Saturday 31 August 2024

आजमगढ़ कप्तानगंज 5 लाख रुपये सुपारी देकर कारवाई गई थी पूर्व प्रधान की हत्या पहले की गई थी सल्फाश खिलाने की कोशिश, फिर गमछे से कसा गला 3 चढ़े पुलिस के हत्थे, मुख्य आरोपी फरार


 आजमगढ़ कप्तानगंज 5 लाख रुपये सुपारी देकर कारवाई गई थी पूर्व प्रधान की हत्या


पहले की गई थी सल्फाश खिलाने की कोशिश, फिर गमछे से कसा गला


3 चढ़े पुलिस के हत्थे, मुख्य आरोपी फरार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कप्तानगंज बाजार निवासी पूर्व प्रधान त्रिवेणी शुक्ला की हत्या के मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से हत्या में प्रयोग किया गया गमछा व एक शीशी बरामद किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि पूर्व प्रधान की हत्या के लिए उनको पांच लाख रूपये की सुपारी दी गयी थी।


पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि 26 अगस्त 2024 को कप्तानगंज थाने में स्थानीय बाजार निवासी चन्द्रजीत प्रसाद शुक्ल पुत्र स्व० योगेन्द्र प्रसाद शुक्ल ने तहरीर दिया कि 25 अगस्त 2024 की शाम को लगभग चार बजे उसके भाई पूर्व प्रधान त्रिवेणी शुक्ला घर से गायब हो गए थे जिसकी चन्द्रकेश यादव सहित अन्य ने हत्या कर शव झाड़ी में फेंक दिया। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। विवेचना के दौरान प्रकाश में आये महेश सोनकर पुत्र मिलन सोनकर निवासी ग्राम कप्तानगंज थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ , आदित्य यादव पुत्र राकेश यादव निवासी ग्राम हसनपुर थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ व सौरभ गुप्ता पुत्र चन्द्र प्रकाश गुप्ता निवासी ग्राम कप्तानगंज बाजार थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ को कादीपुर हरिकेश से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 



पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि जमीन के खरीद-फरोख्त में पैसों के विवाद को लेकर चन्द्रेश यादव ने त्रिवेणी शुक्ला को मरवाने के लिए हम लोगों को 5 लाख रुपए की सुपारी दी थी। हम लोगों द्वारा 25 अगस्त 2024 को कप्तानगंज बाजार से त्रिवेणी शुक्ला को लेकर ग्राम रौसड़ में कुश की झाड़ियों के पास ले गये, जहाँ उसे सल्फास/सिन्दुर व रंग का घोल पिलाने का प्रयास किये, फिर गमछे से गला घोट दिये। इसके बाद उसकी गर्दन व सीने पर पैर से मार कर हत्या कर दिये। त्रिवेणी शुक्ला की मृत्यु के पश्चात उसके शव को कुश की झाड़ियों में छोड़कर भाग गये। अभियुक्तों की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त गमछा व 01 शीशी गोपलापुर पुलिया से बरामद किया गया है। मुख्य आरोपी चन्द्रकेश यादव अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है।


https://youtu.be/0GbzNzWz25g?si=dgDhrM4FyDT3f09N

आजमगढ़ सीएमओ कार्यालय में तैनात महिला कर्मी सहित 3 गिरफ्तार फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में UP ATS ने की कारवाई

आजमगढ़ सीएमओ कार्यालय में तैनात महिला कर्मी सहित 3 गिरफ्तार


फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में UP ATS ने की कारवाई



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ यूपी एटीएस ने दिनांक 30 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय में तैनात एक महिला कर्मी सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया। यह कारवाई नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सी.आर.एस.) पोर्टल पर अधिकृत आईडी का दुरुपयोग कर बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में की गई है। विगत कुछ दिनों से एटीएस उत्तर प्रदेश को सूचना प्राप्त हो रही थी कि प्रदेश के पूर्वी जनपदों में कुछ लोग सिंडिकेट बनाकर, सरकारी तंत्र में सेंध लगाकर नागरिक पंजीकृत प्रणाली (सी.आर.एस.) पोर्टल पर अधिकृत आईडी को दुरुपयोग कर बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर, भारी धन अर्जित कर रहे हैं। उक्त सूचना को एटीएस उत्तर प्रदेश द्वारा विभिन्न माध्यमों से विकसित किया गया।


