Thursday 25 July 2024

बलिया डीआईजी और एडीजी ने आधी रात को मारा छापा 2 पुलिसकर्मियों समेत 18 गिरफ्तार, दीवार फांदकर भागे एसओ सादे ड्रेस में पहुंचे थे अधिकारी, एसपी को भी नहीं हो पाई जानकारी


 बलिया डीआईजी और एडीजी ने आधी रात को मारा छापा



2 पुलिसकर्मियों समेत 18 गिरफ्तार, दीवार फांदकर भागे एसओ


सादे ड्रेस में पहुंचे थे अधिकारी, एसपी को भी नहीं हो पाई जानकारी



उत्तर प्रदेश बलिया जनपद के नरही थाना क्षेत्र अंतर्गत भरौली गोलम्बर पर एडीजी वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया व डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने गुरुवार को तड़के छापेमारी की। छापेमारी में दो पुलिसकर्मी समेत 18 लोग हिरासत में लिए गए, जबकि 37,500 नकदी बरामद किया गया हैं। मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए नरही थाना प्रभारी पन्नेलाल समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। वहीं, कोरंटाडीह पुलिस चौकी के प्रभारी समेत वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है। यही नहीं, सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही दो सिपाही समेत 18 लोगों का चालान किया गया है।


 डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि नरही थाना क्षेत्र के यूपी बिहार बॉर्डर पर गंगा नदी के पुल के पार बने भरौली पिकेट पर बुधवार की आधी रात के बाद एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया के नेतृत्व में छापेमारी की गई, जिसमें वे भी शामिल रहे। बॉर्डर पर बालू लदे ट्रकों के साथ ही शराब और मवेशी लदे वाहनों से अवैध वसूली की शिकायत पर हुई इस छापेमारी में दो पुलिसकर्मियों के अलावा 16 प्राइवेट कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया। तीन पुलिस वाले मौके से फरार हो गए। कोरंटाडीह पुलिस चौकी पर पहुंचे तो वहां भी वसूली हो रही थी। घंटों छानबीन के बाद नरही थाने से बाहर निकले डीआईजी वैभव कृष्ण ने मीडिया को बताया कि नरहीं थानाध्यक्ष पन्ने लाल के साथ ही थाने की कोरंटाडीह पुलिस चौकी के प्रभारी समेत वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। 37 हजार 500 रुपए नकद और 14 बाइक भी पुलिस ने बरामद की है।


 बताया कि दो पुलिसकर्मियों और 16 दलालों को गिरफ्तार किया गया है। ये वसूली में पुलिस का सहयोग करते थे। तीन पुलिसकर्मी फरार हुए हैं। सभी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है। एडीजी और डीआईजी ने बुधवार की मध्य रात्रि में यूपी-बिहार की सीमा स्थित नरही थाना क्षेत्र के भरौली चौराहा पर सादी वर्दी (टी-शर्ट और जींस) में छापेमारी की। अधिकारियों ने यह कार्रवाई लाल बालू, मिट्टी, शराब और पशु आदि की तस्करी की शिकायत पर की। मौके से अधिकारियों ने दो पुलिसकर्मी समेत 18 लोगों को हिरासत में ले लिया। यहां से अधिकारी नरही थाना पहुंचे। वहां घंटों तक डीआईजी, एसपी, एएसपी की मौजूदगी में छानबीन की गई। आधिकारियों ने थाना प्रभारी का कमरा भी सील कर दिया और पुलिसकर्मियों के बॉक्स को खंगाला। डीआईजी ने बताया कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


