Friday 6 September 2024

कासगंज महिला अधिवक्ता हत्याकांड: 6 आरोपियों में 5 वकील, छठवां नाम हैरान करने वाला पुलिस की 8 टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी


 कासगंज महिला अधिवक्ता हत्याकांड: 6 आरोपियों में 5 वकील, छठवां नाम हैरान करने वाला


पुलिस की 8 टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी



उत्तर प्रदेश कासगंज में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर हत्याकांड में पति की तहरीर पर छह आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें पांच अधिवक्ता भी आरोपी हैं। इनमें से एक आरोपी कासगंज में वर्ष 2018 में दंगे का भी आरोपी रहा है। पुलिस की आठ टीमें मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपियों की तलाश में जुटी है। अधिवक्ता मोहिनी तोमर 3 सितंबर 2024 दिन मंगलवार की दोपहर में जिला न्यायालय के गेट से लापता हो गई थीं। इसके बाद बुधवार की शाम करीब छह बजे उनका शव रेखपुर माइनर में गांव रजपुरा के निकट अर्द्धनग्न अवस्था में मिला था। पति बृजतेंद्र तोमर व मृतका की बहन रजनी ने शव की शिनाख्त की थी। बृहस्पतिवार को तड़के चार बजे शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद कछला घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।


मिली जानकारी के अनुसार दोपहर में अधिवक्ताओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए दो घंटे तक मथुरा-बरेली मार्ग को जाम भी किया। देर शाम तक पुलिस पति की ओर से तहरीर मिलने का इंतजार करती रही। देर रात को पति बृजतेंद्र तोमर ने कोतवाली पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर छह आरोपियों मुस्तफा कामिल एडवोकेट, असद मुस्तफा, हैदर मुस्तफा व सलमान पुत्रगण मुस्तफा कामिल, केशव मिश्रा व मुनाजिर रफी एडवोकेट निवासी बड्डूनगर कोतवाली कासगंज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमे में दर्ज छह आरोपियों में से पांच आरोपी मुस्तफा कामिल, इनके दो पुत्र असद मुस्तफा व हैदर मुस्तफा, केशव मिश्रा और मुनाजिर रफी अधिवक्ता हैं। पति द्वारा छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में एक नामजद आरोपी मुनाजिर रफी कासगंज में वर्ष 2018 में चंदन गुप्ता की हत्या के बाद हुए दंगे में भी आरोपी रहा है।

आजमगढ़ अतरौलिया बाइक सवार बदमाशों ने महिला की चेन उड़ाया दुकान से अपने आवास जाते समय हुआ वाकया, पुलिस जांच में जुटी

 

आजमगढ़ अतरौलिया बाइक सवार बदमाशों ने महिला की चेन उड़ाया


दुकान से अपने आवास जाते समय हुआ वाकया, पुलिस जांच में जुटी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अतरौलिया थाना क्षेत्र में आज सुबह बाइक सवार बदमाशों ने एक महिला की चेन को झपट्टा मारकर छीन लिया। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गये।


 महिला अपनी दुकान से बाइक पर सवार होकर अपने आवास जा रही थी। सूचना पर पहुंची पुलिस घटना की जांच में जुट गयी। नगर पंचायत अतरौलिया निवासी मीरा पत्नी दिनेश मोदनवाल की अतरौलिया रोडवेज के समीप मिठाई की दुकान है। वह प्रत्येक दिन की भांति शुक्रवार को दुकान से सुबह लगभग 7:30 बजे दुकान पर ही कार्य करने वाले एक कर्मचारी के साथ बाइक से नगर पंचायत स्थित अपने आवास पर जा रही थी। 


