में बात की।

बिजनौर चाकू लेकर कोतवाली पहुंची प्रेमिका, सिपाही से शादी की जिद पर अड़ी सिपाही के मना करने पर उठाया ऐसा कदम पुलिस ने कोतवाली के मंदिर में ही एक दूसरे को पहनवा दी वरमाला


 बिजनौर चाकू लेकर कोतवाली पहुंची प्रेमिका, सिपाही से शादी की जिद पर अड़ी



सिपाही के मना करने पर उठाया ऐसा कदम


पुलिस ने कोतवाली के मंदिर में ही एक दूसरे को पहनवा दी वरमाला




उत्तर प्रदेश के बिजनौर में प्रेम में धोखा खाई एक युवती सिपाही से शादी की जिद पर अड़ गई। युवती प्रेमी से शादी के लिए कहती रही, लेकिन सिपाही प्रेमी ने शादी से साफ मना कर दिया। इसके बाद युवती ने जो कदम उठाया उसके बाद पुलिस को भी हार मानना पड़ा। युवती गुस्से में चाकू लेकर सीधे कोतवाली पहुंच गई। युवती का गुस्सा देखकर कोतवाली में अफरा-तफरी मच गई। प्रेमिका कोतवाली में ही परिजनों के सामने शादी की जिद पर अड़ गई। आत्महत्या करने की धमकी देने पर पुलिस ने कोतवाली के मंदिर के सामने ही एक दूसरे को वरमाला पहनवा दी। बता दें कि रेहड़ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती का अपने ही गांव के पुलिस में तैनात सिपाही से प्रेम प्रसंग चल रहा है। सिपाही जनपद बुलंदशहर के शिकारपुरा थाने में तैनात है। सिपाही की प्रेमिका ने एक सप्ताह पहले धामपुर कोतवाली में शिकायत कर प्रेमी पर शादी ना करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेते हुए सिपाही को धामपुर कोतवाली बुलाया था। प्रेमी के पहुंचने की सूचना पर प्रेमिका भी हाथ में चाकू लेकर कोतवाली में जा धमकी। वह प्रेमी से शादी न होने पर पुलिस को आत्महत्या की धमकी देने लगी।


 युवती के तेवर देख पुलिस ने सिपाही को समझा बुझाकर कोतवाली के मंदिर के सामने ही एक दूसरे के परिजनों की मौजूदगी में वरमाला पहनवा दी। पुलिस की मौजूदगी में वरमाला पहनाए जाने से खुश प्रेमिका हंसी-खुशी अपने प्रेमी के साथ रवाना हो गई। दोनों ने अब कोर्ट में रजिस्टर्ड शादी करने का मन बनाया है। प्रेमी प्रेमिका के एक दूसरे को वरमाला पहनाने के बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। दोनों प्रेमी प्रेमिका एक ही गांव के रहने वाले हैं। एक ही बिरादरी के होने के चलते परिजन इस शादी से कतई भी खुश नहीं है। दोनों के परिजन उनकी शादी अलग-अलग करना चाहते थे, लेकिन मामला तूल पकड़ने के चलते परिजनों को राजी होना पड़ा। धामपुर एएसपी धर्म सिंह मार्छाल ने बताया युवती ने बुलंदशहर के शिकारपुरा थाने में तैनात सिपाही जेके पुत्र पूरन के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था। युवती मामले में मुकदमा दर्ज करना नहीं चाहती थी। वह सिपाही को कोतवाली बुलाने की मांग पर अड़ी हुई थी। सोमवार को सिपाही को धामपुर कोतवाली बुलाया गया था। दोनों एक दूसरे से शादी करने की जिद पर अड़े थे।