Saturday 17 August 2024

आजमगढ़ में बोले अखिलेश डॉक्टर आंदोलन, भाजपा कर रही राजनीति विधायक नफीस अहमद के मामले पर कहा यह पीडीए परिवार का मामला घर बैठे सुलझा लेंगे


 आजमगढ़ में बोले अखिलेश डॉक्टर आंदोलन, भाजपा कर रही राजनीति


विधायक नफीस अहमद के मामले पर कहा यह पीडीए परिवार का मामला घर बैठे सुलझा लेंगे



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लालगंज में एक निजी कार्यक्रम में शनिवार को दिन में पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कोलकाता डॉक्टर के मर्डर के मामले में पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी का बचाव करते हुए कहा कि वह खुद महिला हैं। महिला का दुख दर्द समझती हैं। सीबीआई या जो भी संस्था से जांच करवाने का मामला था, उन्होंने करवाया है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी इस मामले में राजनीति कर रही है। जो उसको नहीं करना चाहिए। इस घटना को लेकर डॉक्टर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन भाजपा राजनीति कर रही है। वहीं उन्होंने मामले को यूपी में हुई घटनाओं से जोड़ते हुए कहा कि सोनभद्र में बेटी की साथ जो हुआ, लखनऊ में दलित महिला ने सीएम कार्यालय में आत्मदाह कर लिया। इस पर बीजेपी के लोग नहीं बोल रहे हैं। पत्रकार अगर आवाज उठाता है तो उस पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। जेल भेज दिया जाता है।


 वहीं दूसरी तरफ 69000 शिक्षकों की भर्ती के मामले में कोर्ट के फैसले को लेकर उन्होंने कहा कि अब सरकार पीड़ित बच्चों की सुधि लेगी। बच्चों को न्याय मिलेगा। सरकार ने जो भेदभाव किया था उसमें सुधार किया जाएगा। कहा कि इससे पूर्व इतना बड़ा आंदोलन उन्होंने कभी नहीं देखा था। चाहे त्यौहार हो या आम दिन पीड़ित बच्चे लगातार आंदोलन करते रहे। अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल बनाकर लोगों से मिले। यहां तक की खुद उनसे मिले। अब जाकर उनको न्याय मिला है। वही तमाम समस्याओं को लेकर उन्होंने कहा कि इंडिया की सरकार बनेगी तो सभी समस्या का हल होगा। 


आजमगढ़ के मामले में उन्होंने दावा किया कि लखनऊ से ज्यादा विकास यहां किया जाएगा। सड़क बिजली पानी मेडिकल की सुविधा बढ़ाई जाएगी। जो मेडिकल कॉलेज यहां बना है वहां पर सुविधा बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। प्रदेश में कई अस्पताल तो अब खंडहर हो रहे हैं क्योंकि वहां पर डॉक्टर ही नहीं पहुंच पा रहे। 14 अगस्त को आजमगढ़ के नेहरू हाल में सपा विधायक नफीस अहमद और एक सपा कार्यकर्ता के बीच हुए विवाद पर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने पहले मजाकिया अंदाज में कहा की यह सवाल स्वास्थ्य से जुड़ा नहीं है इसके बाद भी अगर आपने यह सवाल पूछा है तो तो अच्छा किया है यह हमारे पीडीए परिवार का मसला है घर पर बैठकर हम लोग ठीक कर लेंगे।

आजमगढ़ रानी की सराय अराजकतत्वों ने तोड़ी देवी प्रतिमा घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, मौके पर पहुंची पुलिस


 आजमगढ़ रानी की सराय अराजकतत्वों ने तोड़ी देवी प्रतिमा


घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, मौके पर पहुंची पुलिस




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रानी की सराय थाना क्षेत्र के सम्मोपुर गांव में गुरुवार की रात में अराजकतत्वों ने देवी प्रतिमा तोड़ दी। घटना की जानकारी शुक्रवार की सुबह होने पर गांव के लोग आक्रोशित हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की। दूसरी प्रतिमा पुलिस ने स्थापित कराया। एक साल पूर्व भी देवी प्रतिमा को तोड़ा गया था।


