Wednesday 31 July 2024

यूपी में 8 आईपीएस अफसरों के हुए तबादले 2 जिलों के एसपी भी किये गये इधर से उधर


 यूपी में 8 आईपीएस अफसरों के हुए तबादले



2 जिलों के एसपी भी किये गये इधर से उधर



लखनऊ यूपी में आठ आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं। वहीं, कुशीनगर और फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं। आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा को कुशीनगर का नया एसपी नियुक्त किया गया है। इसी तरह आईपीएस धवल जायसवाल को फतेहपुर का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। आईपीएस अजय कुमार को 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ में सेनानायक के पद पर तैनाती दी गई है।


 आईपीएस अभिषेक यादव को प्रयागराज रेलवे में पुलिस अधीक्षक तैनात किया गया है। इसी तरह आईपीएस उदय शंकर सिंह को पुलिस अधीक्षक (प्रशिक्षण एवं सुरक्षा) लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है। आईपीएस शुभम पटेल को अभिसूचना मुख्यालय लखनऊ में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती दी गई है। आईपीएस श्रद्घा नरेंद्र पांडेय को 38वीं वाहिनी पीएसी में सेनानायक के पद पर नियुक्ति दी गई है। आईपीएस विवेक चंद्र यादव को प्रयागराज कमिश्नरेट में अपर पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनाती दी गई है।

आजमगढ़ 22 हजार घूस लेते SLO दफ्तर का बाबू रंगे हाथ गिरफ्तार एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई, नहीं दे रहा था मुआवजा


 आजमगढ़ 22 हजार घूस लेते SLO दफ्तर का बाबू रंगे हाथ गिरफ्तार


एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई, नहीं दे रहा था मुआवजा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को एसएलओ दफ्तर में तैनात संप्रति अमीन सौरभ गौड़ को 22 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कर टीम उसे सिधारी थाने ले गई, जहां पूछताछ के साथ ही अन्य कार्रवाई में जुट गई। 


एंटी करप्शन टीम ने इस कार्य में कार्यालय के वरिष्ठ सहायक आनंद मिश्रा की भी संलिप्तता पाई, जिसके कारण उन्हें भी इस मामले में अभियुक्त बनाया गया है। टीम प्रभारी हरिबंश कुमार शुक्ला ने बताया कि बिलरियागंज थाना क्षेत्र के श्रीनगर सियरहा गांव निवासी उमेश चंद्र की जमीन, जिस पर नलकूप और मकान स्थित था, वह पूर्वांचल एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई थी। इसके मुआवजे के भुगतान के लिए उमेश काफी दिनों से कार्यालय का चक्कर काट रहे थे। संप्रति अमीन सौरभ द्वारा उनसे 22 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। जिसे न देने पर उनके मुआवजे का भुगतान नहीं किया जा रहा था। बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाकर जब उमेश थक गए तो उन्होंने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया।


 टीम ने रणनीति के तहत उमेश को संप्रति अमीन के पास भेजा। जैसे ही केमिकल लगे नोटों को उमेश ने सौरभ को थमाया, वैसे ही एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। इस प्रकरण में कार्यालय के वरिष्ठ सहायक आनन्द मिश्रा की संलिप्तता भी पाई गई है। जिसके कारण एंटी करप्शन टीम ने वरिष्ठ सहायक आनन्द मिश्रा को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया है। टीम में टीम प्रभारी हरिवंश कुमार शुक्ला, निरीक्षक श्याम बाबू, निरीक्षक ब्रजेश द्विवेदी, ओमकार सिंह यादव, विकास कुमार जायसवाल, नन्द लाल शर्मा, अमित सिंह, मुकेश कुमार पटेल, विपिन कुमार तिवारी, पंकज सिंह शामिल रहे।