Monday 9 September 2024

भदोही सपा विधायक के आवास पर युवती ने की खुदकुशी फंदे से लटककर मौत को लगाया गले


 भदोही सपा विधायक के आवास पर युवती ने की खुदकुशी


फंदे से लटककर मौत को लगाया गले




उत्तर प्रदेश भदोही नगर के पंचभैय्या वार्ड स्थित सपा विधायक जाहिद बेग के आवास पर तीसरी मंजिल के कमरे में सोमवार को एक युवती ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती बीते 10 सालों से विधायक के यहां काम करती थी। मामले की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर युवती को बाहर निकाला। युवती ने यह कदम क्यों उठाया। इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है।


 नगर के मामदेवपुर स्थित कांशीराम आवास निवासी इमरान शेख की 18 वर्षीय पुत्री नाजिया बीते 10 सालों से भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग के यहां काम करती थी। बताया जा रहा है कि वह 10 सालों से विधायक के आवास पर ही रहती थी। सप्ताह, दो सप्ताह या महीने में वह घर भी आया-जाया करती थी। बीती देर रात उसने विधायक के आवास की तीसरी मंजिल पर स्थित एक कमरे में खुद को बंद कर फंदे से झूल गई। सोमवार की सुबह लगभग 09 बजे तक जब वह नीचे नहीं आई तो विधायक ने नाश्ते के लिए आवाज लगाई। जिसके बाद घर के कुछ अन्य लोगों ने बताया कि ऊपर का कमरा अंदर से बंद है और अंदर से कोई आवाज नहीं आ रही है। जिसके बाद विधायक का पूरा परिवार ऊपर पहुंचा। विधायक ने इसकी जानकारी पुलिस और युवती के परिजनों को दी। 


सूचना मिलने के बाद सीओ अजय सिंह चौहान अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस कमरे का दरवाजा तोड़ा तो युवती कमरे में दुपट्टे के सहारे पंखे से लटक रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सीओ अजय सिंह चौहान ने बताया कि युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम दो चिकित्सकों की पैनल करेगी। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। युवती ने आत्महत्या क्यों की। इसकी जानकारी नहीं हो सकी है। विधायक जाहिद बेग ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने खुद दरवाजा तोड़कर शव निकाला है। इस मामले में पुलिस ही कुछ जवाब दे सकती है। 


मृतक नाजिया के पिता इमरान शेख बुनकर हैं। गरीबी के कारण बच्ची विधायक के यहां काम करती थी। बातचीत में इमरान ने बताया कि बीते दस सालों से बेटी विधायक के यहां काम कर रही थी, लेकिन कभी कोई शिकायत नहीं मिली। बेटी ने अचानक ऐसा कदम क्यों उठा लिया। यह उन्हें भी नहीं समझ आ रहा है। बेटी के मौत के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वह दो दिन पहले ही उससे मुलाकात कर लौटी थी। उसे नहीं पता था कि बेटी से यह उनकी आखिरी मुलाकात है।


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आजमगढ़ सठियांव शिक्षिकाओं ने खुद को स्कूल में किया बंद, मचा बवाल बाहर अभिभावक और ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, मौके पर पहुंचे अधिकारी


 आजमगढ़ सठियांव शिक्षिकाओं ने खुद को स्कूल में किया बंद, मचा बवाल


बाहर अभिभावक और ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, मौके पर पहुंचे अधिकारी


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ खण्ड शिक्षा क्षेत्र सठियांव अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय कुकुड़ीपुर पर सोमवार को प्रात: लगभग 8 बजे ग्रामीण अभिभावक अपनी शिकायतों को लेकर विद्यालय पर पहुँचे अभिभावकों के गुस्सा को भांफ कर सभी शिक्षिकाए अंदर विद्यालय का बाउंड्री गेट का ताला बंद कर लिया। अंदर शिक्षिकाए और बाहर ग्रामीण अभिभावक महिलाए आमने सामने नोकझोंक, बहस करते देखे गये। इसकी सूचना पाकर खण्ड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र यादव मौके पर पहुँचे और बंद गेट का ताला खुलवाये तथा ग्रामीण गरीब अभिभावकों की शिकायतो को सुना। शिकायतों का निराकरण करने का आश्वासन दिये तब जाकर मामला शांत हुआ।


खण्ड शिक्षा क्षेत्र सठियांव के प्राथमिक विद्यालय कुकुड़ीपुर पर बच्चों का पठन पाठन ठीक से न होना, एमडीएम योजना की गुणवक्ता, साफ सफाई व अन्य खामियों को लेकर अभिभावकों की शिकायत सोमवार को फूट पड़ी और अभिभावक महिला-पुरुष व विद्यालय पर तैनात शिक्षिकाए अमाने सामने आ गये। ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा लगभग सवा दो घंटे तक विद्यालय का पठन पाठन बाधित रहा। इसकी खबर सठियांव क्षेत्र में तेजी से पहुंच गयी मामले को तुल पकड़ते देखकर खण्ड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंच गये।


 इसकी सूचना ग्रामीणों ने फोन के माध्यम से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़ को दिया लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़ मौके पर नही पहुंच सके। दिलचस्प बात यह है कि सहानभूत में कई विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपना विद्यालय छोड़कर वहां अवश्य पहुँचे। प्रधानाध्यापिका रौशन आरा ने बताया कि विद्यालय में पंजीकृत कुल छात्र की संख्या 75 है। जबकि इनके पठन पाठन के लिए प्रधानाध्यापिका समेत चार शिक्षिकाए, दो शिक्षा मित्र एक महिला एक पुरुष की तैनाती है। दोपहर का भोजन परोसने के लिए तीन रसोइया भी रखी गई है। छात्र संख्या के सापेक्ष एक रसोइयाँ को निकाल दिया गया।


इस मौके पर राधिका देवी, लालती देवी, राधिका कुमारी,सुनीता देवी, धर्मेन्द्र राजभर सहित बड़ी संख्या में पहुंचे अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं पठन-पाठन के बजाय दिन भर मोबाइल में व्यस्त रहती हैं। एमडीएम का भोजन भी न तो मीनू के अनुरूप उपलब्ध कराया जाता है न ही साफ-सुथरा। ग्राम प्रधान धर्मेंद्र राजभर ने कहा कि शिकायतों से संबंधित पूर्व में खण्ड शिक्षा अधिकारी को एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिसपर ध्यान नही दिया गया। जिसका परिणाम आज देखने को मिला।


 इस संबंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि विद्यालय पर ग्रामीणों की एकत्रित होने की सूचना पाकर पहुचा और उनकी शिकायतों को सुना और उन्हे समझा बूझाकर शांत कराया।