पहले से ही रेकी कर रहे अज्ञात बाइक सवारों ने बीएसएनएल टावर के समीप पहुँची महिला से झपट्टा मारकर उसके गले से सोने की चैन उड़ा दी और पुन: स्टेट बैंक की तरफ से मदियापार मोड़ होते हुए फरार हो गए। घटनास्थल से ही कुछ दूर खड़े कुछ बाइक सवार युवकों ने झपट्टा मार कर भाग रहे युवकों का पीछा भी किया लेकिन तब तक वह फरार हो गए। स्थानीय लोगों के अनुसार पल्सर बाइक पर सवार एक युवक हेलमेट लगाया था वहीं पीछे बैठा युवक मास्क लगाया था जिससे उसकी पहचान नहीं हो पाई। पीड़िता का लड़का मनीष कुमार ने डायल 112 व स्थानीय थाने की पुलिस को इसकी सूचना दी। क्षेत्राधिकारी किरन पाल सिंह व थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह घटना स्थल पर पहुंच गए और अगल-बगल के लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की। वहीं रोड के किनारे लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस अज्ञात बाइक सवार युवकों की तलाश में जुटी हुई है।

भदोही SDM, तहसीलदार, कानूनगो, एसआई समेत 12 के खिलाफ मुकदमा दर्ज इस कारवाई से तहसील प्रशासन में मची खलबली


 भदोही SDM, तहसीलदार, कानूनगो, एसआई समेत 12 के खिलाफ मुकदमा दर्ज



इस कारवाई से तहसील प्रशासन में मची खलबली




उत्तर प्रदेश भदोही एससी-एसटी कोर्ट के आदेश पर बुधवार शाम औराई के तत्कालीन एसडीएम, पूर्व तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो, एसआई समेत 12 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इससे तहसील प्रशासन में खलबली मच गई। करीब एक साल पूर्व जाठी गांव में अतिक्रमण की तीन फीट जमीन की बजाए राजस्व एवं पुलिस टीम ने पीड़ित का प्रधानमंत्री आवास ही ध्वस्त कर दिया था। जिस पर उसने कोर्ट में वाद दाखिल किया। एक अगस्त को कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था।


 जाठी गांव निवासी दिव्यांग रविशंकर पुत्र स्वा0 वंशी का गांव में पीएम आवास है। उसने न्यायालय में कहा कि उसके बाप दादा उस जमीन पर कच्चा मकान बनाकर रहते आए हैं। सात साल पहले उसे प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास मिला था। उसने अपना कच्चा मकान गिराकर उस पर आवास बनवाया। जहां उसका कच्चा मकान है उसी से कुछ जमीन छोड़कर गांव के सत्यदेव पुत्र रामआधार दुबे की जमीन है। सत्यदेव ने एसडीएम कोर्ट के निर्देश पर अपनी जमीन की नापजोख कराई तो तीन फीट जमीन उसके आवास से सटकर निकली। 11 अक्टूबर 2023 को औराई के तत्कालीन एसडीएम आकाश कुमार, तत्कालीन तहसीलदार सत्यपाल प्रजापति, नायब तहसीलदार बलवंत उपाध्याय, राजस्व निरीक्षक बैकुंठनाथ, लेखपाल संतोष जायसवाल, पुलिस टीम में एसआइ धीरेंद्र यादव, कांस्टेबल शंभूनाथ, चार अन्य पुलिस कर्मी व सत्यदेव बुलडोजर के साथ आए। अधिकारियों ने तीन फीट जमीन के साथ उसका आवास ही ढहा दिया। वहीं अभिलेख में जो दो बिस्वा आबादी की जमीन थी उससे उसे बेदखल कर दिया।


 मामले को लेकर उन्होंने ज्ञानपुर कोतवाली, एसपी समेत अन्य उच्चाधिकारियों को पत्रक दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्यायालय की शरण ली तो संज्ञान लिया गया। दिनांक 04 सितम्बर 2024 दिन बुधवार को ज्ञानपुर कोतवाली पुलिस ने सभी के खिलाफ एससीएसटी समेत कई धाराओं में मुकदमा अपराध संख्या 95/2024 दर्ज किया।