डीआईजी ने बताया कि नरही क्षेत्र में यूपी बिहार बार्डर पर भरौली तिराहा पर जो ट्रक आते हैं, उनसे कुछ समय से वसूली की जा रही थी। इसकी सूचना हमें मिली तो पहले उसकी रेकी की गई। इसके बाद प्लान बनाकर रेड की गई। यहां पर पुलिस की तरफ से काफी संख्या में लोग दलाली करते थे। इन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। मौके से अभी दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। डीआईजी ने बताया कि पुलिस चौकी कोरंडाडीह के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। नरही थानेदार को निलंबित किया गया है। करीब नौ पुलिस वालों पर एफआईआर हुई है। कुल आठ से नौ लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है। जांच के बाद अन्य कार्रवाई होगी। बताया कि यह ट्रक बिहार से आते थे। आजमगढ़ के एसपी को जांच की जिम्मेदारी दी गई है।


 डीआईजी के अनुसार हर ट्रक से 500 रुपए की वसूली होती थी। यहां से रोज एक हजार ट्रक गुजरते हैं। ऐसे में पांच लाख रुपए रोजाना की वसूली हो रही थी। दोनों अधिकारियों ने इस रेड की इतनी गोपनीयता रखी कि इसकी सूचना एसपी बलिया को भी नहीं दी। इस रेड के दौरान भरौली चेकपोस्ट पर उगाही का खेल पकड़ा गया। वहीं चौकी में तो कोई नहीं था, लेकिन चौकी इंचार्ज थाने में नरहीं थाना प्रभारी के सामने उगाही का हिसाब देते देख लिए गए। जैसे ही पुलिसकर्मियों को पता चला कि डीआईजी और एडीजी की टीम ने रेड किया, सभी पुलिसकर्मी थाना छोड़ कर भागने लगे। सूत्रों की माने तो नरही थाना प्रभारी तो सात फुट ऊंची थाने की चाहरदीवारी कूद कर फरार हो गए।

लखनऊ यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की तारीखों का हुआ ऐलान जानें- कब-कब होगी परीक्षा सावधान-किया यह काम तो होगा आजीवन कारावास

लखनऊ यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की तारीखों का हुआ ऐलान


जानें- कब-कब होगी परीक्षा


सावधान-किया यह काम तो होगा आजीवन कारावास



लखनऊ उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती की तारीखों का ऐलान हो गया है. पुलिस की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के 60244 पदों पर सीधी भर्ती-2023 की लिखित परीक्षा दिनांक 23,24,25 अगस्त एवं 30,31 अगस्त 2024 को आयोजित कराने का निर्णय लिया गया है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि अवगत कराना है कि यह परीक्षा पूर्व में निरस्त कर दी गयी थी. मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्देशित किया गया था कि यह परीक्षा 06 माह के अन्दर शुचिता एवं पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को दृष्टिगत रखते हुये पुनः आयोजित करायी जाए. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस परीक्षा को एक निश्चित समय सीमा के अन्तर्गत शुधितापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से उच्चतम मानकों के अनुसार आयोजित करने की प्रतिबद्धता के क्रम में यह कार्यकम घोषित किया गया है।


पुलिस बोर्ड की ओर से जानकारी दी गई है कि चयन प्रक्रिया को पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण ढंग से कराये जाने के सम्बन्ध में परीक्षा सम्बन्धित विभिन्न व्यवस्थाओं यथा-परीक्षा की तैयारियों, परीक्षा केन्द्रों के चयन, परीक्षार्थियों का सत्यापन, छघ्द्मनिरूपण रोके जाने आदि हेतु विस्तृत दिशा निर्देश उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दिनांक-19.06.2024 को जारी किए गये है. यह परीक्षा इन सभी मानकों के अनुसार की जा रही है. विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों, जैसे प्रश्नपत्र लीक होना, उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़ आदि को रोकने के लिए उ०प्र० सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अध्यादेश-2024 (उत्तर प्रदेश अध्यादेश संख्या-6, सन् 2024) दिनांक 01 जुलाई, 2024 को अधिसूचित किया गया है, इस अधिनियम में प्रावधान किया गया है कि इस अधिनियम के अन्तर्गत परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करना, नकल करना या नकल कराना, प्रश्न पत्र का प्रतिरूपण करना या प्रकट करना या प्रकट करने का षड्यंत्र करना आदि कृत्य अपराध की श्रेणी में आते हैं, जो इस अधिनियम के अन्तर्गत दण्डनीय है. ऐसे प्रकरणों में एक करोड़ तक का जुर्माना और आजीवन कारावास तक की सजा, दोनों ही हो सकती है।


 उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के 60244 पदों पर सीधी भर्ती 2023 की लिखित परीक्षा उपरोक्त उल्लिखित तिथियों में आयोजित की जायेगी. जन्माष्टमी त्योहार के कारण परीक्षा में अंतराल दिया गया है. उक्त तिथियों को प्रतिदिन 02 पालियों में यह परीक्षा सम्पन्न होगी तथा प्रति पाली में लगभग 5 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे. उक्त परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की निःशुल्क बस सेवा की सुविधा रहेगी. अभ्यर्थी अपनी सुविधानुसार इसका लाभ ले सकते है, जिसके लिए बस से यात्रा करने वाले अभ्यर्थियों को अपने प्रवेश पत्र की अतिरिक्त दो प्रतियों डाउनलोड करनी होगी तथा उसकी एक प्रति परीक्षा केन्द्र के जनपद तक की यात्रा एवं दूसरी प्रति परीक्षा उपरान्त अपने जनपद तक की यात्रा के लिए बस कंडक्टर को प्रस्तुत करना होगा.

 

आजमगढ़ 8 निरीक्षक, 7 उपनिरीक्षक का हुआ तबादला


 आजमगढ़ 8 निरीक्षक, 7 उपनिरीक्षक का हुआ तबादला



लखनऊ दरोगा के सामने महिला सिपाही की फाड़ी वर्दी हाथापाई के बाद दरोगा को भी पीटा


 लखनऊ दरोगा के सामने महिला सिपाही की फाड़ी वर्दी



हाथापाई के बाद दरोगा को भी पीटा



उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पति की पिटाई से परेशान पत्नी ने डॉयल 112 पर मदद मांगी। घरेलू हिंसा की सूचना पर पहुंची पीआरवी टीम से आरोपी सैन्यकर्मी भिड़ गया। हंगामा बढ़ते देखकर कैंट कोतवाली से अतिरिक्त फोर्स पहुंची। दरोगा के समझाने पर सैन्यकर्मी हाथापाई करते महिला सिपाही की वर्दी फाड़ दी। किसी तरह आरोपी सैन्यकर्मी को गिरफ्तार किया जा सका।तोपखाना निवासी सैन्यकर्मी रंजीत कुमार ने मंगलवार सुबह पत्नी को बुरी तरह पीटा। बचने के लिए पत्नी ने डॉयल 112 पर कॉल कर पुलिस से मदद मांगी। सूचना पर पीआरवी 4832 पर तैनात हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, संतोष और संदीप चौधरी मौके पर पहुंचे।


 पत्नी की पिटाई कर रहे रंजीत कुमार को सिपाहियों ने रोकने का प्रयास किया। मगर वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। रंजीत ने सिपाहियों से गाली गलौज और हाथापाई करते हुए एक सिपाही का कॉलर पकड़ लिया। मामला बढ़ता देखकर पीआरवी टीम ने कैंट इंस्पेक्टर को फोन कर अतिरिक्त फोर्स मांगी। कैंट कोतवाली से दरोगा दीपक कुमार टीम के साथ पहुंचे तो उनके साथ एक महिला सिपाही भी थी। आरोपी रंजीत ने दरोगा दीपक कुमार के समझाने पर उससे हाथापाई की। महिला सिपाही के बीच बचाव करने पर वर्दी फाड़ दी। एसआई दीपक कुमार के मुताबिक घटना के वक्त आरोपी भी सेना की वर्दी में था। ऐसे में सेना पुलिस को सूचना देने के बाद गिरफ्तार किया गया। एसओ गुरप्रीत कौर ने बताया कि दरोगा दीपक की तहरीर पर रंजीत कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