क्षेत्र के सम्मोपुर गांव में स्थित विद्यालय के समीप दुर्गा जी मंदिर की प्रतिमा स्थापित की गई है। ग्रामीणों के लिए आस्था का प्रतीक है, लोग यहां पूजा पाठ करते हैं। गुरुवार की रात अराकतत्वों ने प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर इधर उधर फेक दिया। शुक्रवार की सुबह ग्रामीण पहुंचे तो देवी प्रतिमा टूटी हुई थी। जानकारी होते ही गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। प्रतिमा टूटने को लेकर गांव के लोग आक्रोशित हो गए। घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। गांव के लोगों से वार्ता कर दूसरी प्रतिमा मंगवा कर लगवाई। इसके बाद मामला शांत हुआ। इसके पूर्व पिछले वर्ष जून माह में यहीं पर अराजकतत्वों ने देवी प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी थी। उस बार भी पुलिस ने दूसरी प्रतिमा लगवाकर मामला शांत कराया था। थाना प्रभारी ने कहा अराजकतत्वों की पहचान कर कार्रवाई होगी।

लखनऊ पत्नी की हत्या के बाद सिपाही ने खुद को मारी गोली पारिवारिक विवाद के चलते हुई पूरी घटना


 लखनऊ पत्नी की हत्या के बाद सिपाही ने खुद को मारी गोली


पारिवारिक विवाद के चलते हुई पूरी घटना




उत्तर प्रदेश लखनऊ पारिवारिक विवाद में कानपुर कमिश्नरेट में तैनात सिपाही ने शुक्रवार शाम कृष्णानगर मायके में मौजूद पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। पत्नी की हत्या के बाद सिपाही ने खुद को भी अवैध पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी। पुलिस का कहना है कि पारिवारिक विवाद के चलते पूरी घटना हुई है। पीजीआई के कल्ली पश्चिम निवासी सर्वेश रावत (35) 2011 बैच का सिपाही था और मौजूदा समय में कानपुर के बिठूर थाने में तैनात था। सर्वेश की शादी कृष्णानगर के आजादनगर हसनापुर निवासी चंद्रिका प्रसाद की बेटी मीरा (30) से वर्ष 2019 में हुई थी। मीरा के भाई दिनेश ने बताया कि बहन लखनऊ जीपीओ में बाबू थीं। दोनों के 11 माह की बेटी रितिका हैं।


 मीरा रोज ससुराल से दफ्तर जाते वक्त बेटी को मां के पास छोड़कर ड्यूटी पर जाती थी। शुक्रवार की सुबह भी वह बेटी को मां को देकर गई। शाम को ऑटो से वापस आई और बेटी को लेकर ससुराल चली गई। शाम सात बजे मीरा बेटी और पति सर्वेश के साथ मायके पहुंची। दोनों लोग पहली मंजिल पर बने कमरे में चले गए। मीरा के भाई गणेश के मुताबिक कमरे में जाने के बाद सर्वेश और मीरा के बीच झगड़ा होने लगा। कुछ ही देर के बाद लोगों ने गोली की आवाज सुनी। लोग दौड़कर मीरा के कमरे में पहुंचे तो देखा मीरा और सर्वेश दोनों खून से लथपथ पड़े थे। सर्वेश ने पत्नी को गोली मारकर खुद को भी पिस्टल से गोली मार ली थी। गणेश की सूचना पर पहुंची कृष्णानगर पुलिस ने दोनों को लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मीरा को मृत घोषित कर दिया। मीरा के सिर पर गोली लगी थी। डॉक्टरों ने गंभीर रूप से घायल सिपाही सर्वेश को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसको भी मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर डीसीपी साउश केशव कुमार, एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी और फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई।


