Thursday 1 August 2024

आजमगढ़ गुरूटोला मोहल्ले में गरजा प्रशासन का बुलडोजर, भवनों को किया ध्वस्त बाढ़ खंड की भूमि पर मकान बनाये जाने का मामला पीड़ितों ने पूरे परिवार के साथ जान देने की दी धमकी

आजमगढ़ गुरूटोला मोहल्ले में गरजा प्रशासन का बुलडोजर, भवनों को किया ध्वस्त


बाढ़ खंड की भूमि पर मकान बनाये जाने का मामला


पीड़ितों ने पूरे परिवार के साथ जान देने की दी धमकी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के गुरुटोला मुहल्ले में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब बाढ़ खंड और प्रशासन की टीम जेसीबी मशीन और फोर्स के साथ पहुंची। इसके बाद टीम ने सड़क के किनारे बाढ़ खंड की जमीन पर बने आवासों को ढहाना शुरू कर दिया। इस दौरान लोग अधिकारियों से मिन्नत करते रहे, लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया।


 बाढ़ खंड की जमीनों पर हर जगह अतिक्रमण है। विभाग अपनी ही जगह को अतिक्रमण मुक्त नहीं करा पा रहा है। इसी क्रम में दो दिन पहले विभाग द्वारा नगर के गुरुटोला क्षेत्र में सड़क के किनारे आधा दर्जन से अधिक लोगों ने मकान का निर्माण कराकर बाढ़ खंड की जमीन पर कब्जा जमा लिया था, उनको नोटिस जारी कर जमीन को खाली करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, लोगों ने बाढ़ खंड की नोटिस को हल्के में लिया और जमीन को खाली नहीं किया। गुरुवार को बाढ़ खंड के अधिकारी तहसीलदार सदर और पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उनके पहुंचते ही वहां के लोगों में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने जमीन पर हुए अवैध कब्जे को हटाने का कार्य शुरू किया तो आनन-फानन में लोग अपने सामानों को घर से बाहर सुरक्षित रखने लगे। इस दौरान टीम ने कई मकानों को ध्वस्त कर अतिक्रमण को हटाया। वहीं कई मकानों को छोड़ दिया। इस पर वहां मौजूद लोगों में रोष देखने को मिला। लोग प्रशासन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाने लगे। 


इस बावत पीड़िता सूर्या ने कहा कि दो दिन पहले बाढ़ खंड द्वारा चिन्हीकरण किया गया था। आज यह लोग आए और जल्दी खाली करो-जल्दी खाली करो कहकर घरों को गिराना शुरू कर दिया। हमने कहा कि एक तरफ से गिराते हुए आइए लेकिन हमारी एक न सुनी गई और हमारे घर को गिरा दिया गया। उर्मिला ने कही कि यहीं पीछे एक सिपाही को नेवासे में जमीन मिली है। उन्होंने हमसे रास्ता मांगा तो हमने रास्ता नहीं दिया गया। जिसके कारण शिकायती पत्र देकर उन्होंने हमारे घरों को गिरवाया है। हम लोग कही नहीं जाएंगे। हम लोग यहीं मरेंगे पूरे परिवार के साथ। प्रमिला ने कहा कि अगर गिराना ही था तो सिर्फ दो लोगों का ही गिराना चाहिए था। हमने कहा अगर गिराना है तो सबका गिराइए। क्योंकि सिर्फ दो लोग ही बंधे में नहीं हैं। यहां सभी लोग बंधे में हैं। लेकिन हमारी बात को नहीं सुने और गिरा दिया। तहसीलदार सदर करमवीर सिंह ने कहा कि शासन का निर्देश है कि कहीं भी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण न होने पाए। इन लोगों द्वारा बाढ़ खंड की जमीन पर कब्जा किया गया था। जिसका दो दिन पूर्व सीमांकन हुआ था। आज अतिक्रमण को हटाया गया है। हमारा यह अभियान अनवरत जारी रहेगा।

 

आजमगढ़ शहर कोतवाली दरिंदों ने युवती के साथ किया गैंगरेप, 3 गिरफ्तार खेत गई युवती को जबरन वाहन से कर लिया था अगवा


 आजमगढ़ शहर कोतवाली दरिंदों ने युवती के साथ किया गैंगरेप, 3 गिरफ्तार


खेत गई युवती को जबरन वाहन से कर लिया था अगवा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र में कार सवार पांच युवकों द्वारा खेत की ओर गई युवती को जबरन वाहन से अगवा कर उसके सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। घटना सोमवार की रात हुई। हालांकि पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को बुधवार को दिन में करतालपुर बाइपास मार्ग पर स्थित अजमतपुर कोडर गांव के समीप धर दबोचा। 


शहर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता ने मंगलवार को स्थानीय कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि सोमवार की रात करीब नौ बजे वह घर से निकल कर अपने खेत की ओर जा रही थी। उसी दौरान चारपहिया वाहन से आए पांच की संख्या में रहे लोगों ने उसे जबरन अपने वाहन में उठा लिया। इसके बाद सभी उसको एक कमरे में ले गए, जहां सभी ने बारी-बारी से उसकी आबरू लूटा। पीड़िता द्वारा एक दुराचारी को पहचान लिए जाने पर पुलिस इस मामले में जहानागंज क्षेत्र के अमदही ग्राम निवासी सुजीत शुक्ला समेत चार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आरोपितों की तलाश में जुट गई। विवेचना के दौरान इस मामले में पवन कुमार दुबे निवासी बांसगांव थाना तरवां, विशाल यादव निवासी किशुनपुर काशीनाथ थाना गंभीरपुर,अमन यादव ग्राम बुंदा थाना जहानागंज तथा तेजप्रताप यादव निवासी ग्राम अज्ञात थाना मुबारकपुर के नाम प्रकाश में आए।


 पुलिस ने बुधवार को दिन में मिली सूचना के आधार पर क्षेत्र के अजमतपुर कोडर गांव के समीप घटना में प्रयुक्त वाहन के साथ आरोपित सुजीत शुक्ला, पवन कुमार दुबे तथा विशाल यादव को काबू में कर लिया। पीड़ित युवती को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। वहीं पकड़े गए तीनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में आरोपित अन्य की तलाश में पुलिस की दबिश जारी है।