Monday 7 October 2024

आजमगढ़ शहर कोतवाली ससुर ने किया दुष्कर्म, शौहर ने दी तलाक की धमकी


 आजमगढ़ शहर कोतवाली ससुर ने किया दुष्कर्म, शौहर ने दी तलाक की धमकी



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र में बेटे से जबरन तलाक दिलाने की धमकी देकर ससुर द्वारा बहू के साथ रेप करने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं ससुर ने बहू के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म भी किया। जब पीड़िता ने इसकी शिकायत अपने पति से की तो उसने भी धमकी दी कि यदि बात बाहर गई तो उसे तलाक देकर घर से निकाल देगा। पीड़िता ने इस मामले में नगर कोतवाली में ससुर के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कर मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।


पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी पूरे मुस्लिम रीति रिवाज से हुई थी। शादी के बाद से ही उसका ससुर उस पर गंदी नजर रख रहा था। शुरू से ही वह घर के अंदर उसके साथ अश्लील इशारे और हरकतें करता रहा। पीड़िता ने बताया कि एक दिन उसके पति काम के सिलसिले में घर से बाहर गए थे। घर के अन्य सदस्य भी बाहर थे। तभी ससुर उसके कमरे में जबरन घुस गया। उसके साथ दुष्कर्म किया। इतने पर भी उसका मन नहीं भरा तो उसने अप्राकृतिक संबंध भी बनाया।


 पीड़िता ने उक्त घटना की शिकायत जब अपने पति से की तो वे और उनका पूरा परिवार उल्टा उस पर ही दबाव बनाने लगे। इस बात की धमकी बराबर देने लगे कि यदि यह बात किसी को बताई तो तुम्हें इस घर में रहने नहीं दिया जाएगा और जान से मार दिया जाएगा। जिससे पीड़िता ने कहीं शिकायत नहीं की और चुप होकर सबकुछ सहती रही। कुछ दिन बाद जब वह मायके आई और पूरी बात अपनी मां को बताई। इसी बीच पता चला कि उसके ससुराल के लोग उसके पति की दूसरे निकाह की तैयारी कर रहे हैं। पीड़िता मजबूर होकर इसकी शिकायत नगर कोतवाली में की है।

आजमगढ़ अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे मरीज के परिजन चिकित्सकों पर लगाया बदसलूकी का आरोप जमकर हुआ हंगामा, मौके पर पहुंची पुलिस


 आजमगढ़ अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे मरीज के परिजन



चिकित्सकों पर लगाया बदसलूकी का आरोप

जमकर हुआ हंगामा, मौके पर पहुंची पुलिस



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ नगर के सिधारी क्षेत्र स्थित अस्पताल में रविवार की देर रात एक मरीज को लेकर आए परिजनों ने बदसलूकी का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। परिजन अस्पताल गेट के सामने बैठकर धरना देने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। जानकारी के अनुसार शहर के एक निजी अस्पताल में हरि प्रकाश राय नामक एक व्यक्ति अपने भतीजे के बीमार होने के बाद उपचार के लिए पहुंचा। चिकित्सक ने देखने के बाद जांच लिख दी पैथोलॉजी द्वारा उसका ब्लड सैंपल लिया और जांच की जाने लगी।



 परिजन जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करने लगे। तभी अस्पताल का एक कर्मचारी वहां पहुंचा और उसने परिजनों को बाहर निकलने के लिए कहा। जब उन लोगों ने उक्त व्यक्ति से कहा जरा तमीज से बात करो तो वहां पर अस्पताल के और लोग पहुंच गए और उन्हें धक्का देकर बाहर निकालने लगे। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद चिकित्सक पहुंचे और उन्होंने परिजनों को गाली देते हुए बाहर निकालने को कहा। इसके बाद परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजन अस्पताल के गेट पर ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। अस्पताल पर हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उसने परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।

आजमगढ़ एक दरोगा,2 सिपाहियों सहित 5 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश थाने के लाकअप में व्यापारी को बंद कर एनकाउंटर की धमकी देने का मामला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने एसपी को दिया मामले की क्षेत्राधिकारी से जांच कराने का आदेश


 आजमगढ़ एक दरोगा,2  सिपाहियों सहित 5 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश


थाने के लाकअप में व्यापारी को बंद कर एनकाउंटर की धमकी देने का मामला


मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने एसपी को दिया मामले की क्षेत्राधिकारी से जांच कराने का आदेश





उत्तर प्रदेश आजमगढ़ व्यापारी को थाने में बंद कर एनकाउंटर की धमकी देकर रुपए छीनने के मामले में सुनवाई पूरी करने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह ने अहरौला थाने के एक दरोगा और दो सिपाहियों समेत पांच लोगों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया है।


 इस मामले में पीड़ित मनोज गुप्ता निवासी बिसौली थाना कंधरापुर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। जिसके अनुसार मनोज गुप्ता 31 अगस्त 2024 की शाम लगभग पांच बजे कंधरापुर बाजार में एक दुकान पर चाय पी रहे थे। तभी एक प्राइवेट वाहन से एक दरोगा तथा नीरज गोंड़ नाम का एक कांस्टेबल और एक अन्य कांस्टेबल जिसका नेमप्लेट नहीं था। प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले अवधेश यादव और आकाश यादव वहां आए।


 दरोगा, दोनों सिपाही तथा उपरोक्त लोगों ने मनोज गुप्ता को गाली गलौज देते हुए जबरदस्ती गाड़ी में बिठा लिया और ले जाकर अहरौला थाना में बंद कर दिया। थाने के लॉकअप में ही मनोज गुप्ता को एनकाउंटर की धमकी देते हुए उससे साढ़े ग्यारह हजार रुपए तथा सोने की चेन ले लिया। जब मनोज गुप्ता के भाई मनीष गुप्ता ने 112 नंबर पर मनोज गुप्ता के अपहरण की सूचना दी। तब मनोज गुप्ता को रात में छोड़ गया। इस मामले की तथ्य एवं परिस्थितियों को देखने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को दरोगा और दो सिपाही समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर किसी क्षेत्राधिकारी से जांच करने का आदेश दिया है।