Tuesday 27 August 2024

सोनभद्र बेरहम मां, 2 मासूम बेटियों को लेकर कुएं में कूदी खुद बचकर पहुंची घर, बच्चियों की डूबकर हुई मौत


 सोनभद्र बेरहम मां, 2 मासूम बेटियों को लेकर कुएं में कूदी


खुद बचकर पहुंची घर, बच्चियों की डूबकर हुई मौत



उत्तर प्रदेश सोनभद्र जिले के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के लीलवाही गांव में बड़ी घटना सामने आई है। दो मासूम बेटियों को साथ लेकर मां घर के पास कुएं में कूद गई। पानी के उछाल मारने पर मां तो बाहर आ गई, लेकिन दोनों बेटियां हाथ से छूटकर कुएं में डूब गईं।


 घटना सोमवार की देर रात की है। घर पहुंचने के बाद पति ने बेटियों के बारे में पूछताछ की तो महिला पहले टाल मटोल करती रही। काफी कोशिशों के बाद उसने घटना की जानकारी दी और खुद भी फांसी लगाने की कोशिश की। पुलिस ने दोनों बच्चियों का शव बरामद कर लिया है। घटना के पीछे घरेलू विवाद को कारण बताया जा रहा है। लीलवाही निवासी अमरेश कोल मजदूरी करता है। उसका घर में पत्नी अरुणा से आए दिन विवाद होता था। सोमवार को भी दंपती में कहासुनी हुई। इसके कुछ देर बाद रात करीब आठ बजे अरुणा अपनी बेटी रीता (04) और बच्ची (10 माह) को लेकर घर से निकल गई। वह थोड़ी दूर पर स्थित कुएं पर पहुंची और बेटियों के साथ कुएं में छलांग लगा दी।


बारिश के चलते कुआं पानी से भरा हुआ था। पानी के उछाल मारने पर ऊपर आई महिला ने कुएं के जगत पर मौजूद ईंट को पकड़ लिया और बाहर आ गई। हाथ छूटने से दोनों बेटियां अंदर समा गईं। गीले कपड़ों में महिला घर पहुंची। बेटियों के साथ न होने पर पति ने उससे पूछताछ की तो वह टाल मटोल करती रही। बाद में उसने घटना के बारे में बताया और खुद फांसी लगाने लगी। घर वालों ने महिला को नीचे उतारा और कुएं की ओर दौड़े। काफी प्रयास के बाद रीता का शव बरामद हुआ, जबकि छोटी बेटी की तलाश में मंगलवार की सुबह कुएं को खाली कराया गया तो शव बरामद हुआ। कोतवाल कमलेश पाल ने बताया कि शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। अन्य कार्रवाई की जा रही है।

फतेहगढ़ 2 सहेलियों का शव फंदे में लटका मिला जन्माष्टमी पूजा के लिए निकलीं थी घर से


 फतेहगढ़ 2 सहेलियों का शव फंदे में लटका मिला



जन्माष्टमी पूजा के लिए निकलीं थी घर से



उत्तर प्रदेश फर्रुखाबाद/फतेहगढ़ में आम के बाग में एक ही डाल पर दो सहेलियों के शव मंगलवार की सुबह फांसी के फंदे पर लटके पाए गए। इससे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना को देखते हुए पुलिस ने जांच पड़ताल की। दरअसल, दोनों सहेलियां जन्माष्टमी के मेले में शामिल होने के लिए घर से निकली थी।


 भगौतीपुर गांव निवासी रामवीर जाटव की 18 वर्षीय बेटी बबली और महेंद्र जाटव की 16 वर्षीय बेटी शशि आपस में सहेली थी। दोनों जन्माष्टमी के मेले के लिए निकली थी सोमवार की रात 9 बजे के बाद दोनों घर से लापता हो गई। परिजनों ने काफी खोजबीन की पर कहीं पता नहीं चला। गांव के मंदिर पर कार्यक्रम हो रहा था वहां भी परिजन पहुंचे तो जानकारी हुई कि दोनों यहां नहीं आई थी।


 परिजन रात भर इधर-उधर खोजते रहे। मंगलवार की सुबह घर के पीछे भाग में बबली और शशि के शव आम के पेड़ की डाल पर लटकते पाए गए। इसको देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी कायमगंज कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची जांच पड़ताल की। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी भी मौके पर पहुंचे। परिजनों से बातचीत की। दोनों के शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय कुमार ने बताया कि दोनों ने सुसाइड किया है सुसाइड क्यों किया है इसकी जांच की जा रही है।


https://www.news9up.com/2024/08/2_30.html


https://youtu.be/KJvAd5ZKDao?si=hDJ7BClNUFgJQE2A

चित्रकूट की पावन धरती पर देवदूत वानर सेना का महा सम्मेलन सम्पन्न महासम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद जौनपुर धनंजय सिंह रहे।


 

चित्रकूट की पावन धरती पर देवदूत वानर सेना का महा सम्मेलन  सम्पन्न 


महासम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद जौनपुर धनंजय सिंह रहे।


 


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दीदारगंज/चित्रकूट की पावन धरती पर रविवार को देर साम देवदूत वानर सेना का महासम्मेलन किशोर रिसोर्ट में सम्पन्न हुआ जिसमें देश के कोने कोने से आए हुए देवदूत वानर सेना के लोगों ने भाग लिया। जिसके मुख्य अतिथि पूर्व सांसद जौनपुर धनंजय सिंह रहे।महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य संरक्षक अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि जीना वही है जो  औरों के काम आ जाए। जीवन के जरिए कुछ परोपकार हो जाए इसी विचार से जन्मी देवदूत वानर सेना कोविड काल में मरती हुई मनुष्यता के लिए एक संजीवनी बनी। देवदूत बानर सेना का अभ्युदय कोरोना काल में फेसबुक के जरिए हुआ जिसमें पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए आपस में एक दूसरे के सहयोग से पैसे इकट्ठा कर पीड़ित और लाचार असहाय को मदद पहुंचाना है।