विकसित सूचना से ज्ञात हुआ कि जनपद आजमगढ़ में एक सिंडिकेट सक्रिय है, जो सी.आर.एस. पोर्टल पर अधिकृत आईडी का दुरुपयोग कर, अवैध रूप से धन अर्जित कर, फर्जी जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र बना रहा है। उक्त सूचना पर संदिग्ध शिवानन्द से पूछताछ की गयी और उसके इलैक्ट्रॉनिक डिवाइस में उपलब्ध तथ्यों का अवलोकन किया, तो ज्ञात हुआ कि फर्जी जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले सिंडिकेट की मुखिया सी.एम.ओ. कार्यालय में कार्य करने वाली संविदा कर्मी अनीता यादव है। उक्त अनीता द्वारा सी.आर.एस. पोर्टल की जनपदीय एडमिन आईडी का दुरुपयोग कर कुछ नवीन एवं कुछ मौजूद ग्राम सचिव की आईडी में अवैध रूप से फेरबदल कर अपने सिंडिकेट के प्राइवेट लोगों को फर्जी रूप से जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने हेतु उपलब्ध करायी गयी है। अनीता यादव के इस कार्य में आनंद यादव उर्फ नन्हे यादव द्वारा सहयोग किया जाता है।


 अनीता यादव एवं आनंद यादव द्वारा शिवानन्द को भी फर्जी प्रमाण पत्र बनाने हेतु विभिन्न आईडी उपलब्ध करायी गयी थी, जिनमें से कुछ वर्तमान में शिवानन्द द्वारा प्रयोग की जा रही थी । शिवानन्द के मोबाइल फोन में अनीता यादव व अन्य के साथ अवैध रूप से अर्जित धन के लेन-देन एवं फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने के साक्ष्य उपलब्ध है। शिवानन्द उपरोक्त ने पूछताछ पर यह भी बताया कि अनीता यादव एवं आनंद यादव पैसे लेकर इसे फर्जी प्रमाण-पत्र बनाने हेतु आईडी उपलब्ध कराते थे। साथ ही यह भी बताया कि मु.अ.सं. 327/24 पंजीकृत थाना सलौन, जनपद रायबरेली के मास्टरमाइंड अभियुक्त रविकेश निवासी दरभंगा, बिहार भी इस सिंडिकेट से जुड़ा हुआ था।


पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि सी. आर. एस. पोर्टल के Add Old ऑप्शन का प्रयोग करके बनाए गये प्रमाण पत्र जनपद एवं राज्य स्तर पर दर्शित नहीं होते थे, केवल जिस आईडी का प्रयोग करके प्रमाण पत्र को बनाया गया है, उसी आईडी की हिस्ट्री में उस प्रमाण पत्र को देखा जा सकता था । इस जानकारी का दुरुपयोग कर अभियुक्तों द्वारा सी.आर. एस. पोर्टल पर नया जन्म प्रमाण पत्र बनाने हेतु पोर्टल के Add Old ऑप्शन का प्रयोग किया गया।


 इस प्रकार गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों के भारी संख्या में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र सी. आर. एस. पोर्टल के माध्यम से निर्गत किए गये हैं, जिनके सम्बन्ध में जाँच की जा रही है। अभियुक्ता द्वारा पोर्टल पर मौजूद आईडी में संशोधन एवं नवीन आईडी बनाने के सम्बन्ध में संलिप्त व्यक्ति एवं इस सिंडिकेट अन्य सदस्य एटीएस की रडार पर हैं, जिन पर शीघ्र ही विधिक कार्यवाही की जाएगी। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध मु.अ.सं. 487/2024 अन्तर्गत धारा 319(2), 318(4), 336(3), 337, 338, 340 (2), 61 (2) बी.एन.एस. एवं 66सी / 66डी सूचना प्रौद्योगिकी (यथा संशोधित) अधिनियम 2008, थाना कोतवाली, जनपद आजमगढ़ में पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही सम्बन्धित थाना, जनपद आजमगढ़ द्वारा की जाएगी।


 गिरफ्तार अभियुक्तों में शिवानन्द पुत्र रामहित राम निवासी अकबेलपुर, पोस्ट सेवटा, थाना- जहानागंज, जनपद-आजमगढ़, अनीता यादव पत्नी ज्ञान शंकर यादव निवासी कोल पाण्डेय, थाना कोतवाली, जनपद आजमगढ़, आनंद यादव उर्फ नन्हे यादव पुत्र राम मिलन यादव निवास बड़ेगाँव फत्तनपुर , थाना निजामाबाद, जनपद आजमगढ़ हाल पता हरवंशपुर, सिधारी, जनपद आजमगढ़ है। बरामदगी में मोबाइल फोन – 06, सिम कार्ड – 02 व लैपटॉप – 01 है।