वाराणसी 42.5 लाख की लूट मामले में दरोगा सहित 3 गिरफ्तार फर्जी क्राइम ब्रांच के नाम पर दिया गया था लूट की घटना को अंजाम


 वाराणसी 42.5 लाख की लूट मामले में दरोगा सहित 3 गिरफ्तार



फर्जी क्राइम ब्रांच के नाम पर दिया गया था लूट की घटना को अंजाम



उत्तर प्रदेश वाराणसी में लूट की सनसनी खेज वारदात सामने आई है जिसमें एक व्यापारी से फर्जी क्राइम ब्रांच के नाम पर 42.5 लाख रुपये लूट लिए गए. इस घटना में सबसे हैरान करने वाली बात तो यह रही की वाराणसी के स्थानीय दरोगा की भी इसमें भूमिका पाई गई है, जिसकी मदद से इस घटना को अंजाम दिया गया। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के सीनियर अधिकारियों की तरफ से जब इस मामले की जानकारी दी गई तो मानो वहां मौजूद सभी मीडियाकर्मी अवाक रह गए. इस घटना में शामिल दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे सहित विकास मिश्रा और अजय गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है. वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बीते 22 जून 2024 को वाराणसी के रामनगर थाना अंतर्गत बस में सफर कर रहें सर्राफा व्यापारी जिसके पास 93 लाख थे उसे फर्जी क्राइम ब्रांच के नाम पर रोक कर डराया धमकाया जाता है और बेहद शातिराना ढंग से 42.5 लाख रुपये लूट लिए जाते हैं. इस मामले में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसमें वाराणसी जनपद के ही एक चौकी का सब इंस्पेक्टर भी शामिल रहता है। गिरफ्तार अभियुक्त में विकास मिश्रा, अजय गुप्ता के अलावा दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे भी घटना के दौरान निरंतर संपर्क में रहता है. इनके पास से तकरीबन 8 लाख रुपए नगद, असलहा, जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद किए गए हैं।


 इसके अलावा इस घटना में शामिल तीन अन्य अभियुक्त नीलेश यादव, मुकेश दुबे उर्फ हनी, योगेश पाठक उर्फ सोनू पाठक की तलाश की जा रही है। उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में वाराणसी एक हाई प्रोफाइल प्रशासनिक व्यवस्था के दायरे में आता है. खासतौर पर वाराणसी में कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में बहुत हद तक पुलिस ने सफलता भी पाई है. बीते वर्षों में खासतौर पर वाराणसी जनपद में तेज तर्रार और सीनियर पुलिस अधिकारियों की तैनाती रही है लेकिन रामनगर थाना अंतर्गत हुए इस लूट कांड में शामिल दरोगा ने खाकी वर्दी को मानो आज शर्मसार कर दिया. हद तो तब हो गई जब कोर्ट में पेशी के बाद दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे मुस्कुराते हुए कोर्ट रूम से बाहर निकला. जिससे जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि इस घटना की जांच के दौरान जब दरोगा के संलिप्त होने की बात सामने आई इसके बाद तत्काल ही वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने जांच कर रहे अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए और स्पष्ट किया की किसी भी हाल में दोषियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए।


 22 जून 2024 को वाराणसी के इस चर्चित लूट कांड में शामिल अभियुक्तो द्वारा बेहद शातिराना ढंग से घटना को अंजाम दिया गया था. व्यापारी के आवागमन से लेकर उनके धनराशि ले जाने की पूरी जानकारी मुखबिर द्वारा प्रदान की गई थी. फर्जी क्राइम ब्रांच के नाम पर व्यापारी जयपाल को धमकाया गया, जिसके बाद उससे तकरीबन 42.5 लाख रुपये लूट लिए गए. आज व्यापारी समाज के बीच खासतौर पर इस घटना को लेकर चर्चाओं का दौर भी देखा गया।