 प्रदेश अध्यक्ष देवदूत वानर सेना दुर्गेश सिंह ने कहा कि मानवता मर रही है इसे बचाओ। तब अंजान पीड़ितों की मदद के लिए अनजान लोग निकले, कभी एक दूसरे को जिन्होंने नहीं देखा जो कभी किसी से मिले नहीं ऐसे लोगों की एक पूरी कतार सोशल मीडिया और अजीत प्रताप सिंह की फेसबुक वाल से जुड़ती चली गई सैकड़ो यूनिट खून दिया, मेडिकल हेल्प कराई, इलाज के लिए पैसा दिया और स्वयं का अमूल्य वक्त दिया ये चमत्कारिक था मानवता लौट रही थी कुछ मनुष्य रुपी देवदूत सभी की मदद के लिए बाहर निकल कर आए। और पीड़ित लोगों की मदद के लिए बाहर निकल कर आए और लोगों की मदद करना शुरु कर दिया।


 महा सम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद जौनपुर धनंजय सिंह नें कहा कि देवदूत वानर सेना अच्छा कार्य कर रही है। जहां सरकारें मौन हो जायेगीं वहां वानर सेना अपनी उपस्थिती दर्ज कराएगी। हमें पीड़ितों लाचार लोगों की मदद करनें के लिए सहयोग की भावना रखनी होगी। इस अवसर पर पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा, सह संरक्षक के0डी0 सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री नारायण सिंह, अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीती श्रीवास्तव आदि ने लोगों को सम्बोधित किया मुख्य अतिथि को अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह व मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया।


 इस अवसर पर रमेश सिंह रामा, वैभव डाबर, पुनपुन पांडेय, मनप्रीत कौर, नेहा सिंह, प्रतीक सिंह, गौरव सिंह, विनोद कुमार व दीदारगंज क्षेत्र के पत्रकार विवेकानंद पांडेय, प्रवीण यादव, पृथ्वीराज सिंह, बृजेश सिंह, शिवम सिंह, वीरेंद्र यादव, सिद्धेश्वर पांडेय, सहित सैकड़ो वानर सेना के लोग उपस्थित थे।




आजमगढ़ दीदारगंज से प्रवीण यादव कि रिपोर्ट।

सहारनपुर पुलिस लाइन में खून से लथपथ सिपाही का मिला शव


 सहारनपुर पुलिस लाइन में खून से लथपथ सिपाही का मिला शव




उत्तर प्रदेश सहारनपुर में पुलिस लाइन में जन्माष्टमी के दिन सोमवार को एक सिपाही की खून से लथपथ लाश मिली है। अधिकारी भी औंधे मुंह पड़े शव को देखकर हैरान हैं। मौत के कारणों पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है। फोरेंसिक टीम जांच में जुटी है। अधिकारियों के अनुसार आगरा का रहने वाला सिपाही रविवार की शाम सहारनपुर से बंदियों को छोड़ने नोएडा गया था। वहां से देर रात लौटने के बाद पुलिस लाइन स्थित अपनी बैरक में पहुंचा था। सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। 


पुलिस अधीक्षक (नगर) अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि आगरा का निवासी 30 वर्षीय सन्नी 2021 बैच का सिपाही था। रविवार को ही बड़गांव थाने से एक महीने की डयूटी देने पुलिस लाइन पहुंचा था। मांगलिक ने बताया कि आज संदिग्ध हालत में सिपाही सन्नी की मौत हो गयी और उसका शव खून से लथपथ हालत में नवीन बैरंग बिल्डिग के प्रथम तल पर मिला है। उन्होंने कहा कि सिपाही की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तुरन्त मौके पर पहुंचे। थाना सदर बाजार पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। मांगलिक ने कहा कि थाना सदर बाजार पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि आगरा के ताजगई असद मोहल्ले में रहने वाले माधव सिंह के बेटे सन्नी पुलिस लाइन में मेस की चौथी मंजिल पर रहता था। पुलिस कई एंगल में मामले की जांच कर रही है। सिपाही सन्नी की मौत के बाद पुलिस महकमें में खलबली की स्थिति है। पुलिस ने बारिकी से घटना स्थल का निरीक्षण किया। यह हादसा है या साजिश इस पर भी गहनता से जांच की जा रही है।


 पुलिस को छत पर सन्नी के फोल्डिंग के पास सामान रखा मिला है। पुलिस के मुताबिक रात को सिपाही सन्नी करीब 10 बजकर 30 मिनट पर बैरक पहुंचा था। इसके बाद वह चौथी मंजिल पर सोने चला गया। जहां उसका फोल्डिंग भी लगा था। यही नहीं बिस्तर के पास उसका कुछ सामान भी रखा था। उसकी चप्पल रेलिंग के पास थी। घटनास्थल को देखकर लग रहा है कि वह रेलिंग के सहारे खड़ा हुआ होगा। बैलेंस बिगड़ने से नीचे गिरा तो दूसरी मंजिल के छज्जे में भी वह टकराया था। वहां भी खून के निशान मिले हैं। रात जिस समय हादसा हुआ उस समय किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया और न ही किसी की आंख खुली।