 डीसीपी ने बताया कि दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अभी तक की जांच में इस बात का पता चला है कि सिपाही ने आपसी मनमुटाव व पारिवारिक विवाद के चलते पत्नी की हत्या कर खुद भी जान दे दी। मीरा के परिजनों ने पुलिस को बताया कि शादी के एक साल के बाद से ही सर्वेश और मीरा के बीच पारिवारिक कलह और झगड़ा होने लगा था। वर्ष 2020 में मीरा ने पति के खिलाफ पीजीआई थाने में केस भी दर्ज कराया था। इसके बाद कोर्ट की मध्यस्थता के चलते वर्ष 2021 में आपसी समझौता हो गया था। इसके बाद दोनों लोग साथ रहने लगे थे। मीरा के भाई गणेश ने बताया कि कमरे में बहन व बहनोई के बीच बहस उन लोगों ने सुनी थी। सर्वेश ने जैसे ही पहली गोली मीरा को मारी, वैसे ही गणेश ने मदद के लिए पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। कुछ ही मिनट के बाद लोगों ने दूसरी गोली चलने की आवाज सुनी। मीरा के मायके वाले जब तक दौड़कर कमरे में पहुंचते, तब तक देर हो चुकी थी।

आजमगढ़ जिले में पकड़ा गया नकल गिरोह नमूना, बाकी सब सूना सूबे में पैसा दो डिग्री लो का चल रहा कारोबार, नहीं मानेगी सरकार एमबीबीएस से लेकर चपरासी तक पैसे की डिमांड और मुराद पूरी


 आजमगढ़ जिले में पकड़ा गया नकल गिरोह नमूना, बाकी सब सूना


सूबे में पैसा दो डिग्री लो का चल रहा कारोबार, नहीं मानेगी सरकार


एमबीबीएस से लेकर चपरासी तक पैसे की डिमांड और मुराद पूरी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ हकीकत का सामना करने से सरकार हमेशा आईना को उलट कर देती है। बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए की गई तमाम नियुक्ति के बारे में पेपर लीक आउट की घटना सर्व विदित है, लेकिन कुर्सी के मुंह में फंसी भाजपा की डबल इंजन सरकार इसे नहीं मानती। भले प्रत्यक्ष प्रमाण के साथ इस तरह खबरें अखबारों में या सोशल मीडिया में सुर्खियां बनती हैं।


 इसका ताजा प्रमाण मंगलवार को जिले के रानी की सराय क्षेत्र में स्थित राजेंद्र स्मारक कालेज सेठवल में देखने को मिला, जहां डीएलएड की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी खुलेआम नकल करते पकड़े गए। सीसीटीवी कैमरे की देखरेख में कराई जा रही इस परीक्षा के लिए लगाए गए परीक्षक जुमला बोल कर नकल करा रहे थे। यह दृश्य सीसी कैमरे में कैद फुटेज की जगह सामूहिक नकल की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा की गई। स्कूल प्रबंध तंत्र से 18 लख रुपए की बरामदगी नकल कराने के विषय पर बहुत बड़े सवाल खड़ी करती है।


जिले में डीएलएड यानी बीटीसी के परीक्षार्थी तमाम परीक्षा केंद्रों पर अपने भाग्य आजमा रहे हैं लेकिन उन्हें अच्छे नंबरों से पास कराने का जिम्मा संभाल रहे लोगों का तंत्र इतना मजबूत कि पैसा दो और डिग्री लो की तर्ज पर काम करता है और आगे भी करता रहेगा। यह बात इसलिए कही जा रही कि स्वास्थ्य और शिक्षा इन दोनों विषयों पर सरकार फेल है और इन दोनों जगहों पर माफियाओं का कब्जा है। उनकी कमियां बताने वाले स्वर्ग चले गए उनकी कृपा से और उनके परिवार आज झाड़ू बर्तन कर जीवन यापन कर रहे हैं। सच कहने में भी डर लगता है कि उनके सिंडिकेट को तोड़ने में सरकार हिल जाएगी, हमारी क्या बिसात। खैर मंगलवार को आजमगढ़ प्रशासन ने जो नकल माफियाओं का पर्दाफाश किया शायद प्रदेश शासन आगामी पुलिस भर्ती या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अपने को संभाल सकती है।